कूड़ाघर बंद होने के बाद रेवड़ी तालाब में कूड़े को किया जा रहा डंप दो दर्जन से अधिक बीमार कई दिनों तक नहीं होता कूड़े का उठान कई लोगों ने छोड़ा घर पूर्व पार्षद समेत कई लोग दर्जनों बार कर चुके हैं शिकायत


वाराणसी (ब्यूरो)सिटी में स्वच्छता की अलख जगाने के लिए गवर्नमेंट ने करोड़ों रुपए खर्च कर दिए लेकिन आज भी कई एरिया ऐसे हैैं जो कूड़े की डंपिंग का सबसे बड़ा हब बन गया है। जी हां, बात हो रही है रेवड़ी तालाब क्षेत्र की, जहां लोग अब रहने से कतराने लगे हंै। बदबू और गंदगी से कई लोग घर छोड़कर रिश्तेदारों के यहां चले गए हंै। यहां के हालात यह हैं किकूड़ा बजबजाने लगा है। कूड़े से निकलने वाले कीड़े घरों और किचन में घुसने लगे हैं। अब तक करीब दो दर्जन से अधिक लोग बीमार हो चुके हैं.

कई घरों का कूड़ा हो रहा डंप

रेवड़ी तालाब कूड़ाघर में कई एरिया का कूड़ा डंप हो रहा है। शहर के अधिकतर कूड़ा घर बंद हो चुके हैं। नगर निगम के कर्मचारी कई क्षेत्र से कूड़ा उठाने के बाद रेवड़ी तालाब में ले जाकर कूड़ा को डंप कर दे रहे हैं। इससे वहां कूड़ों का अंबार लग गया है। जगह-जगह कूड़ा फैल गया है। बड़ेे पैमाने पर कूड़ा डंप होने की वजह से कूड़ा बजबजाने लगा है।

कूड़ा से निकल रहा कीड़ा

कूड़ा डंप होने की वजह से कूड़े से कीड़ा निकलने लगा है। ऐसा कहना है क्षेत्रीय लोगों का। पूर्व पार्षद अरशद अहमद लड्डू का कहना है कि कीड़ा अब तो घर में घुस ही रहे हैं, साथ ही कीड़ा किचेन तक घुस गए हंै। खाने-पीने के सामान में जाने की वजह से कई लोग बीमार हो चुके हैं, डायरिया, उल्टी के शिकार हो चुके हैं। बीमारी के चलते कई लोगों की हालत गंभीर है। इसके बाद भी वहां से कूड़ा को हटाया नहीं गया।

घनी आबादी के बीच डंपिंग

घनी आबादी के बीच कूड़े की डंपिंग की जा रही है। कूड़े की डंपिंग को हटाने के लिए स्थानीय भाजपा पार्षद भी परेशान हैं पर उनकी भी सुनवाई नहीं हो रही है। पार्षद राजेश चुल्लू ने भी इसकी नगर निगम में शिकायत की पर कोई सुनवाई नहीं हुई। उनका कहना है कि दुर्गंध ऐसी है कि बिना मुंह पर हाथ रखे कोई आगे नहीं बढ़ सकता। रेवड़ी तालाब-कमच्छा मार्ग पर नगर निगम ने जबरिया डंपिंग स्पॉट बनाया है, जहां आस-पास के इलाकों का कूड़ा डंप किया जाता है। इस कूड़े को नियमत: रोज उठना चाहिए पर ऐसा नहीं होता और घनी आबादी के बीच बने डंपिंग स्पॉट से उठती दुर्गंध से जीना मुश्किल हो गया है।

खुलकर सांस लेना मुश्किल

स्थानीय लोगों का कहना है कि बदबू के चलते खुले में सांस लेना मुश्किल हो गया है। शिकायत करने पर गाड़ी आती है और खानापूर्ति करके चली जाती है। लोगों की मांग है कि यहां से डंपिंग स्पॉट हटाया जाए ताकि लोग खुली हवा में सांस ले सकें.

नगर स्वास्थ्य अधिकारी से कूड़ा को हटाने के लिए बात की गई थी लेकिन वहां से कूड़े को नहीं हटाया गया। हालात यह है कि क्षेत्र के कई लोग बीमार पड़ गए हैं.

राजेश यादव चल्लू, पार्षद

जहां कूड़ाघर बंद हुए, वहां का कूड़ा लाकर यहां पर डंप किया जाता है। बल्क में कूड़ा डंप होने की वजह से कीड़ा निकलने लगा है.

अरशद अहमद लड्डू, पूर्व पार्षद

नगर निगम में कई बार शिकायत की गई लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। अब स्थिति बद से बदतर हो गयी है। बदबू से कई बार बीमार हो चुके हैं.

आलोक सिंह, क्षेत्रीय नागरिक

क्षेत्र में डायरिया, उल्टी फैलने लगा है। दो दर्जन से अधिक लोग बीमार हो चुके हैं। अब अगर कूड़ा नहीं हटाया गया तो स्थिति और भी भयावह हो सकती है.

राशिद जमाल, क्षेत्रीय नागरिक

ठंड के दिनों में यह हाल है, गर्मी में और स्थिति खराब हो जाती है। इस मामले को नगर आयुक्त को खुद देखना चाहिए ताकि आम पब्लिक को राहत मिल सके.

हाजी शाहिद जमाल, क्षेत्रीय नागरिक

जल्द ही वहां से कूड़े का उठान किया जाएगा। जोन के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि सफाई पर फोकस करें। इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

अक्षत वर्मा, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive