- सेल्स टैक्स विभाग के राडार पर अनरजिस्टर्ड फूड स्टाल्स

- डिटेल जुटाने के बाद कार्रवाई करने की तैयारी

VARANASI

बनारस गलियों का शहर है। सड़कों के अलावा गलियों में भी मार्केट और खाने-पीने के तमाम दुकानें हैं। यहां न बैठने की जगह, न ही पीने के पानी का इंतजाम और न ही बड़े रेस्टोरेंट जैसा तामझाम फिर भी सुबह से लेकर शाम तक ग्राहकों की भीड़ रहती है। ऐसे दुकानें अब वाणिज्य कर विभाग के रडार पर हैं। अभी एक हफ्ते पहले अलीगढ़ में मुकेश कचौड़ी भंडार पर छापेमारी के दौरान लाखों रुपये के टैक्स चोरी का मामला सामने आया था। इस खुलासे के बाद वाराणसी में अनरजिस्टर्ड फूड स्टाल्स पर कार्रवाई से पहले स्पेशल इनवेस्टिगेशन ब्यूरो की टीमें शहर में ऐसे रजिस्टर्ड फूड स्टॉलों का अध्ययन कर रही हैं, जिनका टर्नओवर लाखों में है और टैक्स भी जमा कर रहे हैं।

शहर में तेजी से बढ़े हैं फूड स्टॉल

वाणिज्य कर विभाग के अधिकारी के मुताबिक पिछले कुछ वषरें में वाराणसी में फास्ट फूड का चलन तेजी से बढ़ा है। खासतौर पर कॉलेज और ऐसे स्पॉट्स जहां युवाओं का मूवमेंट ज्यादा होता है। वहां पर कई तरह के फास्ट फूड स्टॉल खुले हैं। ऐसे स्टॉलों पर सुबह-शाम बिक्री तो खूब होती है। मगर अनरजिस्टर्ड होने के कारण टैक्स जमा नहीं करते हैं, जिससे सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक नदेसर, जगतगंज, लहुराबीर, चौक, मैदागिन, गौदोलिया, सिगरा, लंका, रामनगर में कई ऐसे मशहूर फूड प्वाइंट हैं, जो बिना रजिस्ट्रेशन कारोबार कर रहे हैं।

दुकानों की डिटेल जुटा रहा विभाग

शहर में तमाम अनरजिस्टर्ड फूड स्टॉल्स पर कार्रवाई से पहले विभाग से जुड़ी स्पेशल इनवेस्टिगेशन ब्यूरो की टीमें शहर में ऐसे रजिस्टर्ड फूड स्टॉलों का अध्ययन कर रही हैं, जो हर साल लाखों रुपये का टर्नओवर दिखा रहे हैं और टैक्स भी जमा कर रहे हैं। टीमें इनके जरिए अनुमान लगा रही हैं कि ऐसे स्टॉल प्रति माह कितनी कमाई करते हैं। कुछ साल पहले टैक्स चोरी की शिकायत पर वाणिज्य कर विभाग की टीम ने एक-दो जगह छापेमारी भी की थी। टीम के निशाने पर शहर के चर्चित कई ऐसे फूड स्टॉल हैं, जो प्रतिमाह मोटी कमाई रहे हैं पर टैक्स नहीं भर रहे।

विभाग की नजर ऐसे अनरजिस्टर्ड

फूड स्टॉलों पर है, जो फेमस हैं और जिनका टर्नओवर ज्यादा है। मगर टैक्स नहीं जमा कर रहे हैं। पिछले कुछ वषरें में ऐसे फूड स्टॉलों की संख्या तेजी से बढ़ी है। समय-समय पर ऐसे फूड स्टॉल्स पर कार्रवाई होती रहती है।

-ओपी तिवारी, ज्वाइंट कमिश्नर, वाणिज्य कर विभाग

Posted By: Inextlive