सभी 84 घाटों पर होगा भव्य आयोजन अर्धचंद्राकार गंगा के किनारे रोशनी में उतरेंगे देव


वाराणसी (ब्यूरो)काशी की घाट समितियों ने 27 नवंबर को देव दीपावली मनाने का निर्णय लिया है। इसी सभी 84 घाटों पर रोशनी का भव्य आयोजन किया जाएगा। सभी घाट रोशनी से जगमग होगे, जिससे देखने के लिए अभी से शहर के होटल, नाव, बजड़े आदि बुक हो चुके हैं.

घाट पर हुई बैठक

काशी के गंगा घाटों एवं अनेकश: देव मंदिरों, कुण्डों-तालाबों में मनाया जाने वाले विश्व विख्यात देव दीपावली महोत्सव आयोजन करने के संदर्भ में एक बैठक का आयोजन पं। किशोरी रमण दूबे (बाबू महाराज) की अध्यक्षता में गंगा सेवा निधि के कार्यालय में किया गया। इसमें बताया गया कि इस वर्ष पंचांग भेद के कारण 26, एवं 27, नवंबर को अलग-अलग दिन पंचांगों में कार्तिक पूर्णिमा देव दीपावली का जिक्र है।

पहले भी आई स्थिति

बताया गया कि देव दीपावली के इतिहास में इसी प्रकार की समस्या एक बार पूर्व काशी नरेश डॉ। विभूति नारायण सिंह के समय में एवं गंगा सेवा निधि के संस्थापक पं। सत्येंद्र मिश्रा मुनन्न महाराज के समय में आई थी। तब दोनों लोगों ने विद्वानों से परामर्श के उपरांत उदया तिथि की पूर्णिमा जिस दिन पड़ती है उसी दिन देव दीपावली का आयोजन करने का निर्णय लिया था.

उदया तिथि की परंपरा

इसके बाद निर्णय के अनुसार जिस दिन प्रात: काल स्नान दान की पूर्णिमा थी, उसी दिन सायं काल दीपदान की परंपरा घाटों एवं कुंडों-तालाबों पर मनाई गई। इसके अलावा भी जिस वर्ष भी दो दिन कार्तिक पूर्णिमा पड़ी है, तब उदया तिथि की पूर्णिमा वाले दिन ही देव दीपावली महोत्सव के आयोजन की परंपरा रही है.

दूर-दूर से आते श्रद्धालु

यहां यह भी अवगत कराना समीचीन है कि उदया तिथि में दूर-दूर से काशी में कार्तिक पूर्णिमा स्नान करने वाले स्नार्थियों, श्रद्धालुओं का गंगा स्नान भी प्रात: काल होता है। वे सायं काल भगवती मां गंगा को दीपदान करके अपने गंतव्य को जाते हैं। शरद पूर्णिमा से कार्तिक पूर्णिमा तक कार्तिक मास पर्यंत आकाशदीप जलाने की भी परंपरा है। उसका भी समापन उदया तिथि की पूर्णिमा को ही होता है।

परंपरा का रखेंगे ध्यान

परंपरा को दृष्टिगत रखते हुए सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि इस वर्ष भी काशी में देव दीपावली महोत्सव एवं गंगा की महाआरती का आयोजन 27 नवंबर 2023 दिन सोमवार को किया जाएगा। 27, नवम्बर को ही सनातन संस्कृति के महापुरुष गुरु नानक देव जी की भी जयंती है। बैठक में आचार्य वागीश दत्त मिश्र, सुशांत मिश्रा, बलराम मिश्रा, गोविंद शुक्ला, संजय कुमार पांडेय, मनीष पांडेय, दिनेश शंकर दुबे, हनुमान यादव के साथ विभिन्न घाटों पर देव दीपावली महोत्सव का आयोजन करने वाली संस्थाओं से जुड़े लोग उपस्थित थे.

Posted By: Inextlive