Varanasi news: वाराणसी में डगर कठिन, 2 किमी. में 150 गड्ढे
वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी में आवागमन के लिए जो भी डगर (सड़क) हैं। फिलहाल इन सड़कों पर आवागमन कठिन है। वजह सड़कों पर गड्ढे। गिरिजाघर से भेलूपुर के बीच करीब दो किलोमीटर में 150 गड्ढे हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की पड़ताल में सामने आया कि उखड़ी गिट्टियों के बीच पब्लिक रोज मूवमेंट कर रही है, लेकिन जिम्मेदार वीआईपी मूवमेेंट की तैयारी में व्यस्त हैं। सड़कों पर गड्ढे होने के कारण पब्लिक कह रही कि सड़क है कहां.
कुछ ठीक, खराब ज्यादा
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम ने गोदौलिया से सोनारपुर की डेढ़ किमी। रोड की स्थिति देखी तो यह मार्ग कुछ ठीक नजर आया, लेकिन गिरजाघर चौराहे से भेलूपुर रोड का तो भगवान ही मालिक है। दो किलोमीटर लंबी सड़क में गड्ढे ही गड्ढे नजर आएंगे। हर दो मीटर की दूरी पर उबड-खाबड़ राह है। हालात यह हैं कि गिरिजाघर से भेलूपुर तक जाने में लोग बेहाल हो जाते हैं। टूरिस्ट अगर संभलकर न चलें तो जख्मी होना तय है। इस रोड पर दर्जनों होटल और लॉज हैं। इसके बाद भी नगर निगम सड़कों की मरम्मत को लेकर अंजान है.
यहां संभलकर निकलें
सोनिया-सिगरा मार्ग, औरंगाबाद, पानदरीबा, मलदहिया, लोहा मंडी, जगतगंज से रामकटोरा, नाटी इमली से ईश्वरगंगी, कैंट से लहरतारा, छित्तूपुर से विद्यापीठ रोड, महमूरगंज, भेलूपुर से कमच्छा, रविन्द्रपुरी से लंका, पाण्डेयपुर, लालपुर, पहडिय़ा समेत कई ऐसी सड़कें हैं, जहां से संभलकर निकलना होगा।
2 माह में उखड़ जाती है सड़क
सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि विभाग जो भी सड़कें बनाए। वह कम से कम पांच साल तक चलें, लेकिन ऐसा नहीं होता। सड़क बनने के दो महीने के भीतर ही सड़क जगह-जगह से उखडऩा शुरू हो जाती है। 7 लाख रुपए सालाना गिरजाघर चौराहे से भेलूपुर रोड की मरम्मत पर खर्च होते हैं
बीएचयू जाने की यही राह
हैरान करने वाली बात यह है कि गोदौलिया और गिरिजाघर होते हुए हजारों लोग प्रतिदिन बीएचयू ट्रीटमेंट के लिए जाते हैं। डैमेज रोड होने के कारण आए दिन इस रोड पर एंबुलेंस फंसी हुई नजर आती है। इतना ही नहीं जर्जर सड़क पर उस समय परेशानी और बढ़ जाती है, जब बारिश हो जाती है। जगह-जगह कीचड़ में चलना दूभर हो जाता है.
सड़क बनाई भी जाती है तो सड़क में गिट्टी की मात्रा कम कर दी जाती है। इसके चलते गिट्टियां उखडऩे लगती हैं.
राजेश यादव, खारी कुंआ
दो किलोमीटर की सड़क में जगह-जगह इतना अधिक गिट्टियां उखड़ गयी हैं कि आए दिन लोग जख्ती होते हैं। सड़क है कहां, जगह-जगह गड्ढे हैं।
विकेश यादव, क्षेत्रीय नागरिक
पांच महीने से ज्यादा शहर की सड़कें नहीं चलती हैं। इस तरह से बनाया जाता है कि पहली बारिश में ही खराब हो जाती है.
शाहिद खान, दुकानदार
रेवड़ी तालाब से लेकर भेलूपुर तक की सड़क काफी खराब है। इसके चलते वाहन काफी स्लो चलते हैं। हमेशा जाम लगा रहता है.
पिंटू कुमार, क्षेत्रीय नागरिक
एक हफ्ते के बाद सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू कराया जाएगा। इसके लिए शहर की सड़कों को चिह्नित किया जा रहा है.
मोइनुद्दीन, चीफ इंजीनियर, नगर निगम