Varanasi news: अचानक तड़तड़ाई गोलियां, बस की सीट के नीचे छिपकर बचाई जान
वाराणसी (ब्यूरो)। जिस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीसरे कार्यकाल की शपथ ले रहे थे, उसी दौरान आतंकियों ने रविवार की शाम जम्मू के रियासी जिले में शिवखोड़ी से दर्शन करके लौट रही तीर्थयात्रियों से भरी बस पर हमला करके दो बच्चे समेत 9 लोगों जान ले ली। साथ ही 37 लोग घायल हो गए। आतंकियों ने हमला कर फिर पीएम मोदी को चुनौती है, जिसका जवाब उन्हें एक और सर्जिकल स्ट्राइक करके देना चाहिए। पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकियों को मारना चाहिए ताकि बेगुनाह लोगों पर इस तरह का कायराना हरकत फिर ना हो सके। यह कहना है पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र के उस बुजुर्ग राजेश मिश्रा का, जिनका बेटा अतुल मिश्रा और बहू नेहा मिश्रा आतंकी हमले में घायल हो गए.
दर्शन कर लौट रहा था दंपती
वाराणसी के काल भैरव क्षेत्र के हाथी गली निवासी 31 साल का अतुल मिश्रा अपनी पत्नी 29 साल की नेहा मिश्रा के साथ शादी की सालगिरह यानी 7 जून को माता वैष्णो देवी के दर्शन करने के बाद शिवखोड़ी दर्शन करके अन्य तीर्थ यात्रियों से भरी बस में सवार होकर लौट रहे थे। जैसे ही बस जम्मू के रियासी जिले की सड़कों पर दौडऩा शुरू की तभी आतंकियों ने गोला बारूद से बस पर हमला कर दिया। आतंकी हमले की खबर जैसे ही टीवी चैनलों के जरिए अतुल के माता-पिता को मिली, उनके होश उड़ गए। वह तुरंत अतुल के मोबाइल पर फोन करके संपर्क करने की कोशिश करने लगे, लेकिन अतुल का फोन लग ही नहीं रहा था, जिससे परिवार में बेचैनी बढ़ गई.
रात 11 बजे आया फोन
अतुल के पिता राजेश मिश्रा ने बताया कि टीवी के माध्यम से जानकारी होने के बाद रात करीब 11 बजे जम्मू प्रशासन की तरफ से फोन आया और अतुल से बात कराई गई, तब जाकर उनके जान में जान आई। अतुल ने बताया कि उसके सिर पर चोट आई है और हाथ में फ्रैक्चर भी हुआ है तो वहीं बहू नेहा को शरीर में अंदरूनी चोटें आई हैं.
सेना की वर्दी पहनकर किया हमला
उन्होंने बताया कि आतंकियों ने सेना की वर्दी पहनकर हमला किया तो अतुल अपनी पत्नी के साथ बस की सीट के नीचे छिपकर अपनी जान की हिफाजत की। इसके बाद बस खाई में गिर गई जिससे उसका हाथ फैक्चर हो गया। अतुल के पिता राजेश मिश्रा ने बताया कि जिस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना तीसरा कार्यकाल का शपथ ग्रहण कर रहे थे उसी समय पाकिस्तान के इशारे पर आतंकियों ने यह हमला किया। वह जम्मू कश्मीर से 370 हटाए जाने से नाराज होंगे और पीएम मोदी के वापस आ जाने के बाद इस तरह का कायराना हरकत किए हैं.
देश की सुरक्षा होनी चाहिए
उन्होंने कहा कि जिस तरह से इसराइल चारों तरफ से मुस्लिम देशों से घिरा होने के बावजूद अपनी सुरक्षा करता है, उसी तरह हमारे देश की भी सुरक्षा होनी चाहिए। हम तो कहीं ज्यादा ताकतवर और बड़े हैं। जिस पाकिस्तान को खाने तक की औकात नहीं है, वह लगातार आतंकी हमले करवा रहा है आखिर कब तक हम शिष्टाचार करते रहेंगे?
मां की आंखों से छलक पड़े आंसू
बातचीत के दौरान अतुल मिश्रा की मां सुनीता मिश्रा की आंखों से आंसू छलक गए और उन्होंने बताया कि टीवी चैनल के जरिए हुई जानकारी के बाद जब तक अतुल से संपर्क नहीं हुआ था तब तक उनकी और पूरे परिवार की घबराहट और बेचैनी बहुत ज्यादा बढ़ गई थी। मन में बुरे ख्याल आ रहे थे, लेकिन रात को 11 बजे जम्मू प्रशासन की तरफ से जब फोन आया तब सभी की जान में जान आई। उन्होंने बताया कि सोमवार सुबह जब वीडियो कॉल से बात हुई, तब जाकर पूरी तरह से संतुष्टि मिली। अतुल से बात होने के पहले तक कई मन्नतें भी मान ली है.
विधायक ने अतुल के माता-पिता से की मुलाकात
आतंकी हमले की जानकारी होते ही विधायक डा। नीलकंठ तिवारी पीडि़त अतुल मिश्रा के घर पहुंचे और घायलों का हाल जाना और हर संभव मदद का भरोसा भी दिया। साथ ही जिला प्रशासन के जिम्मेदार अफसरों से बात की। घायलों को सकुशल घर तक पहुंचवाने का निर्देश दिया। उन्होंने अतुल के पिता राजेश मिश्रा व मां सुनीता मिश्रा से मुलाकात हर संभव मदद का आश्वासन दिया.