Varanasi news: कई मोहल्ले व कालोनियां अंधेरे में
वाराणसी (ब्यूरो)। शहर के कई मोहल्ले व कालोनियां अंधेरे में हैं। इस समस्या से परेशान लोग नगर निगम के कंट्रोल रूम में 5 सौ कम्प्लेन कर चुके हैं। इसके बाद भी लाइटों को ठीक नहीं किया गया तो आम पब्लिक के इस मुद्दे को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने कैपेंन के रूप में लिया है।
एक माह से खराब
नगर निगम के कंट्रोल रूम में नाला, नाली, पानी के अलावा स्ट्रीट लाइटों की बत्ती गुल की भी कम्प्लेन कम नहीं है। दो माह में 500 से अधिक शिकायतें स्ट्रीट लाइट खराब होने की दर्ज की गयी हैं। इनमें कालोनी, मोहल्लों ही नहीं गलियां भी शामिल हैं, जहां की लाइटें पिछले एक महीने से खराब हैं। आम पब्लिक की शिकायत को देखते हुए नगर निगम के अलोक विभाग के अधिकारी ने 15 दिन में सिटी के 55 हजार स्ट्रीट लाइट को ठीक करने का दावा किया है.
शिवाला में लाइटें खराब
शिवाला में कई स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। इसकी शिकायत वहां की पब्लिक कई बार पार्षद से कर चुकी है। इसके अलावा आलोक विभाग के जेई से भी शिकायत की है। इसके बाद भी न तो हेरिटेज लाइट को ठीक किया गया न ही स्ट्रीट लाइट को। हालत यह है कि शाम होते ही कई मोहल्लों में अंधेरा हो जाता है। आम पब्लिक का कहना है कि आधे वार्ड में लाइट लगाई गई है और आधे वार्ड को छोड़ दिया गया है। जहां लाइट लगाई गई है वहां की लाइटें भी खराब होने लगी हैं।
कोनिया में रहता अंधेरा
इसी तरह कोनिया के भी कई मोहल्लों में शाम होते ही अंधेरा कायम हो जाता है। गलियां भी उबड़-खाबड़ होने की वजह से लोग गिरकर चोटिल हो जाते हैं। वहां भी 30 से 35 स्ट्रीट लाइटें लगी हैं, लेकिन इनमें से आधा से अधिक खराब हैं। कई के तार निकलकर लटक रहे हैं तो कई स्ट्रीट लाइटों के बल्ब ही फ्यूज हैं। कई खंभों में बल्ब ही नहीं हैं। बस खंभा गाड़ दिया गया है.
सराय मोहाना में खंभे नहीं
नगर निगम का विस्तार होने के बाद सराय मोहाना भी नगर निगम में शामिल हो गया है। सराय मोहाना से लेकर कोटवा, कपिलेश्वर धाम कालोनी में अंधेरा रहता है। इन इलाकों में तो स्ट्रीट लाइट के खंभे तक को नहीं लगाया गया है। आम जनता का कहना है कि सिर्फ के लिए नगर निगम में शामिल किया गया है लेकिन सुविधाएं आज भी नदारद है। लाइट के लिए खंभे तक को नहीं लगाया गया है।
कई मोहल्लों में स्ट्रीट लाइट
शहर की तमाम गलियों के मुख्यदं मार्ग पर भी स्ट्रीट लाइटें बंद चल रही हैं। हेरिटेज लाइट भी काफी पुरानी होने की वजह से शोपीस बन गयी है। मेन सड़क को छोड़ दिया जाए तो कालोनी और मोहल्लों में लगा हेरिटेज पोल खराब हो चुकी है। घाट पर लगी कई लाइटें की स्थिति काफी दयनीय है।
55 हजार लाइटों को बदलेंगे
आलोक विभाग के एक्सईएन अजय सक्सेना का कहना है कि शहर के 55 हजार लाइटों को बदलने का काम शुरू हो चुका है। जहां-जहां लाइटें नहीं जल रही है वहां पर भी जल्द से जल्द बदला जाएगा.
स्ट्रीट लाइट को मेंटेन के लिए काफी शिकायतें आयी है। इसको देखते हुए लाइट को बदलने का काम शुरू हो चुका है। 15 दिनों के अंदर सभी लाइटों को दुरुस्त कर लिया जाएगा.
अजय सक्सेना, एक्सईएएन, आलोक विभाग
500
कम्प्लेन दो महीने में
55000
हजार लाइट को ठीक करने का दावा