भरौली में लंबे समय से हो रही अवैध वसूली की जानकारी कई बड़े अफसरों को पहले से थी इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने से भरौली में ट्रकों से वसूली होती रही। एडीजी और डीआइजी की कार्रवाई के बाद पुलिस विभाग में कई अफसरों की भूमिका जांच के दायरे में आ चुकी है।


वाराणसी (ब्यूरो)। बलिया : उत्तर प्रदेश और बिहार सीमा के भरौली में ट्रकों से वसूली के मामले में नरहीं थाने के थानाध्यक्ष और सिपाहियों पर हुई कार्रवाई के बाद अब फिर से व्यवस्था को ठीक किया जाने लगा है। खाली चल रहे नरही थाने में थानाध्यक्ष व कोरंटाडीह चौकी प्रभारी की तैनाती कर दी है। एसपी विक्रांत वीर ने सुनील चंद तिवारी को नरहीं थाने की जिम्मेदारी सौंपी है, वहीं कोरंटाडीह चौकी का इंचार्ज अखिलेश कुमार सिंह को बनाया गया है। बैरिया थाने के प्रभारी निरीक्षक रहे धर्मवीर सिंह को लाइन हाजिर किया गया था। अब उन्हें बलिया न्यायालय सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। पकड़ी के प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र प्रसाद सिंह को प्रभारी निरीक्षक बैरिया के लिए किए गए स्थानांतरण आदेश को निरस्त कर दिया गया है। निरीक्षक अपराध शाखा रामायण सिंह को प्रभारी निरीक्षक कोतवाली बनाया गया है। इसके अलावा कोतवाली में अपराध शाखा हल्दी में तैनात एसआइ आदर्श श्रीवास्तव को शिवपुर दीयर चौकी प्रभारी बनाया गया है। सिविल लाइन चौकी प्रभारी माखन सिंह को बैरिया रिपोर्टिंग चौकी प्रभारी, लाइन हाजिर मिथलेश कुमार को सिविल लाइन चौकी प्रभारी, दुबहड़ थाने पर तैनात विश्वदीप सिंह को रामगढ़ चौकी प्रभारी और सहतवार थाने पर तैनात ज्ञानचंद्र शुक्ला को कोतवाली को वरिष्ठ उपनिरीक्षक बनाया गया है। एसपी ने सभी पुलिस अधिकारियों से अपनी नवीन तैनाती पर कार्यभार ग्रहण करने के निर्देश दिए है। भरौली गोलंबर पर २४ जुलाई की रात एडीजी वाराणसी पीयूष मोर्डिया एवं डीआइजी आजमगढ़ वैभव कृष्ण द्वारा संयुक्त रूप से छापेमारी कर अवैध वसूली का भंडाफोड़ किया गया था। उसके बाद से नरहीं सहित जनपद के अन्य थानों की व्यवस्था भी बदली जा रही है।

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-वसूली कांड में कई अफसरों की भूमिका संदिग्ध

भरौली में लंबे समय से हो रही अवैध वसूली की जानकारी कई बड़े अफसरों को पहले से थी, इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने से भरौली में ट्रकों से वसूली होती रही। एडीजी और डीआइजी की कार्रवाई के बाद पुलिस विभाग में कई अफसरों की भूमिका जांच के दायरे में आ चुकी है। अधिकारियों की कार्यशैली की जांच कर रही टीम नरहीं थाने से बरामद डायरी में दर्ज हिस्सेदारी के आधार पर गोपनीय साक्ष्य जुटाने में लगी है। नरहीं के निलंबित थानाध्यक्ष पन्नेलाल सरोज को हिरासत में लेने के बाद से पुलिस उनके अति करीबी सिपाहियों की कुंडली भी खंगाल रही है। पन्नेलाल के करीबी सिपाहियों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया जा रहा है।

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-शराब पर कार्रवाई कर वसूली का दाग मिटाने में जुटी पुलिस

उत्तर प्रदेश और बिहार सीमा के भरौली में ट्रकों से वसूली कांड में बदनाम हुई जनपद की पुलिस अब शराब पर कार्रवाई कर वसूली का दाग मिटाने में जुटी है। इस कार्रवाई से भी पुलिस के पुराने खेल उजागर हो रहे हैं। पिछले ७२ घंटे में एसओजी की टीम नरहीं क्षेत्र के कई इलाकों में छापेमारी कर करीब छह तस्करों को गिरफ्तार कर चुकी है। नरहीं क्षेत्र के पीपरा में स्थित सरकारी शराब की दुकान से बिहार ले जा रहे शराब की बरामदी करने के बाद पुलिस आरोपित सेल्समैन की निशानदेही पर पलिया खास, पीपरा, नरहीं आदि क्षेत्र में ताबड़तोड़ छापेमारी की। हालांकि इस बारे में जब एसओजी प्रभारी से संपर्क किया तो उन्होंने कुछ भी नहीं बताया। इससे पहले मनियर में भी कच्ची शराब बना रहे भट्ठियों को तोड़ने के साथ हजारों लीटर शराब नष्ट किया गया। दोकटी क्षेत्र में भी पुलिस ने आठ पेटी शराब पकड़ा, लेकिन शराब तस्करी का अवैध कारोबार अभी भी बंद होता नहीं दिख रहा है। जयप्रकाशनगर जाने वाले रोड पर स्थित शराब की लाइसेंसी दुकान के पास बिहार और उत्तर प्रदेश में सैकड़ों लोग शराब की बोतल के साथ सड़क के किनारे बैठे रहते हैं। लाइसेंसी दुकानों पर बैठाकर शराब पिलाने का आदेश नहीं होने के बावजूद यहां नियम की कोई परवाह नहीं है। चांददियर और जयप्रकाशनगर चौकी की पुलिस सुब कुछ देखकर भी अनजान बनी है।

Posted By: Inextlive