विश्वनाथ की नगरी से निकलेगा विश्व विकास का मॉडल
वाराणसी (ब्यूरो)। काशी एक बार फिर संदेश देने जा रही है। इस बार यहां से देश ही नहीं, विदेशों तक संदेश जाएगा। होटल ताज में होने वाली जी-20 की बैठक में दुनिया के 20 प्रमुख अर्थव्यवस्था वाले देशों का मंत्री समूह भविष्य के विकास मॉडल पर मंथन करेगा। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में दुनिया का नया विकास मॉडल सामने आएगा। बैठक को लेकर तैयारी को अंतिम रूप देने का काम जोरों पर चल रहा है। एक दिन पहले नगर विकास मंत्री ने तैयारियों की समीक्षा की। मेहमानों के ग्रेड वेलकम के लिए बाबतपुर से लेकर सारनाथ व गंगा घाट तक काशी को सजाया गया है.
विकास का रोडमैपदुनिया के 20 प्रमुख अर्थव्यवस्था वाले देशों का मंत्री समूह वाराणसी में 11 से 13 जून तक शहरी तक शहरी विकास का रोडमैप तैयार करेगा। इसमें पीएम नरेंद्र मोदी भी हिस्सा ले सकते हैं। विकास मंत्रियों के सम्मेलन की अध्यक्षता विदेश मंत्री एस जयशंकर करेंगे। मंत्री समूह की पहली बैठक की तैयारियां निकाय चुनाव बाद तेज होगी। इससे पहले सभी विभागों से कार्ययोजना मांगी गई है.
बनेगी ठोस रणनीतिरुद्राक्ष कन्वेंशर सेंटर और हस्तकला संकुल में प्रस्तावित बैठकों के लिए शहर को सजाया संवारा जा रहा है। तीन दिवसीय बैठक के दौरान जी-20 देशों के विकास का खाका तैयार किया जाएगा। साथ ही वित्तीय संकट, जलवायु परिवर्तन, महामारी आतंकवाद और युद्ध जैसी चुनौतियों से निपटने की ठोस रणनीति बनेगी। बताया जा रहा है कि विदेश मंत्रियों की बैठक के आखिरी दिन पीएम नरेंद्र मोदी भी आ सकते हैं। पीएम वाराणसी से सांसद भी है। इसलिए जी-20 देशों के मंत्री समूह की बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
इन देशों के आएंगे मंत्री बैठक में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्र ांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्र का , तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ के विकास मंत्री हिस्सा लेंगे। तीन दिवसीय कार्यक्रम में विदेशी मेहमान सारनाथ का भ्रमण और गंगा आरती भी देखेंगे। साथ ही ताज होटल, नमो घाट व सारनाथ में सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शामिल होंगे। मेहमानों की सुरक्षा को लेकर पुलफ्रूप प्लान तैयार कर लिया गया है। विदेश मंत्री का दौराविदेश मंत्री एस जयशंकर 10 जून की शाम 4.15 बजे वाराणसी आएंगे। इसके बाद विदेशी मेहमानों के आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। विदेश मंत्री 11 से 13 जून तक प्रस्तावित जी-20 सम्मेलन के दौरान मौजूद रहेंगे। अंतिम दिन पीएम नरेंद्र मोदी के आने का कार्यक्रम भी बन सकता है। इसे देखते हुए 10 जून को ही विदेशी मंत्री मेहमानों के प्रस्तावित रूटों और सम्मेलन स्थलों पर तैयारियों का निरीक्षण भी कर सकते हैं.
पीएम के आने का अभी तक कोई कार्यक्रम नहीं है। सभी देशों के डेवलपमेंट मिनिस्टर आएंगे। मेहमानों के स्वागत के लिए व्यापक तैयारी की गई है. कौशल राज शर्मा, कमिश्नर