चालकों ने आवाज की बुलंद, पब्लिक हुए तंग
- दूसरे दिन भी स्ट्राइक पर रहे आटो चालकों ने एसीएम के आश्वासन पर हड़ताल ली वापस
- क्रूज के विरोध में नाविकों ने ठप रखा नाव संचालन, पब्लिक हुई परेशान ट्रैफिक डिपार्टमेंट की ओर से जारी नए नियमों से उबाल में आए आटो चालकों ने दूसरे दिन बुधवार को भी स्ट्राइक जारी रख आंदोलन को धार दिया। उधर, गंगा में क्रूज संचालन के विरोध में मांझी समाज भी आंदोलित हो उठा। सभी घाटों पर दिन भर नाव संचालन ठप रहा। आरपी घाट पर जुटे नाविकों ने हक को लेकर आवाज बुलंद की। आटो और नाव संचालन ठप होने से सड़क से लेकर गंगा घाटों तक पब्लिक हलकान रही। सड़क पर जहां पब्लिक दूसरे दिन भी ऐसे-तैसे मंजिल तक पहुंची। हालांकि आश्वसान के बाद ऑटो चालकों ने हड़ताल खत्म कर दिया। वहीं गंगा घाट घूमने पहुंचे सैलानियों को नौका विहार करने की मुराद पूरी नहीं हो सकी।चालकों ने जमकर की नारेबाजी
अपनी मांगों को लेकर आटो चालकों ने शहर भर में विभिन्न स्थानों पर आटो खड़ा कर विरोध प्रदर्शन और ट्रैफिक विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कुछेक ई-रिक्शा को सड़क पर चलता देख आटो यूनियन पदाधिकारियों ने दबंगई भी दिखाई। हाथ में डंडा-राड लेकर चालकों को दिन भर धमकाते रहे। चौकाघाट इलाके में ई-रिक्शा चालक की पिटाई भी की गई। जिसमें चेतगंज पुलिस को कार्रवाई कर आरोपियों को पकड़ने का एसएसपी ने फरमान जारी किया। मैदागिन पर हड़ताल को समाप्त कराने पहुंची पुलिस को बैरंग लौटना पड़ा।
आश्वासन पर स्ट्राइक खत्म आटो चालकों के समस्त समस्याओं के समाधान का आश्वासन एसीएम फोर्थ की ओर से मिलते ही हड़ताल समाप्त कर दिया गया। दी आटो रिक्शा वेलेफेयर सोसायटी के बैनर तले पदाधिकारियों ने हड़ताल समाप्त करने घोषणा देर शाम की। प्रतिनिध मंडल में अजय चौबे, घनश्याम यादव, अशोक पांडेय, राजकुमार, विनोद सोनकर, पारस यादव, आनंद अग्रहरि, जुबैर खान, बबलू यादव, पप्पू यादव, विनोद आदि रहे। 40 हजार नाविकों पर संकटराजेंद्र प्रसाद घाट पर जुटे मांझी समाज ने जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। नाव संचालन ठप कर सभा में जुटे वक्ताओं ने कहा कि गंगा में क्रूज संचालन से लगभग 40 हजार नाविक परिवारों के रोजी रोटी पर संकट खड़ा हो गया है। केंद्र व प्रदेश सरकार गरीबों को सहारा देने के बजाय उनका रोजगार छीन रही है। नाविकों ने पीएम को संबोधित एक लेटर भी रविंद्रपुरी स्थित ससंदीय कार्यालय में सौंपा। लेटर में यह भी जिक्र किया है कि यदि नाविकों की मांग नहंी मानी गई तो आगामी लोकसभा चुनाव में निषाद, बिंद, कश्यप, मल्लाह, मछुआरा आदि समाज देश भर में भ्रमण कर भाजपा का बहिष्कार करेंगे। सभा में मिथिलेश साहनी पार्षद, दुर्गा मांझी, किशन निषाद, बाबू साहनी, प्रदीप साहनी, शंभू मांझी, मनीष साहनी, अजीत मांझी, मोहन निषाद, विरेंद्र सिन्हा आदि रहे। वहीं भारतीय मानव समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामधनी बिंद ने हड़ताल को समर्थन दिया।
प्रमुख मांगे - गंगा से हटाया जाये क्रूज - नाव का लाइसेंस पुराने नियमों के तहत रिन्यूवल किया जाए -गोताखोरों की नियुक्ति जल पुलिस में स्थाई रूप से हो -बाढ़ के दिनों में नाव का संचालन बंद न हो -वाटर स्पॉट काशी में बंद हो -गंगा बराबर जमीनों का पट्टा मल्लाहों को आवंटित किया जाए