फिर बाइकथॉन जैसे इवेंट से लोगों का नजरिया बदला एक बार फिर से साइक्लिंग को लेकर उत्साह बढ़ा

वाराणसी (ब्यूरो)साइक्लिंग से वाकई में हर लोगों का नजरिया बदल जाता है, क्योंंकि इयर मिड में जिंदगी की रफ्तार जब स्लो या इमबैलेंस होने लगे तब ऐसे इवेंट रिचार्ज करते हैं। फिर बाइकथॉन जैसे इवेंट से लोगों का नजरिया बदलता है। ऐसे लोगों में एक बार फिर से साइक्लिंग को लेकर उत्साह बढऩे लगता है। इससे उन्हें कई तरह फायदे होने लगते हैं। एज फैक्टर फिर मायने नहीं रखता। वह साइक्लिंग में ही व्यस्त रहते हैं। सुबह के समय साइक्लिंग करना नहीं भूलते.

लाइफ को गति देता है साइकिल

साइकिल हमारे जीवन में गति ही नहीं बल्कि जीवन का संतुलन भी सिखाता है। पैंडलिंग, दम लगाना और आगे बढ़ते जाना, हर लोगों को अच्छा लगता है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट का बाइकथॉन वाकई में कई लोगों को अच्छा लगता है। इस इवेंट का लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है कि कब शुरू होगा। अब देख लीजिए बाइकथॉन को अभी दो हफ्ते का समय शेष बचा है। फार्म लेने के लिए यूथ की होड़ मची है। स्कूलों से फोन आने लगे हैं.

बहुत नाम सुना है बाइकथॉन

सुंदरपुर की रहने वाली सुष्मिता सेन ने बताया कि बाइकथॉन का नाम बहुत सुना है। इस बार इसमें शामिल होना चाहती हूं। इसके लिए पहले से ही उन्होंने फार्म ले रखा है। उनका कहना है कि साइक्लिंग से जीवन की रफ्तार बढ़ जाती है। साइकिल में पैंडलिंग करना और ब्रेक मारना उन्हें काफी अच्छा लगता है। बाइकथॉन ने तो साइक्लिंग का नजरिया ही बदल दिया है। इसमें शामिल होने के लिए लोगों की होड़ लगी रहती है। खैर महमूरगंज के पल्लव वाही भी बाइकथॉन को लेकर काफी एक्साइड हैं। उनका कहना है कि इस तरह के इवेंट होने चाहिए। इससे लाइफ को गति मिलती है। हेल्थ भी बेहतर रहता है। ऐसे इवेंट में लोगों को भी शामिल होना चाहिए। साइक्लिंग जीवन का हिस्सा है। पूरे दम के साथ पैंडलिंग करना इससे बॉडी भी दुरुस्त रहती है.

बाइकथॉन का बेसब्री से इंतजार रहता है। लाइफ में साइक्लिंग करना अच्छा लगता है। साइकिल चलाने में दम जरूर लगता है लेकिन शरीर काफी हल्का हो जाता है। धार पर चढ़ाना हो या फिर उतारना काफी अच्छा लगता है.

प्रवीण कुमार मेहता, मेंबर, वीटीजीए

बाइकथॉन ने तो काफी लोगों का साइक्लिंग के प्रति नजरिया ही बदल दिया है। इसमें शामिल होने के लिए लोग काफी उत्सुक रहते हैं। इसमें शामिल होने के लिए अभी से लोग तैयार हैं.

संजय सिंह, महामंत्री, दवा विक्रेता समिति

बॉडी के संतुलन को साइक्लिंग बनाए रखता है। दम लगाकर पैडल मारना और तेजी से भागना अच्छा लगता है। बाइकथॉन जैसे इवेंट सभी को कराना चाहिए। इस तरह के इवेंट लोगों का साइक्लिंग के प्रति नजरिया बदल देते हैं.

सुष्मिता सेठ, संयोजक, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ

बाइकथॉन सिटी का सबसे पसंदीदा इवेंट बन चुका है। एक उम्र के बाद लोग साइक्लिंग करना छोड़ देते हैं। ऐसे लोगों में बाइकथॉन एनर्जी देने का कार्य करता है। साइक्लिंग के प्रति अवेयर करता है.

डाअंगिका कुशवाहा, टेक्सटाइल्स डिजायनर

Posted By: Inextlive