सिटी में हुए प्रोग्राम कइयों ने शेयर की फीलिंग ब'चे मां को स्पेशल फील कराने के लिए कुछ न कुछ करते रहते हैं


वाराणसी (ब्यूरो)एक बच्चे के लिए उसकी मां सबसे खास होती है। बच्चे अपनी मां को स्पेशल फील कराने के लिए कुछ न कुछ करते रहते हैं। ऐसे में जब मदर्स-डे हो तो वह कैसे पीछे रह सकते हैं। रविवार को मदर्स-डे के खास मौके पर लोगों ने अपनी मांओं के लिए कई स्पेशल अरेंजमेंट किए। केक की शॉप से लेकर गिफ्ट शॉप तक में लंबी लाइन लगी रही। इस मौके पर लोगों ने मां को लेकर अपनी फीलिंग भी शेयर की और बताया कि उनकी मां उनके लिए कितनी ज्यादा खास है। लोगों ने मां के लिए कई इवेंट भी रखे.

बेस्ट आइकॉनिक मॉम को मिले प्राइज

मदर्स डे पर यूनिवर्सल डांस वल्र्ड के डायरेक्टर आशुतोष कुमार यादव व मैनेजिंग डायरेक्टर दीक्षा श्रीवास्तव की तरफ से बेस्ट आईकॉनिक मॉम का आयोजन किया गया। इवेंट में डांस सिंगिंग के साथ सभी ने खूब एंजॉय किया। इसमें शामिल हुई सभी मांओं को सम्मानित किया गया। साथ ही शो में फस्र्ट, सेकेंड थर्ड आने वाली मांओं को प्राइज भी दिए गए। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में हिंदू महासंघ की जिलाध्यक्ष अमृता श्रीवास्तव, भोजपुरी फिल्म की प्रोड्यूसर एवं विश्व हिंदू महासंघ की महिला नगर अध्यक्ष सुषमा श्रीवास्तव व हॉलीवुड, बॉलीवुड के कलाकार और कोरियोग्राफर आशुतोष यादव भी उपस्थित रहे.

मदर्स डे पर किया सम्मानित

काशी प्रबुद्ध महिला मंच की तरफ से मातृ दिवस को लेकर मंच की सभी सदस्यों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मंच की संस्थापिका अंजलि अग्रवाल ने मां से ही जीवन है एवं मां का एक बच्चे की परवरिश में कितना अहम रोल होता है, उसके ऊपर प्रकाश डाला। संयोजन व संचालन रेनू कैला ने किया। कार्यक्रम में उपस्थित रीता अग्रवाल, ममता पाडया, प्रिया अग्रवाल, ममता जायसवाल, आंचल, संगीता अग्रवाल एवं लिपिका ने सभी को वोटिंग के लिए अवेयर किया।

खूब हुईं सेल्फी विद मॉम

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से आर्गनाइज सेल्फी विद मॉम कांटेस्ट में बनारस के यूथ ने बढ़-चढ़कर पार्टिसिपेट किया। सभी ने इस दिन को मेमोरबल बनाने के लिए अपनी मदर्स के साथ सेल्फी ली और फोटो क्लिक की। साथ ही अपने व्यू भी शेयर किए.

मोनिका विद मां पार्वती देवी के सम्मान में लिखती हैं कि मां एक ऐसा शब्द है, जिसमें सारा ब्रह्माण्ड समाया है। खुद दुख झेल कर हमें खुशियां देती हैं। दिन-रात मेरे साथ लगी रहती थीं। पढ़ाई में और मुझे मेरे पैर पर खड़ा किया।

अर्पिता तिवारी मां अरुणा के लिए लिखती हैं कि जिंदगी की पहली टीचर होती है मां, जिंदगी की पहली दोस्त होती है मां, जिंदगी भी मां, क्योंकि जिंदगी देने वाली भी होती है मां। हैप्पी मदर्स डे।

रोबिन श्रीवास्तव मां संध्या के लिए लिखते हैं कि मां, वह देवी है जिसने प्यार का अद्वितीय सागर हमें दिया। उनकी ममता के बिना जीवन की महत्वपूर्ण कठिनाइयों का सामना करना असंभव है। मां के बिना जीवन एक अधूरा ख्वाब है और मां के साथ हर पल एक आनंदमय सफर है।

शामिली पाण्डेय मां रुक्मिणी के लिए लिखती हैं कि मां ने तो खुद मुझे लिखा है। मां से छोटा कोई शब्द हो तो बताओ, मां से बड़ा भी कोई हो तो बताओ लोग कहते हैं आज मां का दिन है, वो कौन सा दिन है, जो मां के बिन है।

अनुराधा जायसवाल मां रेनू के लिए लिखती हैं कि घर में चाहे जितने कमरे हों, पर रौनक तो मां के ही कमरे में लगती है। मां ही वो शख्स है, जिसके होने से घर भर जाता है। और न होने से घर और जिंदगी में सन्नाटा छा जाता है.

Posted By: Inextlive