देवांश मर्डर केस: बनारस में किस ढाबा वाले ने दी थी पिस्टल
वाराणसी (ब्यूरो)। फर्रुखाबाद के शिक्षक पुत्र देवांश यादव की मर्डर मिस्ट्री सुलझाने के बाद पुलिस ने तफ्तीश को आगे बढ़ा दिया है। पुलिस अब वारदात में प्रयुक्त पिस्टल का स्रोत तलाश रही है। यह जानने की कोशिश की जा रही कि पिस्टल आखिर किस ढाबे वाले ने उपलब्ध कराया था। ढाबे वाला असलहों की आपूर्ति का कारोबार तो नहीं करता है। सवालों के जवाब जानने को बिहार पुलिस से संपर्क साधने के साथ ही राहुल सेठ को रिमांड पर लेने की तैयारी भी शुरू है.
27 मई को अगवादेवांश की हत्या उसकी पूर्व प्रेमिका अनुष्का तिवारी निवासी जीसी 28 आवास विकास केशवपुरम थाना कल्याणपुर कानपुर ने अपने नए प्रेमी राहुल सेठ निवासी गोला बाजार मडियाहूं जौनपुर व उसके ड्राइवर सादाब आलम निवासी मोहल्ला काजीकोट, नीयर स्लाटर हाऊस थाना मडियाहूं जौनपुर (मूलत: मुगलसराय) के साथ साजिश रचकर 27 मई को अगवा किया और उसी दिन उसे मार डाले थे।
मारी तीन गोलियां
देवांश को पेचकश से गोदने के बाद तीन गोलियां भी मारी गईं थी। वारदात में प्रयुक्त पिस्टल अनुष्का तिवारी ने ही अपने नए प्रेमी राहुल सेठ के जरिए किसी ढाबे से मंगवाया था। उस ढाबे वाले का क्लू पुलिस के पास फिलहाल नहीं है। केस की छानबीन कर रहे सब-इंस्पेक्टर राजकुमार वर्मा ने बताया कि पिस्टल बरामदगी के लिए सारी कवायद की जाएगी.
माता-पिता रवाना इसमें अभियुक्त राहुल को रिमांड पर लेना, बिहार पुलिस से संपर्क करना इत्यादि शामिल है। उधर बेटे की यादों के सहारे जीवन काटने को पिता रामकिशोर यादव और मां मीरा यादव सोमवार को फर्रुखाबाद के लिए रवाना हो गए। मुसीबत के वक्त युवा फाउंडेशन की सीमा चौधरी अपनी टीम के साथ पहले दिन से लगी रहीं। उन्होंने मुश्किल वक्त में यादव दंपती को कई दिन अपने घर भी रखा था।