अंधविश्वास की मंडी सजा बाबा फरार
वाराणसी (ब्यूरो)। स्मार्ट शहर बनारस में आस्था के नाम पर अंधविश्वास फैलाने वाले बिहार के दो बाबाओं को पहले रामनगर पुलिस ने समझाया। नहीं मानने पर पुलिस ने दोनों ठगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया। इसकी भनक लगते ही वे टेंट-तंबू छोड़ फरार हो गए। हाल ही के दिनों में गंगा पर सुजाबाद के डोमरी गांव में बिहार के एक तथाकथित बाबा ने डेरा जमाकर लोगों को भक्ति की आड़ में ठगने लगा था। वह भीड़ में कैंसर व अन्य गंभीर बीमारी को झाड़-फूंक से ठीक करने का दावा कर रहा था। इसके चलते बिहार, यूपी, झारखंड और मध्य प्रदेश से सैकड़ों लोगों की भीड़ भी उमडऩे लगी थी.
स्मार्ट शहर बनारस में आस्था के नाम पर ठगी के धंधे की जानकारी जब रामनगर पुलिस को मिली तो वह अवाक रह गई। आनन-फानन में मंदिर पहुंच बाबाओं को समझाया कि अंधविश्वास न फैलाएं। तब भी दोनों तथाकथित बाबाओं ने बात नहीं मानी, तो उनके खिलाफ रामनगर थाने में पुलिस की ओर से मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमा दर्ज होने व अपनी गिरफ्तारी की भनक लगने पर दोनों बाबा डोमरी गांव छोड़ कर भाग गए हैं। पुलिस की दो टीमें दोनों तथाकथित बाबाओं की तलाश कर रही हैं.
कैसे बढ़ती गई भीड़ और दावों की हकीकतहाल ही के दिनों में डोमरी गांव में लाल बाबा मंदिर में भारी भीड़ जुटने लगी थी। मंदिर के पुजारी बाबा राम भरोस ने वहां बिहार के कैमूर (भभुआ) के सिकंदरपुर के रहने वाले बाबा मुकेश नोनिया को बुलाया था। बाबा मुकेश भीड़ में दावा कर रहा था कि वह हर प्रकार की बीमारी को झाड़-फूंक से ठीक कर सकता है। इतना ही नहीं गूंगेपन, बहरेपन, विकलांगता और भूत-प्रेत से चुटकी बजाते ही छुटकारा दिला सकता है। बाबाओं ने यूट्यूब आदि से अपने मायाजाल के विस्तार के लिए लोगों का टारगेट करना शुरू कर दिया था.
मानने को तैयार ही नहीं थे भक्तसुजाबाद चौकी प्रभारी मो। सूफियान ने बताया कि भीड़ में शामिल लोगों से बातचीत करने पर पता लगा कि स्थानीय लोगों के साथ ही वहां मध्य प्रदेश, बिहार और झारखंड से भी लोग आए थे। लोगों को समझाया कि किसी भी बीमारी का उपचार कोई तांत्रिक नहीं कर सकता है। लेकिन, कोई बात सुनने को तैयार ही नहीं था। कई प्रयासों के बाद मंदिर से भक्तों को समझा कर वापस भेजा गया। अंधविश्वास और जादू टोन के नाम पर डोमरी में दिनों दिन भीड़ बढ़ती ही जा रही थी। भोले-भाले ग्रामीण आस्था के नाम पर ठगे जा रहे थे। आगामी दिनों में बाबा मुकेश और बाबा रामभरोस द्वारा इस तरह से भीड़ से कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है। लिहाजा, दोनों फ्र ॉड बाबाओं पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
अफवाहों पर ध्यान न दें : कमिश्नरेट पुलिस कमिश्नरेट पुलिस ने लोगों को फर्जी बाबाओं के पास नहीं जाने का अनुरोध किया है। साथ ही अपने मैसेज में कहा है कि बिहार के भभुआ निवासी बाबा द्वारा प्रवहृत कराया जा रहा कि जल्द खुलेगा बाबा मुकेश का दरबार आदि। साथ ही यहां पर सभी बीमारी का इलाज किया जाएगा। इस मैसेज का पुलिस ने खंडन करते हुए कहा है कि पुलिस इस तरह के किसी भी आयोजन की अनुमति नहीं देता है। वरन, अंधविश्वास फैलाने और पब्लिक को ठगने पर कई धाराओं में मुक़दमा दर्ज कर आरोपी बाबाओं की तलाश तेज कर दी गई। पुलिस की एक टीम आरोपी बाबा मुकेश के मूल पते भभुआ (बिहार) भी गई है। दोनों तथाकथित बाबाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी गई है. अश्विनी पांडेय, थाना प्रभारी, रामनगर