मोबाइल का यूज कर रहा पावर रेड्यूज
- ले प्रिकासन वरना हो जाऐंगे ब्लाइंडनेश के शिकार
- धुंधलापन और सिर दर्द की हास्पिटल में डेली आ रहे दर्जनों आई पेसेन्ट 1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ 1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब क्या आप थकान और आंखों में सूखेपन जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं? क्या आपको लगातार कुछ समय तक सिर में दर्द का अनुभव हो रहा है जिसकी वजह से आपको अपने रोजमर्रा के कामों को बेहतर तरीके से करने में असुविधा हो रही है, तो हम आपको बता दें कि, हो सकता है यह समस्या ज्यादा देर तक मोबाइल के संपर्क में रहने की वजह से हो रही है। क्योकि इस तरह की शिकायतों के पेसेन्ट रोजाना जिला और मंडलीय हास्पिटल में दर्जनों की संख्या में पहुंच रहे है। अंधेंरे में मोबाइल का इस्तेमाल कहीं पड़ न जाये भारीसोशल मीडिया के दौर में ज्यादातर लोग मोबाईल एडिक्शन के शिकार हो गये है। जो दिन के अलावा सोने से पहले घन्टों समय अपने मोबाइल फोन पर बिताना पसंद करते है। लाइट ऑफ होने के बाद अंधेंरे में इसका प्रयोग उन्हें आंख का पेसेन्ट बना रहा है।
खतरनाक है एचएवी लाइटमोबाइल की स्क्रीन में हाइ एनर्जी विजि़बल लाइट होती है जिसे सामान्य भाषा में ब्लू लाइट कहा जाता है। हाइ एनर्जी विजि़बल लाइट कम दूरी की तरंगों के रूप में आंखों के टिश्यूज को नुकसान पहुंचा सकते हैं। स्टडी में यह प्रमाणित हुआ है कि, ब्लू लाइट या अधिक सामना करने पर रेटिना के उत्तकों को क्षति पहुँचती है जो आंखों में धुंधलापन या अन्य परेशानियां पैदा करता है।
सूर्य की रोशनी में भी ब्लू लाइट एलईडी बल्ब और सूर्य की रोशनी में भी ये ब्लू लाइट होती है पर इनके संपर्क में हम लगातार नहीं रहते और न ही लगातार एकटक देखते रहते हैं इस मुकाबले मोबाइल का प्रयोग हम लगातार लंबे समय तक करते हैं, तो अब आपको अपने मोबाइल के प्रति थोड़ा और जागरूक होने की ज़रूरत है। जरुरत बन चुके स्मार्ट फोन आज के आधुनिक में सुविधा के साथ अपने कामों को भी आसान करने के लिए मोबाइल एक बहुत बड़ी ज़रूरत बन चुका है इसे त्यागना हमारे लिए लगभग नामुमकिन है, पर आंखों की सुरक्षा के लिए कुछ खास उपाय अपनाकर हम इस खतरे को कुछ हद तक कम कर सकते हैं। प्वाइंटर बचाव - मोबाइल की लत से रहे दूर - 15 से 20 मीनट का ले ब्रेक - आंखों की मांसपेशिया को दे रेस्ट - पलकों को जल्दी जल्दी झपकाना- 18 से 16 इंच तक स्क्रीन से बनाये दूरी
- आंखों में मारे पानी के छींटे
- मोबाइल स्क्रीन की चमक रखें कम - मोबाइल में ग्लेयर प्रोटेक्टर का करें इस्तेमाल - ब्राइटनेस और कनट्रैस्ट का हो संतुलित - मोबाइल की नियमित साफ सफाई - मोबाइल स्क्रीन के टेक्स्ट का हो सही आकार सिम्पटम - आखों में सूखापन - आखों में जलन - आखों में खुजली - धूंधलापन आना - सिर दर्द की शिकायत - अनिद्रा की शिकायत - दूर की नजर कमजोर मरीजों की संख्या - 12 से 15 पेसेन्ट रोजाना - 4 से 6 बीएचयू हास्पिटल में - 3 से 5 मंडलीय हास्पिटल में - 2 दीनदयाल हास्पिटल में - 3 से 4 एलबीएस हास्पिटल रामनगर वर्जन धूप अंधेरें के बजाय हल्की रोशनी में अपने स्मार्ट फोन का यूज करें, घन्टों अंधेंरे में मोबाइल चलाने के बाद स्नो ब्लाइंडनेस जैसा ही होता है। डा। आरके ओझा, वरिष्ठ नेत्र सर्जन, आरके नेत्रालय स्मार्ट फोन से कई तरह के कलर निकलते है, कलर रिफ्लेक्शन से आंखों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। थोड़ा गैप देकर मोबाइल फोन यूज करना चाहिए। विवेक अवस्थी, नेत्र रोग विशेषज्ञ