कहीं मर्ज बढ़ा न दें ये दवाएं
वाराणसी (ब्यूरो)। दवा मंडी से मिले आंकड़ों के अनुसार पूर्वांचल के कई जिलों और बिहार से आने वाले दवा व्यापारी इस समय सबसे अधिक पेरासिटामोल ६५० एमजी की मांग कर रहे हैं। इसकी बिक्री सामान्य से २० प्रतिशत अधिक हो रही है। दवाओं की अचानक बढ़ी मांग को देखते हुए सप्तासागर दवा मंडी के दुकानदारों से अभी से इसका स्टाक रखना शुरू कर दिया है, ताकि समय पडऩे पर डिमांड के अनुसार सप्लाई की जा सके।
जनरल मेडिसिन की डिमांड
बनारस समेत पूर्वांचल में कड़ाके की ठंड में बारिश की एंट्री से भी लोगों का स्वास्थ्य हाल के दिनों में गड़बड़ हुआ है। संर्दी-जुकाम, बुखार और बदन दर्द की समस्या आम है। इसी माहौल में दबे पांव कोरोना भी लोगों को संक्रमित कर रहा है। ऐसे में डॉक्टर तो पेरासिटामोल, सेट्रिजीन, एजिथ्रोमाइसिन के साथ मल्टी विटामिन की दवाएं लिख ही रहे हैं। लोग एक बार दवा से ठीक होने के बाद परिवार के अन्य लोगों या दोस्तों को वही दवाएं बता दे रहे हैं। इससे बाजार में दवाओं की मांग बढ़ जा रही है। डॉक्टर्स के अनुसार इस तरह दवा लेना खतरनाक हो सकता है।
बढ़ाया जा रहा स्टॉक
शहर और आसपास के जिलों में अच्छी डिमांड होने से बनारस के थोक दवा व्यापारियों ने जनरल मेडिसिन का स्टॉक बढ़ाना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि ताकि भविष्य में आने वाली किसी भी विपरीत परिस्थिति के समय इनका इस्तेमाल किया जा सके।
कोविड गाइड लाइन को लेकर अभी से डिमांड बढऩे लगी है। दवा व्यापारियों ने बताया कि मास्क की डिमांड सबसे अधिक बढ़ी है। बनारस होल सेल मंडी से एक दिन में लाखों रुपये का मास्क बिकता है। यहां से आस-पास के जिलों में भी माल जाता है। आए दिन यह डिमांड बढ़ती ही जा रही हैै। इन दवाओं की बढ़ी डिमांड
पेरासिटामोल
सेट्रिजीन
एजिथ्रोमाइसिन
मल्टीविटामिन
फेवीपिरावीर
कोविहाल्ट
आम पेशेंट में हल्के लक्षण मिलने पर फौरी तौर जनरल मेडिसिन प्रीफर की जाती है। लेकिन, शुगर, बीपी, प्रेगनेंट महिलाओं और श्वास रोगियों को कोविड टेस्ट के बाद ही उचित दवा चलाई जाती है।
डॉ। रविशंकर मौर्य, सीनियर फिजिशियन सैनीटाइजर की बिक्री औसत है। मास्क के ऑर्डर बढ़ गए हैैं। व्यापारी अब डिमांड के हिसाब कंपनी में बढ़ाकर आर्डर मंगा रहे हैं।
राकेश कुमार यादव, संयुक्त सचिव
पेरासिटामोल और मल्टीविटामीन जैसी दवाओं की डिमांड बढ़ी है। इसकी बिक्री में २० फीसदी की बढ़ोतरी आई है। आने वाले दिनों में यह बिक्री और बढऩे की उम्मीद है।
गजानंद नंदा यादव, व्यापारी
मनोज खन्ना, अध्यक्ष, केमिस्ट-ड्रगिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन, वाराणसी