डीएसी बुकिंग कोड दिखाने पर मिलेगा सिलेंडर
वाराणसी (ब्यूरो)। अब उपभोक्ताओं के बुकिंग का सिलेंडर डिलेवरी मैन कहीं और नहीं दे सकेंगे। इस पर अंकुश लगाने के लिए इंडियन ऑयल ने नयी पॉलिसी लागू की है। इसके तहत उपभोक्ताओं को बुकिंग के समय ही डीएसी (डिलीवरी आर्थोटिकेशन कोड) डिलीवरी मैन को बताना होगा। इसके बाद ही सिलेंडर की डिलीवरी की जाएगी। इंडियन ऑयल कंपनी ने नयी पॉलिसी अप्रैल माह के अंत से लागू कर दी है.
मोबाइल पर कोड रसोई गैस उपभोक्ताओं को सिलेंडर की बुकिंग कराते समय ही डीएसी कोड मोबाइल पर आ जाएगा। डीएसी कोड से यह कन्फर्म हो जाएगा कि उनकी बुकिंग पक्की हो गयी है। पहले क्या होता था कि बुकिंग कराने के बाद भी डिलीवरीमैन उपभोक्ताओं की बुकिंग का सिलेंडर कहीं और दे देते थे। इससे उपभोक्ताओं को दिक्कत होती थी। नए सिस्टम से नकेलआईओसी के नए नियम से डिलीवरी मैन की मनमानी पर रोक लगेगी। उपभोक्ताओं को समय से सिलेंडर मिलेगा। बुकिंग के बाद जब डिलीवरी मैन सिलेंडर लेकर पहुंचेगा तो उपभोक्ता डीएसी कोड दिखाएंगे। इसके बाद ही उनको सिलेंडर मिलेगा। कोड न दिखाने पर उनको सिलेंडर नहीं दिया जाएगा.
चार अंकों का कोडउपभोक्ता अपने मोबाइल नं। से 8454955555 पर मिस्ड काल देंगे। मिस्ड काल देते ही गैस सिलेंडर बुक हो जाएगा। उसी नंबर पर चार अंकों का डीएसी कोड मिल जाएगा। यही डीएसी कोड दिखाकर सिलेंडर की डिलीवरी कन्फर्म मानी जाएगी.
दिक्कत पर करें संपर्क अगर किसी उपभोक्ता को डीएसी कोड नहीं मिल पाता है तो वह अपने एजेंसी संचालक से संपर्क कर सकता है। सभी उपभोक्ताओं के नंबर एजेंसी में रजिस्टर्ड हैं। इसके बाद भी उनको डीएसी कोड नहीं मिलता है तो वे कभी भी आकर एजेंसी में अपनी समस्या को बता सकते हैं. उपभोक्ता इसके प्रति जागरूक हों। गैस की कालाबाजारी पर अंकुश लगाने के लिए नयी पॉलिसी को लागू किया गया है। इससे उपभोक्ताओं को ही सहूलियत मिलेगी. स्वप्नील गर्ग, क्षेत्रीय अधिकारी, आईओसी सभी उपभोक्ताओं को बताया जा रहा है कि डीएसी कोड डिलीवरीमैन को जरूर बताएं, तभी उनकी डिलीवरी कन्फर्म मानी जाएगी. मनीष चौबे, प्रवक्ता, एलपीजी एसोसिएशन