Varanasi news: भइया जरा बचके जइयां, रामकटोरा के तरफ सड़क धंस गयल हो, पाइप लीकेज के कारण सड़क धंसने की समस्या
वाराणसी (ब्यूरो)। भइया जरा बचके जइयां, रामकटोरा के तरफ सड़क धंस गयल हो। थोड़ा सा भी चूकला त सीधे गड्ढे में ही चल जइबा। जी हां, बारिश के दिनों में सड़क धंसने से इन मार्ग पर जाने वाले लोगों को कुछ इसी अंदाज में रात के समय अलर्ट किया जा रहा है। बारिश के चलते शहर में कई जगह सड़क धंस जाने से राहगीरों को पता ही नहीं चल पा रहा है कि कहां पर सड़क धंस गई है। एक दो जगह तो बैरिकेडिंग की गई, लेकिन कई गड्ढों के पास न तो बैरिकेडिंग है और न ही चेतावनी के लिए लाल कपड़ा या कुछ और।
घराना गली के सामने धंसी सड़ककबीरचौरा से अगर रामकटोरा की ओर जा रहे हैं तो संभलकर जाइए, क्योंकि घराना गली के ठीक सामने सड़क बीचों बीच धंस गई है। करीब चार फीट चौड़ा और चार फीट गहरा गड्ढा हो गया है। इस गड्ढे में बारिश का पानी भर गया है। ऐसे में लोगों को समझ में नहीं आ रहा है कि सड़क धंसी किधर है। सड़क को धंसे चार दिन बीत गए और बैरिकेडिंग शुक्रवार को की गई। इस सड़क से प्रतिदिन हजारों लोग कबीरचौरा, नाटी इमली, जगतगंज और ईंश्वरगंगी जाते हैं।
कैंटोंमेंट में धंसी सड़ककैंटोंमेंट में दो स्थानों पर किनारे की तरफ सड़क धंस गई है, जो लोग सड़क के किनारे से होकर जा रहे हैं। उनको दिक्कत हो रही है। खासकर साइकिल और दोपहिया वाहन चालकों को फर्राटा फर्राटा भरने में दिक्कत हो रही है। सड़क धंसे दो हफ्ता से अधिक का समय बीत गया, लेकिन अभी तक मरम्मत नहीं की गई है।
कई एरिया में धंसी सड़क बारिश के दिनों में कबीरचौरा, पिपलानी कटरा, कैंटोन्मेंट, भेलूपुर, समेत कई एरिया में सड़क धंस चुकी है। इन सड़कों पर अभी मरम्मत का कार्य शुरू नहीं हुआ है। विभाग के अधिकारी किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हंै। इसे लेकर आम पब्लिक में नाराजगी भी है। कोई मैकेनिज्म नहीं जलकल विभाग हो या फिर नगर निगम या फिर पीडब्ल्यूडी। सड़क क्योंकि धंस रही है इसको लेकर उनके पास कोई मैकेनिज्म नहीं है। जलकल के अधिकारियों का कहना है कि सड़क के नीचे बिछायी गयी पाइप काफी पुराना है। जगह-जगह से लीकेज करने पर मिट्टी बह जाती है। इसके बाद सड़कें धंस जाती हैं। कहां-कहां की सड़क खराब हैं। इसका भी कोई आंकड़ा न तो जलकल के पास है और न ही नगर निगम व न ही पीडब्ल्यूडी के पास है। 1700 किमी। निगम की सड़कशहर में नगर निगम की सड़क 1700 किलोमीटर है। निगम की सड़क सबसे अधिक है। मेंटेनेंस के अभाव में सभी सड़कें मरम्मत मांग रही हैं। 153 किलोमीटर सड़क पीडब्ल्यूडी की हैं। इन सड़कों का भी बारिश के दिनों में हाल काफी खराब हो गया है। निगम के अधिकारियों का कहना है कि सड़क की मरम्मत की जाती है, लेकिन सड़क के नीचे जो पाइप लाइन बिछायी गयी है। वह काफी पुरानी है। इस कारण सड़क धंसने का सिलसिला शुरू हो जाता है।
आपसी तालमेल नहीं दरअसल, जलकल विभाग, नगर निगम की सामान्य विभाग और पीडब्ल्यूडी में आपसी तालमेल न होने का खामियाजा आम पब्लिक को भुगतना पड़ता है। जलकल के इंजीनियर का कहला है कि पिपलानी के पास नगर निगम के सामान्य विभाग ने काम कराया इसलिए सड़कें धंस गयी। सामान्य विभाग के इंजीनियर का कहना है कि सड़क के नीचे जो पाइप बिछायी गयी है वह काफी पुराना होने के कारण सड़क धंस जाती है। इन दोनों विभाग खींचतान होने की वजह से इसका खामियाजा आम पब्लिक को भुगतना पड़ता है।सड़क के नीचे पाइप काफी पुराना है। इसके चलते सड़क धंस जाती है। कई ऐसे एरिया जहां पर पाइप को बदलना काफी मुश्किल है। फिर भी बदला जाता है।
ओपी सिंह, सचिव, जलकल सड़क के नीचे पाइप लीकेज की समस्या सबसे अधिक है। इसके बाद भी सड़क मरम्मत का कार्य कराया जाता है। पाइप सही हो तो सड़क न धंसे। मोइनुद्दीन, चीफ इंजीनियर, नगर निगम यहां धंसी सड़क पिपलानी कटरा कबीरचौरा कैंटोंमेंट भेलूपुर चौराहा सोनिया 1700 किमी। नगर निगम की सड़क 153 किमी। पीडब्ल्यूडी की सड़क