Varanasi news: वाराणसी के 4 शिल्पियों को मिला स्टेट अवार्ड
वाराणसी (ब्यूरो)। काशी के जीआई और ओडीओपी उत्पादों को योगी सरकार ने नया आयाम दिया है। अब इसकी पहचान लोकल से ग्लोबल हो गई है। उत्तर प्रदेश दिवस के मौके पर वाराणसी के चार शिल्पियों को विशिष्ट हस्तशिल्पी प्रादेशिक पुरस्कार के लिए राज्य व दक्षता हस्तशिल्प पुरस्कार वर्ष 2023 से नवाजा गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के अवध शिल्प ग्राम में आयोजित कार्यक्रम में शिल्पियों को सम्मान दिया है। सॉफ्ट स्टोन जाली, काष्ठ कला, कार्पेट और लकड़ी के खिलौना व मूर्ति के शिल्पियों को ये सम्मान दिया गया है.
अंतर्राष्ट्रीय फलक पर चमक रहा उत्पाद
काशी की कला का परचम हर तरफ लहरा रहा है। राज्य हस्तशिल्प पुरस्कार वर्ष 2023 से पुरस्कृत सॉफ्ट स्टोन जाली के युवा शिल्पकार आदर्श कुमार मौर्या ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने दम तोड़ रही पुश्तैनी कला को पुनर्जीवित किया है, जिससे सैकड़ों परिवार को आजीविका मिली है। अमृता सिंह ने पुरस्कार को अपने ससुर को समर्पित करते हुए बताया कि ससुराल में उनकी प्रेरणा से हमने इस कला को सीखा है। योगी की सरकार आने से हम लोगों के हैैंडीक्राफ्ट को जीआई और ओडीओपी में शामिल करने से कॉफी फायदा हुआ है। जहा इस पुश्तैनी काम को लोग छोड़ कर जा रहे थे, वहां अब हमने कई लोगों को रोजगार दिया था.
राज्य हस्तशिल्प पुरस्कार वर्ष 2023 से पुरस्कृत
1- सॉफ्ट स्टोन जाली के युवा शिल्पकार आदर्श कुमार मौर्या के घूमते हुए ग्लोब के अंदर भगवान नटराज की नृत्य करती हुई मूर्ति व जाली में शेर हिरण के लिए
2- काष्ठ कला के शिल्पी गोविन्द शर्मा के भगवान शिव विशालरूप में आशीर्वाद देती हुई मूर्ति के लिए
दक्षता हस्तशिल्प पुरस्कार वर्ष 2023 से पुरस्कृत
1. इंदु को कार्पेट पर शिकारगाह बनाने के लिए
2- अमृता सिंह को लकड़ी के खिलौने एवं शिवजी की विशाल मूर्ति के लिए
शिल्पियों को मिल रहा लाभ
जीआई एक्सपर्ट पद्मश्री रजनीकांत ने बताया कि भाजपा की सरकार ने कुछ ही क्षेत्रों में सीमित हस्तशिल्प को दुनिया के सामने लाया है, जिसका लाभ शिल्पियों को मिल रहा है। वाराणसी में 23 जीआई उत्पाद पंजीकृत हैं और 3 ओडीओपी के उत्पाद हैं। वाराणसी से हस्तशिल्पी का सालाना लगभग 5500 करोड़ का कारोबार है। उत्तर प्रदेश के कुल 40 हस्त शिल्पियों को सीएम योगी आदित्यनाथ ने सम्मनित किया है। इसमें 20 हस्त शिल्पियों को राज्य हस्त शिल्प पुरस्कार वर्ष 2023 से और 20 हस्त शिल्पि को दक्षता हस्तशिल्प पुरस्कार वर्ष 2023 से पुरस्कृत किया गया है.