जहर में न पकाओ, बेच के पैसे कमाओ
खाने की चीजें बनाने के लिए एक ही तेल का इस्तेमाल बार-बार करना सेहत के लिए खतरनाक
-ऐसा करने वाले दुकानदारों के खिलाफ अभियान चलाएगा फूड एण्ड सेफ्टी डिपार्टमेंट -इस्तेमाल तेल दुकानदारों से खरीदने के लिए निजी कंपनी से किया अनुबंध vinod.sharma@inext.co.in VARANASIबनारस के लोग खाने-पीने के शौकीन हैं। गली-मोहल्ले में लगने वाले ठेले-खुमचों से लेकर मॉल तक में सजने वाली खाने-पीने के तरह-तरह के आइटम मिलते हैं। लेकिन इनमें से तमाम जगहों पर सेहत के साथ खिलवाड़ भी किया जाता है। कुकिंग ऑयल का बार-बार इस्तेमाल किया जाता है। तीन बार से अधिक यूज ऑयल में तले आइट्म कोखाने से लोगों की उम्र कम हो रही है। पेट का कैंसर, दिल की बीमारी, मोटापा, हार्ट में ब्लॉकेज की दिक्कत बढ़ रही है। फूड एण्ड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने इसे गंभीरता से लिया है। पब्लिक की सेहत के लिए ऐसे दुकानदारों के खिलाफ अभियान चलाने जा रहा जो एक ही तेल का कई बार इस्तेमाल करते हैं। साथ ही उनके लिए ऐसी प्राइवेट कम्पनी से करार किया है, जो दुकानदारों के लिए लाभ का सौदा होगा। उक्त दुकानदारों से तीन बार से अधिक यूज ऑयल को खरीदेगी।
बनेगा बायो-डीजलदुकानदार अब एक ही कुकिंग ऑयल में तीन बार से अधिक खाद्य पदार्थ नहीं बना सकेंगे। ऐसे कुकिंग ऑयल का इस्तेमाल बायो-डीजल बनाने में होगा। इसके लिए एफएसडीए ने अर्श रीसाइकलिंग मैनेजमेंट कंपनी से करार किया है। यह कंपनी इस्तेमाल हो चुके कुकिंग आयल 33 रुपये प्रति लीटर में खरीदेगी, फिर इससे बायो-डीजल बनाएगी। जो दुकानदार कंपनी को तेल नहीं देंगे, उनके यहां जांच होगी और तीन बार से अधिक तेल का इस्तेमाल करने पर सख्त कार्रवाई होगी।
दुकानों पर रखे जाएंगे कंटेनर चीफ फूड सेफ्टी ऑफिसर संजीव सिंह ने बताया कि कंपनी पहले रजिस्टर्ड फूड बिजनेस ऑपरेटरों को जोड़ेगी। फिर ढाबे और ठेले वालों को। सभी दुकानों की डिटेल कंपनी की वेबसाइट www.ड्डड्डह्मह्यद्धह्मद्गष्4ष्द्यद्बठ्ठद्द.ष्श्रद्व पर अपलोड की जाएगी। इन दुकानों पर एक कंटेनर रखा जाएगा। कंटेनर भर जाने पर कंपनी के कर्मचारी उसे ले जाएंगे। कंपनी तेल के इन कंटेनरों को दिल्ली और गाजियाबाद भेजकर इससे बॉयो-डीजल बनाएगी। जितनी बार गरम उतना बनेगा जहरखाने का तेल जितनी बार गर्म होने के बाद उबलता है, उतनी बार उसमें कैंसर के कारक बनते हैं। यही कारक जब अधिक देर तक उस तेल में रह जाते हैं तो वह बढ़ते जाते हैं और अगली बार फिर से उबालने पर इनकी शक्ति और भी बढ़ जाती है। विशेषज्ञों की मानें तो बार-बार तेल गर्म करने से उसके पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं।
यह हो सकती हैं बीमारी -तेल को बार-बार गर्म करने से इसमें पोलर कंपाउंड पैदा होते हैं। -25 फीसद से ज्यादा पोलर कंपाउंड वाला तेल सेहत के लिए हानिकारक होता है। तेल को तीन से अधिक बार उबालने से उसमें कैंसर उत्पन्न करने वाले तत्व आ जाते हैं। -शरीर में गॉल ब्लैडर या पेट का कैंसर होने का खतरा पैदा हो जाता है। -यूज ऑयल से बने सामान खाने से शरीर में कॉलेस्ट्रोल की मात्रा बढ़ती है, जिससे मोटापा बढ़ता है। -बार-बार एक ही तेल में खाना बनाने से लोगों में दिल की बीमारी और ब्लॉकेज की दिक्कतें बढ़ रही हैं। -यूज ऑयल से बने खाद्य पदार्थ खाने से पेट और आंतों की बीमारियां हो रही हैं, इससे लोग जल्दी बूढ़े हो रहे हैं। खाद्य पदार्थ बनाने के लिए कुकिंग आयल तीन बार से अधिक गर्म नहीं करना चाहिए। बार-बार गर्म करने से इसमें हानिकारक तत्व आते हैं। यह तेल सेहत के लिए खतरनाक होता है। ऐसा करने वाले दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन पर तीन लाख तक जुर्माना और छह माह तक की सजा हो सकती है। संजीव सिंह, चीफ फूड सेफ्टी ऑफिसर वर्जनबार-बार एक ही तेल में खाना बनाने से लोगों में दिल की बीमारी और ब्लाकेज की दिक्कतें बढ़ रही हैं। इसके अलावा पेट और आंतों की बीमारियां भी अधिक हो रही हैं। इससे लोग जल्दी बूढ़े हो रहे हैं।
-डॉ। एके सिंह, फिजिशियन-मंडलीय अस्पताल