गुरुभक्ति में डूबी काशी
वाराणसी (ब्यूरो)। कबीर की बानी गुरु गोविंद दोऊ खड़े काके लागू पांव काशी में साकार दिखी। लगन, समर्पण और श्रद्धांकन से पूरित गुरु पूजन के महापर्व का विधान निर्वहन करते भक्तों से महादेव की नगरी बम-बम हो उठी। आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा, तदनुसार सोमवार को हर छोटे-बड़े मठों, पीठों और आश्रम में शिष्यों और अनुयायियों की लंबी कतार और इससे रह-रहकर उठती गुरु भक्ति के भावों से भरी पुकार। अनुमानों के अनुरूप गंगा घाट से लेकर बाबा दरबार में श्रद्धालुओं का हुजूम रहा तो दूसरी ओर पड़ाव से गढ़वा घाट तक आस्था की हिलोरें होती रहीं.
पव फटते ही लगी कतारगुरु चरणों को पूजने, कृतज्ञता अर्पित करने, आशीष लेने और कृत्य होने को हर आला-अदला उत्कंठित हो चला। गुरु दर्शन करते कई भक्तों ने गुरु दीक्षा भी ली। गुरु पर्व पर पव फटते ही विभिन्न पावन पीठों और आश्रमों में भक्तों का हुजूम उमड़ा जो दिन चढऩे तक बढ़ता रहा। आश्रमों, मठों और मंदिरों में विशेष साज सज्जा और प्रसाद की भी व्यवस्था रही.
देश भर से आए श्रद्धालुदेश भर से आए श्रद्धालु पहले गुरु चरणों में शीश नवाये और फिर देवाधिदेव महादेव दरबार में दर्शन के लिए कतार में लगे नजर आए। वहीं, चार जुलाई से सावन शुरू हो जायेगा और इसके लिए बहुतेरे श्रद्धालु गुरु पूजन के बाद काशी में ही प्रवास के लिए रुक गये हैं। वे मंगलवार को बाबा का दर्शन-पूजन कर यहां से रवाना होंगे.
इन स्थलों पर हुआ गुरु पूजन तुलसी घाट पर गोस्वामी तुलसीदास अखाड़ा, तुलसी मंदिर में अखाड़े के महंत विश्वम्भर नाथ मिश्र ने गोस्वामी तुलसीदास के चरण पादुका एवं उनके चित्र पर माल्यार्पण कर वेद मंत्रों के बीच पूजन-अर्चन किया। इसके पश्चात अपनी माता का पूजन कर गद्दी पर विराजमान होकर शिष्यों को दर्शन दिए। पंचकोशी रोड, देउरा काशीपुर स्थित आदि शंकराचार्य संस्थान में काशी सुमेरु पीठाधीश्वर शंकराचार्य नरेंद्र सरस्वती ने आदि शंकराचार्य एवं अपने गुरु के चित्र व चरण पादुका का पूजन-अर्चन कर पर्व का शुभारंभ किया। इस अवसर पर शंकराचार्य के शिष्यों ने विधि-विधान से अपने गुरु का पूजन किया गया. भक्तों ने लिया आशीर्वादधर्मसंघ पीठाधीश्वर स्वामी शंकरदेव चैतन्य ब्रह्मचारी महाराज ने सविधि व्यास पूजन करने के बाद धर्म सम्राट स्वामी करपात्री महाराज एवं ब्रह्मलीन लक्ष्मण देव चैतन्य ब्रह्मचारी महाराज की प्रतिमा का पूजन-अर्चन किया। इसके पश्चात श्रद्धालुओं ने गुरु पूजन कर स्वामी शंकरदेव ब्रह्मचारी से आशीर्वाद लिया। समस्त कार्यक्रम का संयोजन धर्मसंघ के महामंत्री पंडित जगजीतन पांडेय ने किया। इसी तरह नगवा स्थित श्री दुर्गा माता छाया शक्तिपीठ में साध्वी गीतांम्बा तीर्थ ने अपने गुरु के चरण पादुका का पूजन-अर्चन किया। तत्पश्चात भक्तों ने देवी उपासिका का पूजन किया.
बटुकों ने सतुआ बाबा की उतारी आरती मणिकर्णिकाघाट स्थित श्री सतुआ बाबा पीठ में गुरु पूर्णिमा पर भक्तों का कुनबा उमड़ पड़ा। सभी ने गुरु चरणों में शीश झुकाया और मंगल जीवन की कामना की। पीठ में प्रात: करीब 5:30 बजे महामंडलेश्वर संतोष दास सतुआ बाबा महाराज ने जगद्गुरु विष्णु स्वामी यमुनाचार्य महाराज के चरण पादुका व पवित्र छड़ी का पूजन किया। इसके साथ ही भ्रक्तों के दर्शन का क्रम शुरू हो गया। वहीं, गेरुआधारी बटुकवृंदों ने समूह में वैदिक ऋचाओं को सस्वर उच्चारित करते हुए अपने गुरु की आरती उतारी तो वहां उपस्थित हर श्रद्धालु करबद्ध हो श्रद्धा की धारा में स्वयं को समाहित कर दिये। वहीं, भक्तों ने भंडारा प्रसाद भी ग्रहण किया. कबीर स्थली पर उल्लाससद्गुरु कबीर प्राकट्य स्थली में गुरु पूजन का उल्लास रहा। इस अवसर पर महन्त गोविन्द दास शास्त्री ने कहा कि यह गुरु पूर्णिमा इस बार हम कबीरपंथियों के लिये खास है क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सदगुरु कबीर साहब की प्राकट्य स्थली का विकास होने जा रहा है। कबीर साहब की यह स्थली एक वर्ष बाद भव्यतम रूप में होगी। इसी महीने से कार्य प्रारंभ हो जाएगा.
गायत्री साधकों ने किया महायज्ञ समर्पण, विसर्जन एवं विलय का महापर्व गुरु पूर्णिमा को गायत्री साधकों ने पूरे उत्साह एवं श्रद्धा के साथ जीवनदीप उत्सव वाटिका, बड़ालालपुर में नौ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के साथ मनाया गया। गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य, माता भगवती देवी माता गायत्री के चित्र के समक्ष महायज्ञ को युग ऋषि संदेश वाहक अनिलेश तिवारी ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कराया। कार्यक्रम का संयोजन पंडित गंगाधर ने किया। इसमें घनश्याम राम, अवधेश सिंह, फूलचंद विश्वकर्मा, ज्ञान प्रकाश सिंह, जगत नारायण पटेल, रामजीत यादव, कल्लू पटेल, सत्यप्रकाश गुप्ता, लाल बहादुर पटेल, आरएन यादव, रमेश सिंह, शिवानंद राय, श्यामानंद सिंह, राम भरोस यादव, सीए धनंजय ओझा, पुष्पा गुप्ता, पूनम सिंह, संगीता सिंह, किरण तिवारी, मीडिया प्रभारी रमन कुमार श्रीवास्तव सहित लगभग 700 साधक शामिल रहे. स्वामीनारायण के प्रांगण में गुरु पूजनमछोदरी स्थित श्रीस्वामी नारायण मंदिर में गुरु पूर्णिमा महोत्सव भव्य रूप से मनाया गया। प्रात: मंदिर के महंत स्वामी प्रेम स्वरूप दास ने प्रांगण में प्रतिष्ठापित श्रीस्वामीनारायण भगवान का विधिवत दर्शन-पूजन किया। तत्पश्चात अपने गुरु की वंदना की। इसके उपरांत भक्तों ने महंत स्वामी प्रेम स्वरूप दास का पूजन कर उनके पांव पखारे। पूजन करने वालों में भावेश, वासु, दिनेश, मुकेश जायसवाल आदि शामिल रहे। मंदिर में पूजन कार्यक्रम अखिल भारतीय संत समिति (गुजरात) के अध्यक्ष एवं श्री स्वामी नारायण सम्प्रदाय महासभा के प्रमुख स्वामी नौत्तम दास के दिशा-निर्देशन में हुआ।
शंकराचार्य के चरण पादुका का पूजन गुरु पूर्णिमा पर श्रीविद्यामठ में सुबह से ही गुरु चरणों में अपनी श्रद्धा निवेदित करने के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। मठ में ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज के चरण पादुका का सविधि पूजन हुआ। पादुका पूजन आचार्य ओम प्रकाश पाण्डेय, पं। दीपेश दुबे, पं। अभिषेक दुबे, पं। महेश कुलकर्णी व पं। किरण कुमार ने सम्पन्न कराया। इस अवसर पर महिलाओं ने मंगल गीत भी गाये। वहीं, कलाकारों द्वारा शहनाई व तबला वादन की प्रस्तुति दी गयी। कार्यक्रम में मीडिया प्रभारी सजंय पाण्डेय, डॉ। गिरीश चन्द्र तिवारी, हजारी कीर्ति शुक्ला, हजारी सौरभ शुक्ला, सुनील शुक्ला, सदानंद तिवारी, श्रीप्रकाश पाण्डेय, अजित मिश्रा, रमेश पाण्डेय, शिवानंद तिवारी,आशीष गुप्ता, रविन्द्र मिश्रा, अजित मिश्रा, दिनेश पांडेय, रामचन्द्र सिंह आदि सम्मलित थे.