Heatwave in Varanasi: श्मशान घाटों पर बढ़ी चिताओं की संख्या 25 साल पहले का याद आ रहा मंजर भीषण गर्मी और आग जैसी धूप से सड़कों पर पसरा सन्नाटा

वाराणसी (ब्यूरो)Varanasi Heatwave: भीषण गर्मी से पूरा पूर्वांचल परेशान है। गर्मी के चलते बलिया में जहां एक सप्ताह में 100 से अधिक लोगों की मौत से हड़कंप मची है, वहीं बनारस में भी गर्मी चरम पर है। यहां भी हीटवेव से मरने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है। रविवार को जिले में कुल 13 लोगों की मौत के बाद यहां भी भय का माहौल बन रहा है। मरने वालों में कोई बीमारी न होने से इसे हीटवेव से हुई मौत माना जा रहा है। सोमवार को भी लू की चपेट में आने से कई लोगों के मौत की बात सामने आई। चिलचिलाती धूप और लू की चपेट में आने के बाद लोग अस्पताल पहुंच रहे है। यहां ऐसे मरीजों से सभी बेड फुल हो चुके है। मंडलीय और जिला अस्पताल में सामान्य वार्ड से लेकर इमरजेंसी तक फुल है। श्मशान घाटों पर चिताओं की लंबी कतार लग रही है.

25 साल पहले क्या?

बनारस में पड़ रही गर्मी तीन दशक पहले के भयावह मंजर की याद दिला रही है। महाश्मशान मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर शवों का दाह संस्कार करने के लिए लंबी कतार और मोक्ष के लिए घंटों तक इंतजार करना पड़ रहा है। इन दोनों घाट पर एक लाइन से सजी चिताओं को देखकर कुछ लोग कोरोनाकाल के समय तो कुछ 25 साल पहले के मंजर को याद कर रहे हैं। मौसम विज्ञानी एसएन पांडेय की मानें तो 1998 में भी लोग हीटवेव की चपेट में आकर मर रहे थे.

जून में बढ़ा था आंकड़ा

उस समय भी जून में अचानक मौत का आंकड़ा बढ़ गया था। कुछ वैसी ही स्थिति इन दिनों भी इन दोनों घाटों पर दिख रही है। सोमवार को बनारस में अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस था। दिन भर कड़ी धूप और लू चलने के कारण सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। लोग घरों में दुबके नजर आए.

बढ़ रही भीड़

शाम होने के साथ ही श्मशान घाटों पर भीड़ का मंजर बढऩे लग रहा है। शाम को वहां से अंतिम संस्कार के लिए लंबी कतार देखने को मिल रही है। महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर अंतिम संस्कार कराने वाले ने बताया कि गर्मी के कारण शवदाह करने वालों की भीड़ लगातार बढ़ रही है। जगह नहीं होने के कारण लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। लगभग कुछ ऐसा ही नजारा हरिश्चंद्र घाट का भी है.

संख्या 250 के पार पहुंची

यहां पर अंतिम संस्कार कराने वाले रामबाबू ने बताया कि डेली शवों की संख्या बढ़ रही है। पहले जहां 25 से 35 शव दाह संस्कार के लिए आते थे, वहीं इधर तीन चार दिन से यह संख्या 100 को पार कर गई है। वहीं महाश्मशान घाट पर आम दिनों में 100 से 110 शवों का अंतिम संस्कार होता था, लेकिन इन दिनों यह आंकड़ा बढ़ कर 250 तक पहुंच गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि भीषण गर्मी के कारण लोगों की लगातार मौत हो रही है। मृतकों में वृद्ध और बीमार लोग ज्यादा शामिल हैं.

लाशों से मोर्चरी फुल

जानलेवा गर्मी लोगों को किस तरह से मौत के मुंह में लेकर जा रही है, इसका प्रमाण शहर के सरकारी अस्पतालों व वहां के मॉर्चरी में देखने को मिल रहा है। यहां भी लाशों को रखने के लिए जगह नहीं बची है। शिवपुर पोस्टमार्टम हाउस में बर्फ की सिल्ली पर लाशें रखी जा रही हैं। यहां के मोर्चरी रूम में आठ लाश रखने की जगह है, लेकिन इन दिनों यह संख्या डबल से भी ज्यादा हो गई है। लाशों को सुरक्षित रखने के लिए बर्फ की सिल्लियां मंगाई जा रही हैं। बीएचयू स्थित पोस्टमार्टम हाउस में भी पहले से ज्यादा लाशें पहुंच रही हैं.

जारी की एडवाइजरी

गर्मी के कहर को देखते हुए हेल्थ डिपार्टमेंट अलर्ट मोड पर है। सीएमओ ने इसे लेकर एडवाइजरी जारी की है। यहां गर्मी से बचाव और इलाज के लिए मंडलीय अस्पताल और जिला अस्पताल में व्यवस्था भी की गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी एडवाइजरी के मुताबिक, लोगों को दिन के समय तेज धूप में निकलने से बचने, शरीर में पानी की कमी न होने के लिए समय-समय पर पेय प्रदार्थों का सेवन करते रहने की सलाह दी गई है.

अभी काफी पीछे है तापमान

वर्ष - माह -तापमान

2014 7 जून 46.7

2015 9 जून 46.4

2017 4 जून 46.5

2019 10 जून 46.4

2023 19 जून 43.8

Posted By: Inextlive