सुधर जाओ वरना भेज दूंगा जेल
-डीएम ने किया राजातालाब तहसील के पीएचसी और सीएचसी का औचक निरीक्षण
-फार्मासिस्ट की संपत्ति की जांच का दिया आदेश, दो दर्जन डॉक्टर और दर्जनों कर्मचारियों का रोका वेतन -डीएम की अगुवाई में मजिस्ट्रेट की टीम ने 14 सीएचसी/पीएचसी का किया निरीक्षण 1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढसरकारी मशीनरी की कार्य प्रणाली सुधारने में लगे डीएम विजय किरन आनंद की नाराजगी का शिकार इस बार स्वास्थ्य महकमा हुआ। शुक्रवार सुबह आठ बजे डीएम अचानक राजातालाब तहसील पीएचसी जा पहुंचे। यहां उन्हें सिर्फ चौकीदार मिला। वहां तैनात दो डॉक्टर नदारद थे और स्टाफ का भी कुछ पता नहीं था। डीएम ने डॉक्टर्स समेत 15 स्टाफ का वेतन रोकने का निर्देश दिया है। डीएम ने आराजी लाइन स्थित सीएचसी का भी औचक निरीक्षण किया। यहां भी उन्हें गड़बडि़यां ही नजर आई। डीएम ने अबसेंट डॉक्टर और कर्मचारियों का वेतन रोकने का निर्देश दिया, वहीं अपनी आदत में सुधार लाने की चेतावनी दी। डीएम ने कहा कि इस बार वेतन रोका है, अगली बार जेल भेज दूंगा। स्वास्थ्य विभाग पर डीएम की तिरछी नजर से हड़कंप मचा रहा। डीएम की अगुवाई में मजिस्ट्रेट की टीम ने 14 पीएचसी/सीएचसी का निरीक्षण किया।
सौंपी संपत्ति की जांचरूरल एरिया से लगातार आ रही शिकायतों को लेकर डीएम ने शुक्रवार सुबह 8.05 बजे राजातालाब तहसील के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) का औचक निरीक्षण किया। हॉस्पिटल में सिर्फ चौकीदार मौजूद था। डीएम के पहुंचने की सूचना से हड़कंप मच गया। थोड़ी देर में भागते हुए स्टाफ नर्स सविता और फार्मासिस्ट ओमप्रकाश पहुंचे। हॉस्पिटल में एक भी मरीज एडमिट न होने और न ही डिलीवरी होने की जानकारी पर डीएम ने जमकर फटकार लगाई। दवा वितरण में गलत जवाब देकर गुमराह करने से नाराज डीएम ने फटकार लगाते हुए तहसीलदार को फार्मासिस्ट के खिलाफ चल-अचल संपत्ति की जांच का आदेश दे दिया। डीएम ने डॉ। प्रेम सागर यादव और डॉ। रामसनेही यादव समेत अबसेंट 13 अन्य कर्मियों के वेतन रोकने का आदेश दिया।
रोक दिया सभी का वेतन पीएचसी से डीएम सीधे आराजी लाइन स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पहुंचे। यहां सात डॉक्टर तैनात होने के बावजूद एक भी मौके पर नहीं मिला। केंद्र अधीक्षक डॉ। रमापति पाल भी डीएम के एक भी सवाल का जवाब नहीं दे सके। 32 बेड के हॉस्पिटल में एक भी मरीज न देख डीएम ने सभी अबसेंट कर्मचारियों के वेतन रोकने का आदेश दिया। वहीं 500 डिलीवरी के सापेक्ष मई माह में 34 और जून माह में अब तक 31 डिलीवरी कराने पर डीएम ने नाराजगी जाहिर की।अलग-अलग टीम ने की जांच
डीएम के अलावा सीडीओ ने सीएचसी नरपतपुर चिरईगांव, एडीएम सिटी ने पीएचसी काशी विद्यापीठ, एडीएम प्रशासन ने पीएचसी बड़ागांव, एडीएम एफआर ने पीएचसी हरहुआ, सीआरओ ने पीएचसी चिरईगांव, नगर मजिस्ट्रेट ने सीएचसी पुआरीकला, एसडीएम सदर ने पीएचसी चोलापुर, एसडीएम पिण्डरा ने पीएचसी पिण्डरा, एसडीएम राजातालाब ने पीएचसी सेवापुरी, एसीएम फर्स्ट ने सीएचसी विरावकोट, एसीएम सेकेंड ने सीएचसी मिसिरपुर, एसीएम थर्ड ने सीएचसी पिण्डरा और एसीएम फोर्थ ने सीएचसी हाथी बाजार का औचक निरीक्षण किया।