टेंपरेचर 47.8 डिग्री सेल्सियस पीछे छूटे सभी रिकार्ड 72 साल में मई में पहली बार इतना गर्म हुआ बनारस अधिकतम टेंपरेचर सामान्य से 7.1 डिग्री व न्यूनतम 6.1 डिग्री सेल्सियस अधिक


वाराणसी (ब्यूरो)आसमानी अंगारे सितम ढा रहे हैं। लू के थपेड़े झुलसा रहे हैं। तपिश के कारण घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। दो दिन पहले रिकार्ड हुआ अधिकतम टेंपरेचर का रिकार्ड गुरुवार को पीछे छूट गया। 72 साल में पहली बार मई महीने में सर्वाधिक टेंपरेचर रिकार्ड किया गया। अधिकतम टेंपरेचर 47.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जो सामान्य से 7.1 डिग्री अधिक रहा। न्यूनतम टेंपरेचर में ढाई डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज हुई। 32.5 डिग्री न्यूनतम टेंपरेचर होने से रातें गर्म हो रही हैं। न्यूनतम टेंपरेचर भी सामान्य से 6.1 डिग्री ज्यादा रहा। हालांकि हवा में नमी 45 प्रतिशत से अधिक रही। औसत टेंपरेचर 40.2 डिग्री पहुंच चुका है, इसके कारण गर्मी जानलेवा साबित हो रही है। हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है। गंगा के किनारे घाट और सड़कों पर दोपहर में सन्नाटा रहा। एसी-कूलर बेअसर सिद्ध साबित हो रहे हैं। हालांकि मौसम विज्ञानी शुक्रवार से टेंपरेचर में गिरावट का अनुमान लगा रहे हैं।

1952 से 2024 तक मई का सर्वाधिक टेंपरेचर

अधिकतम टेंपरेचर --- तारीख

47.8 ---------- 30 मई 2024

47.6 ---------- 28 मई 2024

47.4 ---------- 29 मई 2024

46.8 ---------- 23 मई 1998

46.6 ---------- 24 मई 2015

46.5 ---------- मई 2009

46.4 ---------- 4 मई 1993

46.2 --------- 26 मई 1980

46.1 --------- 30 मई 2019

46 ----------- 27 मई 2020

45.9 --------- 26 मई 2005

45.8 --------- 26 मई 2020

45.7 --------- 25 मई 2012

23 से 27 मई तक उतार-चढ़ाव

तारीख -- अधिकतम --- न्यूनतम

27 ------ 43.1 ----- 30.4

26 ------ 42.8 ----- 30.8

25 ------ 42.3 ----- 29.5

24 ------ 40.8 ----- 27.5

23 ------ 35.5 ----- 26

कंक्रीट का जंगल न बनाएं

बीएचयू के भू-भौतिक विज्ञान विभाग के पूर्व प्रोफेसर व मौसम विज्ञानी सुरेन्द्र नाथ पांडेय ने बताया कि बनारस 50 साल पहले तालाब व बगीचों का शहर था, जो अब कंक्रीट का जंगल बन गया है। तालाब व बगीचे खत्म करके कालोनी और कंक्रीट का जंगल बना दिया गया। यह स्थिति खतरनाक है। पौधे नहीं लगाएंगे तो गर्मी की भयावहता बढ़ती जाएगी। इसलिए शहर को कंक्रीट का जंगल बनने से रोकना होगा। पौधे कागज की बजाय धरातल पर लगने चाहिए, तभी गर्मी कम होगी और आक्सीजन में वृद्धि होगी।

एक जून को 44 डिग्री

भारत मौसम विज्ञान विभाग के वरिष्ठ विज्ञानी अतुल कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि पुरवा हवा जल्द ही बादल लेकर आएंगे। आंधी भी चलेगी लेकिन बनारस में मतदान वाले दिन टेंपरेचर 44 डिग्री रहने का अनुमान है। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ, जब मई में एक सप्ताह के अंदर अधिकतम टेंपरेचर में इतना उछाल आया हो.

रामनगर अस्पताल में एक साथ तीन की मौत

सीएमओ बोले, बनारस में हीट स्ट्रोक से अब तक नहीं हुई किसी की मौत

भीषण गर्मी ने ऐसा कहर बरपाया है कि अब इससे लोग बीमार ही नहीं पड़ रहे, बल्कि दम भी तोड़ रहे हैं। गर्मी बर्दाश्त न कर पाने वाले लोग लू की चपेट मे आकर अचेत हो रहे हैं। गुरुवार को रामनगर स्थित लाल बहादुर शास्त्री हॉस्पिटल में तीन लोगों की मौत हुई। चंदौली के खालिद नगर की निवासी सरिता देवी (30), रामनगर के रामपुर निवासी ऑटो चालक सोनू (35) और रायबरेली के हीरा लाल (36) मरने वालों में शामिल हैं। बताया गया कि हीरालाल किसी ट्रक में अचेत पाए गए, इन तीनों की गर्मी से मरने की सूचना दिनभर प्रचारित होती रही है, लेकिन देर शाम इस स्वास्थ्य विभाग ने इसे खारिज कर दिया.

महिला की मौत बीमारी से, सोनू की एक्सीडेंट और हीरालाल की मौत हार्ट अटैक से हुई है। हीट स्ट्रोक से किसी की भी मौत होने की पुष्टि नहीं की गई है। स्वास्थ्य विभाग की पुष्टि के आधार पर ही मौत के आंकड़े दर्ज होंगे।

डॉसंदीप चौधरी, सीएमओ

Posted By: Inextlive