Varanasi news: 500 लोगों से 10 करोड़ का फ्रॉड
वाराणसी (ब्यूरो)। दस करोड़ से ज्यादा रुपये लेकर भागने का आरोप ग्रो प्राइम माइक्रो केयर एसोसिएशन के डायरेक्टर पर कंपनी के कर्मचारी ही लगा रहे हैं। उनका कहना है कि लगभग पांच सौ लोग फ्राड का शिकार हुए हैं। अपने वेतन और उनके माध्यम से कंपनी तक पहुंचे लोगों के रुपये वापस दिलाने की मांग को लेकर कंपनी के कर्मचारी सिगरा थाने में मुकदमा दर्ज कराने के लिए चक्कर लगा रहे हैं। ग्रो प्राइम माइक्रो केयर में मार्केङ्क्षटग हेड के तौर पर काम करने वाले चोलापुर के शाश्वत चौबे का कहना है कि बीते साल अगस्त में कंपनी ने अपना आफिस मलदहिया के आरजे टावर में खोला था। इसमें 25 कर्मचारियों की नियुक्ति अलग-अलग पदों पर की गई थी। उन्हें 15 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन देना तय हुआ था।
फर्रुखाबाद का है अमित
कंपनी का डायरेक्टर फर्रुखाबाद का अमित अग्निहोत्री था। कंपनी लोन व बैंक खाता खोलने पर अच्छा इंटरेस्ट दिलाने का दावा करती थी। कस्टमर को लोन के लिए प्रोसेङ्क्षसग शुल्क के नाम पर ऋण राशि का एक प्रतिशत जमा कराया जाता था। रुपये लेने के बाद 20 दिन रुकने के लिए कहा जाता था और यूको व यस बैंक का चेक दिया जाता था। पांडेयपुर के कासिम, बाबतपुर के सौरभ दुबे, पहडिय़ा के ङ्क्षपटू, अनुभव राय का कहना है कि कंपनी ने लोन दिलाने के नाम पर लगभग पांच सौ लोगों से 30-35 हजार रुपये (प्रति व्यक्ति) ले लिए हैं।
पांच से 50 लाख तक लोन
कंपनी की ओर से पांच से 50 लाख रुपये तक लोन करने का दावा किया जा रहा था लेकिन किसी को भी लोन नहीं दिया। लगभग दस करोड़ रुपये लेकर अमित अग्निहोत्री भाग निकला है। पीडि़तों ने इस मामले में सिगरा थाने को तहरीर दी है। दो दिन बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं होने पर पुलिस कमिश्नर से शिकायत करने की तैयारी कर रहे हैं। प्रधानमंत्री के संसदीय कार्यालय में भी पत्र देंगे.