Varanasi news: दो साल में बनारस में अनाज की डिमांड में दोगुना इजाफा
वाराणसी (ब्यूरो)। काशी में अनाज कारोबारियों पर बाबा का गजब का आशीर्वाद बरस रहा है। पिछले दो सालों में गली-मुहल्ले और सड़कों पर धड़ाधड़ खुले गेस्ट हाउस, लॉज और होटल से कई कारोबारी मालामाल हो गए। वजह इन गेस्टहाउस, होटल और रेस्टोरेंट में अनाज की जबरदस्त डिमांड हो रही है। दो साल अनाज की डिमांड में दोगुना इजाफा हुआ है। पहले जहां 1 लाख क्विंटल आटा, 80 हजार क्विंटल चावल की खपत होती थी, वहीं अब बढ़कर दो लाख क्विंटल आटा और चावल की खपत डेढ़ लाख क्विंटल हो गयी है। वहीं दाल की खपत प्रतिदिन एक लाख क्विंटल की हो रही है.
दो से तीन दिन स्टे
उत्तर प्रदेश फ्लोर मिल्स एसोसिएशन के वाइस प्रेसीडेंट दीपक बजाज ने बताया कि काशी में श्री काशी विश्वनाथ धाम बनने के बाद टूरिस्टों की संख्या में गजब का इजाफा हुआ है। इसको देखते हुए हर गली, हर मुहल्ले में लॉज, होटल और रेस्टोरेंट खुल गए। कोई भी टूरिस्ट शहर में घुमने के लिए आ रहा है तो दो से तीन तक स्टे जरूर कर रहा है। इनके रहने-खाने की व्यवस्था होटल, लॉज और रेस्टोरेंट ही कर रहे हैं.
25 फ्लोर मिल्स
अनाज की डिमांड बढऩे पर पिछले दो सालों में 5 फ्लोर मिल्स नए और खुल गए हैं। अब टोटल फ्लोर मिलों की संख्या बढ़कर 20 से 25 हो गयी है। इन फ्लोर मिल्स से प्रतिदिन 2 लाख क्विंटल आटा की खपत हो रही है। मार्केट में आटा 30 रुपए किलो है। इस हिसाब से प्रतिदिन 60 लाख रुपए का आटा का कारोबार हो रहा है.
डेढ़ लाख क्विंटल चावल की खपत
फ्लोर मिल्स एसोसिएशन के पदाधिकारी विजय कपूर की मानें तो चावल की भी डिमांड काफी बढ़ गयी है। मीडियम क्लास के रेस्टोंरेंट हो या फिर हाई क्लास के 60 रुपए किलो से कम का चावल अपने यहां नहीं बनाते हैं। यही वजह है कि चावल की खपत प्रतिदिन डेढ़ लाख क्विंटल की है, जबकि पहले 80 हजार क्विंटल के आसपास चावल की खपत होती थी.
आलू और प्याज की खपत डेढ़ गुना
चावल, आटा, दाल ही नहीं, टूरिस्टों की संख्या बढऩे से सब्जियों की भी खपत बढ़ गयी है। दो साल पहले जहां 12 गाड़ी आलू, 8 गाड़ी प्याज की आवक हो रही थी। वहीं अब बढ़कर 20 गाड़ी आलू, प्याज 14 गाड़ी की आवक हो रही है। यह सभी गाडिय़ां चंदुआ सट्टी, सुंदरपुर सब्जी मंडी, विशेश्वरगंज, राजातालाब सब्जी मंडी को मिलाकर है। मंडी के कारोबारी हीरा लाल मौर्या की मानें तो आलू, प्याज की गाडिय़ां अब सीधे इन मंडियों में आ रही हैं.
2021 में अनाज की खपत प्रतिदिन
1 लाख टन आटा
80 हजार टन चावल
50 हजार टन दाल
14 गाड़ी आलू
10 गाड़ी प्याज
2023 में अनाज की डिमांड प्रतिदिन
2 लाख टन आटा
1.5 लाख टन चावल
1 लाख कुंतल दाल
20 गाड़ी आलू
15 गाड़ी प्याज
नोट-मंडी के कारोबारियों के मुताबिक आंकड़ा
फैक्ट फीगर
20
फ्लोरमिल की संख्या 2023 में
25
फ्लोरमिल की संख्या 2022 में
पिछले दो सालों में आटा, चावल और दाल की खपत दोगुना बढ़ गयी है। शहर में रेस्टोरेंट, लॉज की संख्या बढऩे से डिमांड बढ़ी है.
दीपक बजाज, वाइस प्रेसिडेंट, उप्र रोलर फ्लोर मिल्स एसोसिएशन
आलू और प्याज जैसी सब्जी चाट से लेकर खाने में यूज होता है। यह सच है कि टूरिस्टों की संख्या बढऩे पर आलू और प्याज की खपत बढ़ गयी है.
हीरा लाल मौर्या, अध्यक्ष, फल-सब्जी व्यवसायी संघ
काशी में प्रतिदिन एक से डेढ़ लाख टुूरिस्ट आ रहे हैं। यहां भोजन और चाट वगैरह खा कर रहे हैं। अनाज की मांग बढऩे पर पांच और नए फ्लोर मिल खुल गए हैं.
विजय कपूर, अध्यक्ष, उप्र, उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल
शहर में तेजी से टूरिस्टों की संख्या बढ़ी है। दो साल में अनाज की डिमांड भी बढ़ी है। होटल और रेस्टोरेंट वाले बल्क में अनाज खरीद रहे हैं.
भगवान दास जायसवाल, अध्यक्ष, फणिया संघ