सभी के प्रॉब्लम होंगे साल्व
वाराणसी (ब्यूरो)। उद्योग, टूरिज्म, प्लाट और बिजली की समस्या को लेकर सिटी के उद्यमी अपर मुख्य सचिव एमएसएमई अमित मोहन प्रसाद संग कमिश्नरी सभागार में मंडलीय उद्योग बंधु की और अपनी बातों को प्रमुखता से रखा। उद्यमियों ने कहा कि उद्योगों को चलाने में काफी दिक्कतें आ रही है। एनओसी के लिए परेशान होना पड़ रहा है तो कहीं विद्युत सब स्टेशन न होने से उद्योग गति नहीं पड़ रहा है। अपर मुख्य सचिव ने समस्याओं को गंभीरता से सुनने के बाद कहा कि सभी के प्रॉब्लम को जल्द ही सॉल्व किया जाएगा.
निजी भूखंडों में मिले सुविधाएंबैठक में आईआईए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आर के चौधरी ने कहा कि उद्योग के लिए भूमि की व्यवस्था के लिए औद्योगिक क्लस्टर के आस पास उद्यमियों द्वारा लिए गए निजी भूखंडों में भी मूलभूत सुविधाए उपलब्ध कराई जाए। उद्योगों के विस्तारीकरण तथा नए उद्योगों की स्थापना के लिए बिजली व्यवस्था की जाए और सब स्टेशनों की क्षमता बढ़ायी जाए। नए उद्योग का चलाने के लिए सब स्टेशन लगाया जाएगा।
प्रक्रिया को किया जाए सरलीकरणइलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी में छूट लेने की प्रक्रिया का सरलीकरण के लिए बिलिंग सॉफ्टवेयर में ही व्यवस्था की जाए। अग्निशमन विभाग का अनापत्ति प्रमाणपत्र, भूगर्भ जल शोधन के लिए पंजीकरण, कारखाना अधिनियम अन्तर्गत पंजीकरण आदि का या तो सरलीकरण कर दिया जाए या सूक्ष्म उद्योगों पर से इसकी बाध्यता समाप्त की जाए। प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क की स्थापना में सबसे बड़ा अवरोध विकास प्राधिकरण की मनमानी फीस है एम एस एम ई पार्क के लिए इसे समाप्त किया जाना चाहिए।
उठाया सवाल यूपीसीडा का कार्यालय करखियांव में चले जाने पर उद्यमियों ने सवाल उठाया, कहा कि कोई भी कार्य के लिए अब करखियांव जाना पड़ेगा। वहां जाने पर सारा समय बीत जाएगा। वहां से कार्यालय को हटाकर शहर में किया जाए ताकि उद्यमियों का कार्य आसानी से हो सके। यूपीएसआईडीसी के पोर्टल पर मानचित्र अपलोड करने में आ रही परेशानियों को भी उद्यमियों ने रखा. शहर में बढ़ रहे टूरिज्म आईआईए टूरिज्म एवं हॉस्पिटैलिटी कमेटी के नेशनल चेयरमैन राहुल मेहता ने शहर में लगातार बढ़ रहे टूरिस्ट की सुविधा के लिए दिल्ली की तर्ज पर एयरपोर्ट के पास एरोसिटी बनाने की मांग रखी। प्लाटों का मुद्दा उठायालघु उद्योग भारती के अध्यक्ष राजेश सिंह ने औद्योगिक आस्थान चांदपुर, चिरईगांव के औद्योगिक प्लाटों का मुद्दा उठाया। जिसे निस्तारण करने के लिए अमित मोहन ने आश्वस्त किया। उद्यमियों ने कहा कि कपड़ा उद्योग पर बिजली का भार बड़ा दिया गया है। इसके चलते काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पावरलूम बुनकरों की तर्ज पर बिजली दी जाए.
यह रहे मौजूद कमिश्नर कौशल राज शर्मा, डीएम एस राज लिंगम, आई्रआईए के प्रशान्त अग्रवाल, मनीष कटारिया, यू आर सिंह, ज्ञानेश्वर, राजेश सिंह, ज्योति शंकर मिश्रा, गुलशन मौर्या, शैलेश कुमार सिंह, राजेश राय, संजय जायसवाल, अरुण सिंह मौजूद थे.