सीएम की रिटर्निग संग हट गए भाड़े के रजाई-गद्दे, फोल्डिंग!
(रिएलिटी चेक)
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जाने के बाद डीजे आई नेक्स्ट टीम ने रैन बसेरों का किया रिएलिटी चेक - कई जगह टेंट हाउस के रजाई-गद्दों से लकालक किए गये थे रैन बसेरे दूसरे दिन पुरानी स्थिति में पहुंचे। - गुरुवार को रजिस्टर में जहां दर्जन भर लोगों की थी एंट्री वहीं शुक्रवार को गिनती के लोग ही नजर आए VARANASIमाननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी। जब आप बनारस में आए और रैन बसेरे का निरीक्षण किया तब आपको सबकुछ नीट एंड क्लीन मिला होगा। जहां भी आप गए, वहां साफ-सुथरे रजाई-गद्दे, जमीन पर फर्स्ट क्लास की दरी और बिस्तर के तौर पर फोल्डिंग चारपाई देखकर आपको सुकून मिला होगा। लेकिन काश आप दूसरे लखनऊ वापसी के बाद इन रैन बसेरों को देख पाते। आप वापसी के लिए एयरपोर्ट भी नहीं पहुंचे थे उसके पहले ही कुछ रैन बसेरों में टेंट हाउस से मंगाए गये भाड़े के रजाई-गद्दा, दरी और फोल्डिंग वापस हो गए। ये सब कुछ हमने देखा रिएलिटी चेक में। आप भी देखिये कहां क्या हुआ
अच्छा तो ये चमक और राहत किराये की थी? (एक्सक्लूसिव) Scene-1 रैन बसेरा अलईपुरा दिन: शुक्रवार समय: शाम 7 बजकर 22 मिनटयहां के रैन बसेरा में टेंट हाउस से मंगाए गए गद्दे, तकिया और कंबल तो दिखे लेकिन ठहरने के नाम पर एक भी व्यक्ति नहीं दिखा। हालांकि चार जनवरी को सीएम इंस्पेक्शन के दौरान 15-16 लोग शाम 5 बजे से रात दस बजे तक रैन बसेरा में आश्रय ले चुके थे। ऐसा रैन बसेरा में रखे रजिस्टर में दर्ज था। तीन जनवरी को इनकी संख्या महज तीन थी। लेकिन शुक्रवार को एक भी नहीं रही। हालांकि अधिकारियों की टीम यह देखने के लिए जरूर पहुंचती रही कि रजाई-गद्दे हटे तो नहीं।
Scene-2 रैन बसेरा चितरंजन पार्क दिन: शुक्रवार समय: आठ बजे यहां स्थित रैन बसेरा में सिर्फ दरी ही दिखा। उससे पहले सीएम आगमन पर किराए पर 25 गद्दे और 25 कंबल मंगाए गए थे, लेकिन शुक्रवार की सुबह ही वापस कर दिए गए। चार जनवरी की डेट में रजिस्टर में दर्ज आंकड़ों में एक दर्जन लोगों ने यहां रात्रि विश्राम किया। पांच जनवरी की रात तक आधा दर्जन ही लोग दिखे। Scene-3 रैन बसेरा जवाहरनगर मार्केट दिन: शुक्रवार समय: आठ बजकर 45 मिनटयहां मौजूद रैन बसेरा में नीचे पुआल ऊपर दरी फिर गद्दा बिछाया गया था। चादर के रूप में चांदनी बिछी रही। कंबल भी रहा। मगर, सब टेंट हाउस से किराये पर मंगाया गया था। बाहर अलाव तापते कर्मचारी और अंदर रैन बसेरा में सन्नाटा था। रजिस्टर देखा गया तो पता चला कि चार जनवरी को 16 लोगों ने आश्रय लिया, वहीं पांच जनवरी को एक भी लोग नहीं पहुंचे। कर्मचारी भी दबी जुबान से स्वीकार किए कि इधर दो दिन से व्यवस्थाएं बेहतर हुई हैं।
Scene-4 रैन बसेरा मालगोदाम रोड दिन: शुक्रवार समय: आठ बजकर 55 मिनट इस रैन बसेरे में पहले दरी ही बिछा रहता था, मगर सीएम के आने ही आहट लगी तो छह फोल्डिंग बिछ गया। वह भी गद्दा, तकिया कंबल के साथ। यहां चार जनवरी को रजिस्टर में 8 लोगों ने आश्रय लिया मगर, पांच जनवरी की रात तक एक भी लोग नहीं पहुंचे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गुरुवार को बनारस में आने, रात्रि में निरीक्षण करने और शुक्रवार को वापसी तक बहुत कुछ चमचमाता दिखा। खास एरिया की सड़कें, कंस्ट्रक्शन साइट पर चाक-चौबंद व्यवस्था। रैन बसेरों में चमचमाते चादरें, साफ-सुथरे गद्दे और गर्माहट देने वाली रजाइयां तथा फोल्डिंग चारपाई भी। लेकिन रैन बसेरों में ये चमक और निराश्रितों के लिए एक रात की राहत किराये की थी। जी हां, ये खुलासा हुआ डीजे आई नेक्स्ट के रीएलिटी चेक में। हर सीन सच बताने का काफीडीजे आई नेक्स्ट टीम ने शुक्रवार की रात शहर के रैन बसेरों का पड़ताल किया तो हर कहीं सचाई सामने आ गई। चाहे अलईपुरा का रैन बसेरा रहा हो या फिर चितरंजन पार्क का रैन बसेरा। जवाहर नगर मार्केट में बने रैन बसेरे की बात करें या फिर मालगोदाम रोड पर बने रैन बसेरा की, सभी जगह फोल्डिंग, रजाई-गद्दा और पेयजल की समुचित व्यवस्थाएं सिर्फ मुख्यमंत्री के आगमन को देखते हुए किराये पर की गई थीं। इनकी वजूद कहीं सिर्फ एक रात के लिए था तो कहीं दो-चार रातों तक कायम रहेगा।
दौड़ती रही अधिकारियों की टीम सीएम के जाने के बाद भी अधिकारियों का तूफानी दौरा जारी रहा। हालांकि आलाधिकारी तो नहीं निकले लेकिन मातहत जरूर शेल्टर होम का जायजा लेने के लिए बेकरार रहे। कोई व्हाट्सएप से शेल्टर होम की व्यवस्था जांच रहा था तो कोई अपने खास को भेजकर व्यवस्थाओं की रिपोर्ट हासिल कर रहा था। अफसरों को डर था कि कहीं रैन बसेरों की असलियत मुख्यमंत्री के लखनऊ पहुंचने तक उन तक न पहुंच जाए। कहां-कहां रैन बसेरे -सिटी स्टेशन, चुंगी चौकी -शिवदासपुर चुंगी भवन -नगर निगम चौक वार्ड, चौकी -कोतवाली वार्ड, चौकी भवन -आदमपुर, सफाई चौकी भवन -अलईपुरा, गोलगड्डा, चुंगी भवन -कैंट पुरानी माल चुंगी, चौकी भवन-लहरतारा गेट नंबर चार
-टाउन हाल, व्यायामशाला -शिवपुर, चुंगी चौकी -कैंट रेलवे स्टेशन नेहरू मार्केट -सांस्कृतिक संकुल के निकट