दशाश्वमेध में पिता-पुत्र समेत मासूम की डेड बॉडी मिलीं विषा1त पदार्थ खाने की आशंका चाय बेच करते थे गुजारा चाय के हिसाब को लेकर बाप-बेटे में होता था विवाद

वाराणसी (ब्यूरो)दशाश्वमेध घाट के सामने बंगाली टोला गली में गुरुवार की मनहूस सुबह ने सनसनी फैला दी। यहां लालजी साहनी के मकान के निचले तल पर एक कमरे में तीन डेड बॉडी मिलीं। गंगा घाट पर घूमकर चाय बचने वाले ने बेटे व नाती के साथ सुसाइड कर लिया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो कमरे के अंदर बेड पर तीनों शव पड़े थे। चेहरे नीले पड़े थे। मुंह से झाग निकल रहा था। आशंका जताई गई कि जहर खाने से तीनों की मौत हुई है। कमरे में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है.

तो बच जाती तीन जानें

मकान में रहने वाले अन्य किरायेदारों की मानें तो तड़के सुबह करीब पांच बजे कमरे के अंदर से चाय बेचने वाले के कराहने की आवाज आ रही थी। इसी बीच घाट से छोटा बेटा भरत आया तो महिला ने उसे बताया कि लग रहा है कि तुम्हारे पिता की तबीयत ठीक नहीं है। उनके कराहने की आवाज आ रही थी। इसके बाद बेटे भरत ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन नहीं खुला। इसके बाद वह आंगन में जाकर सो गया। सुबह नौ बजे फिर उठा तो दरवाजा खुलवाया, लेकिन नहीं खुला।

अगर तड़ते ही दरवाजा खुल जाता तो शायद तीनों जिंदा होते। बाद में पुलिस पहुंची और 10 बजे जब दरवाजा तोड़ा गया, तब तक तीनों जिंदगियों का अस्त हो गया।

दो साल पहले आया परिवार

मृतकों की शिनाख्त जनार्दन तिवारी (67), उनके बेटे अश्वनी (27) और नाती दीपू (8) के तौर पर हुई है। जर्नादन मूल रूप से गाजीपुर के सैदपुर का रहने वाला था। पत्नी की मौत के बाद वह बनारस आ गया। करीब दो साल पहले लालजी सहानी के मकान में एक कमरा किराये पर लेकर रहने लगा। उसके साथ दो बेटे अश्वनी, भरत और नाती दीपू रहते थे।

बड़े बेटे से था परेशान

जर्नादन तिवारी घर पर ही नींबू की चाय बनाकर दशाश्वमेध घाट पर बेचता था। इस काम में छोटा बेटा भरत भी मदद करता था, लेकिन बड़ा बेटा अश्वनी मदद करने की बजाय पिता से अक्सर लड़ाई-झगड़ा करता था। वह शराब पीने का आदी था। दोनों में कई बार मारपीट तक हुई थी। अश्वनी के बर्ताव से पिता बहुत परेशान था। चाय के हिसाब को लेकर बाप-बेटे में विवाद होता था। डीसीपी काशी आरएस गौतम, एसीपी अवधेश पांडेय, थाना प्रभारी व फारेंसिक टीम मौके पर पहुंची। लोगों ने बताया कि बुधवार की रात पिता-पुत्र ने शराब पी और खाना खाने जा रहे थे। इसी दौरान पिता व पुत्र में विवाद होने लगा। करीब आधा घंटा बाद सभी शांत हो गए। इस दौरान छोटा पुत्र भरत चाय बेचने गया था।

शाम सात बजे दरवाजा बंद

बुधवार शाम चाय बेचकर जर्नादन घर पहुंचा तो किसी बात को लेकर अश्वनी से विवाद शुरू हो गया। दोनों के बीच लड़ाई भी हुई थी। शाम के व1त नाती आंगन में खेल रहा था। नाना के बुलाने पर वह करीब सात बजे कमरे में चला गया। इसके बाद दरवाजा बंद हो गया।

थाली में मिला बचा भोजन

एसीपी अवधेश पांडेय ने बताया कि कमरे में एक थाली मिली हैं। इसमें बचा हुआ भोजन है। देखकर ऐसा लगता है कि तीनों ने इसी थाली में खाना खाया है। इस थाली के आस-पास जमीन पर कुछ सफेद पाउडर मिले हैं। जो फोरेंसिक टीम के मुताबिक, सल्फास हो सकते हैं। उन्हें जांच के लिए भेजा गया है। सब्जी पूरी तरह से काली हो गई थी। तीनों शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया गया है। मौत ही वजह स्पष्ट नहीं होने पर विसरा जांच के लिए संरक्षित किया गया है.

मासूम पहले ही हो गया था अनाथ

पुलिस के मुताबिक मरने वाले मासूम की मां की शादी बिहार में कहीं हुई थी। जब वह गर्भ में था तभी पति-पत्नी में अलगाव हो गया था। तब से उसकी मां मायके में रह रही थी। करीब तीन साल पहले मासूम की मां का निधन हो गया था.

Posted By: Inextlive