पुलिस ने मामले की जांच रिपोर्ट डीसीपी काशी जोन को सौंपी कहा-यह राजस्व का मामला तेज प्रताप बोले- मेरे खिलाफ भाजपा वालों ने कराया षड्यंत्र

वाराणसी (ब्यूरो)बिहार के पर्यावरण और वन मंत्री तेज प्रताप यादव का होटल विवाद अभी खत्म नहीं हुआ है। वाराणसी के होटल अर्काडिया में उनका कमरा नंबर 206 सोमवार को भी नहीं खुल सका। कमरा खोलने के लिए होटल प्रबंधन ने सिगरा थाने से संपर्क किया था। पुलिस ने कहा है कि यह राजस्व का मामला है और इसे प्रशासन के पास ले जाएं। मामले की रिपोर्ट डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम को सौंप दी है। होटल प्रबंधन अब भी कमरा खुलने का इंतजार कर रहा है। वहीं, पटना में तेज प्रताप यादव ने कहा कि वाराणसी में भाजपा नेताओं ने मेरे खिलाफ षड्यंत्र रचा था। मेरे कमरे में होटल के महाप्रबंधक संदीप कुमार और बाहरी लोग कैसे पहुंच गए। उन्होंने पूछा कि रात्रि में होटल के पास जाते ही मीडिया कैसे पहुंच गई। मेरे निजी सहायक मिसाल सिन्हा ने वाराणसी के सिगरा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। मेरे कमरे में सामान की तलाशी सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है। मेरे सामान को कमरे से बाहर कर दिया गया। होटल प्रबंधक पर कार्रवाई होनी चाहिए.

प्रबंधन ने दिया था प्रार्थना पत्र

सिगरा थाना प्रभारी राजू ङ्क्षसह ने बताया कि कैंट स्थित होटल अर्काडिया के प्रबंधन ने मामले में प्रार्थना पत्र दिया था। इसमें कहा गया था कि तेज प्रताप जिस कमरे में ठहरे थे, उसकी चाबी उनके सहयोगी लेते गए हैं। इस कारण तीन दिन बाद भी कमरा बंद है। कमरा और खाने का 50,000 रुपये से अधिक का बिल भी बकाया है। उन्होंने कमरा खोलने के लिए मदद भी मांगी थी, लेकिन यह आपराधिक नहीं राजस्व का मामला है। होटल प्रबंधन से मामले की जानकारी संबंधित प्रशासनिक अधिकारी को देने के लिए कहा गया है। साथ ही मामले की जांच रिपोर्ट डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम को सौंप दी है। होटल अर्काडिया के महाप्रबंधक संदीप पालित का कहना है कि प्रशासन और पुलिस से जो निर्देश मिलेंगे, उनका पालन करेंगे।

यह है मामला

तेज प्रताप व उनके सहयोगियों ने छह अप्रैल को होटल में दो कमरे लिए थे। तेज प्रताप एक व्यक्ति के साथ 206 और उनके सहयोगी कमरा संख्या 205 में ठहरे थे। बुङ्क्षकग अवधि पूरी होने के बाद सात अप्रैल को कमरा संख्या 205 को उनके सहयोगी के सामने खोला गया और सामान निकाला गया। तेज प्रताप के कमरा बंद पड़ा है। चाबी भी होटल प्रबंधन को नहीं सौपी गई है। वहीं, तेज प्रताप के सहयोगी ने पुलिस से शिकायत की थी कि उन्हें बताए बिना कमरा खोला गया और सामान निकालकर बाहर रख दिया गया।

Posted By: Inextlive