सुरक्षा तो है बहाना, भौकाल है दिखाना
-आचार संहिता लागू होने के बाद जिले में लाइसेंसी असलहों की कुल संख्या के आधे असलहे ही अब तक हुए जमा
-स्क्रीनिंग कमेटी के पास काफी तादाद में लोगों ने सुरक्षा व व्यापारी होने का हवाला दे असलहा पास में रखने का दे रखा है एप्लीकेशन 1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढनिकाय चुनाव की घोषणा के बाद लाइसेंसी असलहों को जमा करने और न करने को लेकर तरह इस बार भी लोगों की आनाकानी जारी है। हाल ये है कि आचार संहिता लागू होने के बाद असलहों को जमा कराने के नियम के बाद भी जिले में रजिस्टर्ड 10 हजार से ज्यादा असलहों में से मात्र 54 सौ लाइसेंसी असलहे ही अब तक जमा हो सके हैं। अधिकतर लोगों ने स्क्रीनिंग कमेटी में असलहे अलग अलग कारणों का हवाला देते हुए जमा न करने का एप्लीकेशन दे रखा है। इससे अब यह सवाल भी उठ रहा है कि जब 26 नवंबर को वोटिंग है। इसके बाद भी आधे से अधिक लाइसेंसी असलहे जमा नहीं किये जा सके हैं। ऐसे में प्रशासन क्या कदम उठायेगा?
थानों से दुकानों तक में होते हैं जमाहर चुनाव में लाइसेंसी असलहा धारक अपने असलहों को थानों में या शस्त्रों की दुकान में जमा कराते हैं। अधिकांश लोग पहला विकल्प दुकानों को ही रखते हैं। वजह यहां उनके असलहों की प्रॉपर केयर की जाती है। इस बार भी अधिकांश असलहे दुकानों में ही जमा हुए हैं। हां, जिन लोगों ने असलहों को अब तक जमा नहीं किया है या फिर उनके मामले को स्क्रीनिंग कमेटी ने क्लीयर नहीं किया है तो वो लास्ट ऑप्शन थानों को लेकर चल रहे हैं।
अपने हिसाब से वसूलते हैं पैसा असलहे को दुकानों में जमा करने के लिए 100 रुपये का ट्रेजरी ऑफिस में चालान जमा होता है। दुकानों पर फीस जमा करने की कोई एमाउंट फिक्स नहीं है। ऐसे में दुकानदार असलहा जमा करने की मनमाना फीस वसूलते हैं। लाइसेंसी असलहाधारकों का कहना है कि इन लोगों की कोई निर्धारित फीस नहीं है। कोई एक हजार तो कोई दो हजार रुपये की मांग करता है। कुछ यूं है रेट - बंदूक 1200 से 1500 रुपये तक - राइफल 1500 से 2000 रुपये तक - पिस्टल 2100 से 25 सौ रुपये तक आंकड़ों में हाल 10,532 लाइसेंसी शस्त्रधारक हैं जिले में 5,445 लाइसेंसी असलहे जमा हुए हैं अब तक 14 असलहों की रजिस्टर्ड दुकानें हैं जिले में 100 से 200 लाइसेंसी असलहों को जमा करने का हर दुकानदार के पास है अधिकार थानावार असलहों की संख्या -सारनाथ- 361-शिवपुर- 516
-सिगरा- 566 - आदमपुर- 295 -भेलूपुर- 980 -कैंट - 2958 -चेतगंज- 837 -चौक--464 -लोहता- 25 -लक्सा -182 -मंडुवाडीह - 474 -दशाश्वमेध-510 -जैतपुरा-321 -जंसा-76 -चोलापुर - 100 - बड़ागांव- 78 -कपसेठी-71 -चौबेपुर- 85 -कोतवाली- 647 -लंका-598 -मिर्जामुराद- 74 -फूलपुर - 65 -रामनगर- 279 लाइसेंसी असलहों को जमा कराने का काम चल रहा है। जिन्होंने असलहे जमा न करने के लिए वजह बताते हुए स्क्रीनिंग कमेटी में एप्लीकेशन दी है। उसकी जांच कराई जा रही है। योगेश्वर राम मिश्र, डीएम