निवर्तमान भ्रष्ट मेयर को बीजेपी ने नहीं उतारा मैदान में
-पब्लिक के डर से बीजेपी ने प्रचार से किया दूर
-स्वच्छता के नाम पर मनमाना खर्च किया धन फिर भी रिजल्ट जीरो VARANASIकांग्रेस निकाय चुनाव में बीजेपी को लेकर आक्रामक हो गई है। शनिवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व सांसद व प्रदेश के उपाध्यक्ष डॉ। राजेश मिश्र व पूर्व विधायक अजय राय ने निवर्तमान मेयर रामगोपाल मोहले पर जोरदार हमला बोला। कहा कि बीते पांच साल के कार्यकाल में उनकी ओर से खूब अनियमितता हुई। होटल, व्यवसायिक प्रतिष्ठान, जमीन, मकान आदि संपत्ति बना ली गई। पब्लिक भी उन पर करप्शन का आरोप लगा रही है। पूर्व विधायक अजय राय ने कहा कि आखिर कौन सी वजह है जिसको लेकर बीजेपी ने निवर्तमान मेयर से किनारा कर लिया है। उनको प्रचार के लिए मैदान में नहीं उतारा है। इसके पीछे पांच साल में हुआ करप्शन बड़ी वजह है। बीजेपी को भलीभांति समझ में आ गया है कि मेयर को प्रचार के लिए चुनाव मैदान में उतारा गया तो पब्लिक के सवालों का जवाब देना मुश्किल हो जाएगा। वहीं पूर्व सांसद डॉ। राजेश मिश्र ने विधानसभा चुनाव के बाद नगर निगम चुनाव में एक बार फिर से ईवीएम के इस्तेमाल पर सवाल खड़ा किया है। उनका मानना है कि ईवीएम से गड़बड़ी हो सकती है। पूर्व सांसद व प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ। राजेश मिश्र का कहना है कि विधानसभा चुनाव के बाद जब ईवीएम की गड़बड़ी का मुद्दा उठाया था तब आयोग ने उसके परीक्षण के दौरान विभिन्न राजनीतिक पार्टियों को मदर बोर्ड को छूने से मना कर दिया। आखिर जब तक मदर बोर्ड को टच नहीं किया जाएगा तो क्या पता चलेगा कि ईवीएम सही काम कर रहा है या गलत। ऐसे में पार्टी ने ईवीएम के साथ वीवीपैट की मांग की है ताकि मतदाता को यह तो पता चले कि उसने जिसे वोट दिया उसका वोट उसे ही गया।
अपराजिता को संभाल नहीं सका सपा पूर्व विधायक अजय राय ने कहा कि सपा अपराजिता सोनकर को संभाल नहीं सकी। उसकी पार्टी में उपेक्षा हुई जिसको अपराजिता ने स्वयं कहा है। इसलिए भाजपा को मौका मिल गया कि वह जिपं अध्यक्ष को सपा से तोड़कर भाजपा में शामिल कर सके। कहा कि भाजपा जान गई है कि जनता के बीच जाकर भी वह जीत नहीं रही है क्योंकि जनता अब जान गई है कि बीते पांच साल में नगर का कोई उल्लेखनीय विकास नहीं हुआ है। इसलिए सीधी जीत नहीं मिलने की आशंका में भाजपा जोड़तोड़ की निंदनीय राजनीति कर रही है।