Varanasi news: चढ़ावे के बाद दर्शन आसान
वाराणसी (ब्यूरो)। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, काल भैरव मंदिर समेत बनारस के बड़े मंदिरों में चढ़ावे के बाद आसान दर्शन की गारंटी दी जा रही है। यह चौंकाने वाली जानकारी दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की पड़ताल में सामने आ रही है। मंदिर के आसपास पैसा लेकर दर्शन कराने वालों की लंबी फेहरिस्त है। इसके लिए अलग-अलग रेट का भी खुलासा हुआ है। जहां दुकान पर जाने पर 500 से 700 रुपये तो बीच लाइन में 200 रुपये की डिमांड की जा रही है। दलालों का दावा है कि लाइन में लगने के बजाय आपको डायरेक्ट दर्शन करा देंगे। हालांकि इस तरह की शिकायत लगातार मंदिर प्रशासन के पास भी पहुंच रही है। एक दिन पहले एक वकील ने भी इस तरह का गंभीर आरोप मंदिर कर्मचारी पर लगाया था। इसकी भी जांच चल रही है.
वकील ने की लिखित शिकायत
वकील प्रतीक कुमार सिंह ने मंदिर प्रशासन को लिखित शिकायत दी है कि वह काशी विश्वनाथ मंदिर में नियमित दर्शन करते हैं। रोज की तरह शनिवार सुबह 6:30 बजे काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने गए थे। जहां मंदिर के कर्मचारी सुधांशु पाल द्वारा दर्शनार्थियों से पैसा लेकर काशी विश्वनाथ गर्भ गृह में प्रवेश कराकर दर्शन कराया जा रहा था। प्रतीक कुमार ने इसको देखकर मंदिर परिषद के उच्च अधिकारियों से शिकायत करने को कहा तो प्रतीक की बात से सुधांशु पाल भड़क गया और वह प्रतीक को गंदी गालियां देते हुए धमकी देने लगा। जब प्रदीप ने अपना परिचय वकील के रूप में दिया और गाली देने को मना किया तो वह पूरे वकील समाज को गाली देने लगा और मंदिर के बाहर देख लेने की धमकी देने लगा और जान से मारने की धमकी भी दी। इस घटना के बाद दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने मंदिर में हो रही इस तरह की घटनाओं का रियलिटी चेक रविवार को किया, जिससे पता चला कि सिर्फ काशी विश्वनाथ मंदिर में ही नहीं बल्कि बनारस के सभी बड़े मंदिरों में पैसे लेकर दर्शन कराए जा रहे हैं.
काल भैरव : 500 रुपये में दर्शन
इसकी शुरुआत मैदागिन स्थित काल भैरव मंदिर से की गई जहां रविवार के चलते लंबी लाइन लगी हुई थी। जैसे ही मंदिर में प्रवेश किया गया तो वहां सजी फूल-मालों के दुकानदार लोगों को बीच से लाइन में लगवाने की बात कह रहे थे। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम ने जब दर्शनार्थी बनकर दुकानदार से दर्शन कराने के लिए पैसे पूछे तो उसने 500 रुपये की मांग की और बताया कि अंदर पंडित से लेकर पुलिस वालों तक सभी से उनकी जान-पहचान है। इससे कोई उन्हें कुछ नहीं कहता और ऐसे ही वह लोगों को दर्शन कराते हैं। वहीं दर्शन करने आए लोगों का भी यही कहना था कि मंदिर के आस-पास की दुकान वाले यहां पैसे लेकर लाइन में लगवा रहे थे। मंदिर में पैसा लेकर पूजा कराने की बात भी सामने आई।
विश्वनाथ मंदिर में भी हेराफेरी
काल भैरव में जांच के बाद आईनेक्स्ट टीम जब काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन करने पहुंची तो वहां का नजारा भी कुछ ऐसा ही था। जो भी फूल माला खरीदने के लिए दुकान जा रहा था, दुकानदार उससे पैसे लेकर दर्शन कराने की बात कह रहा था। फूल-माले के साथ बिना लाइन में लग कर दर्शन कराने के लिए 500 से 700 रुपये तक की मांग की जा रही थी। वहीं मंदिर के अंदर भी पीछे लाइन में लगे लोगों को आगे लाइन में लगाने के लिए 200 रुपये की मांग की जा रही थी। कुछ लोगों ने पैसा देकर दर्शन करने के लिए मना कर दिया तो कुछ लोग पैसा देकर आगे लाइन में जल्दी दर्शन करने के लिए लग गए।
अन्नपूर्णा मंदिर : यहां भी वही हाल
काशी विश्वनाथ मंदिर के पास अन्नपूर्णा मंदिर में भी दुकानदारों द्वारा दर्शन कराने के लिए 200 रुपये लिए जा रहे थे। वहां मंदिर के पास रहने वाले आस-पास के लोगों का कहना था कि यहां यह सब होता रहता है। दुकानदार पैसा लेकर दर्शन के लिए आए हुए लोगों से पैसा लेते हैं और मंदिर में बिना लाइन में लगे दर्शन करवाते हैं। साथ ही मंदिर में पूजा कराने के लिए भी यह दुकानदार पैसे लेते हैं.
मंदिर में बिना लाइन में लगे दर्शन कराने के लिए लिए दुकानदार पैसे लेते हैं। यह सिलसिला यहां रोज चलता रहता हैै.
कमलेश पांडे
मंदिर में दर्शन के लिए जब लाइन में लगे थे तो लोग पैसा लेकर आगे लाइन में लगवाने के लिए कह रहे थे। इसके लिए मैैंने मना कर दिया था.
रजत
मंदिर में दर्शन के लिए आए तो दुकानदार आगे लाइन में लगाने की बात कह रहे थे। साथ ही पैसे की मांग कर रहे थे, जिसके लिए मैैंने मना कर दिया था.
ऋचा
दर्शन के नाम पर पैसे वसूलने के मामले में जांच कराई जा रही है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
सुनील कुमार वर्मा, सीईओ, विश्वनाथ मंदिर