कैंट रोडवेज बस स्टेशन पर चार्जिंग स्टेशन का 75 फीसद काम पूरा वाराणसी सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के प्रस्ताव को मंजूरी


वाराणसी (ब्यूरो)वाराणसी में ईवी यानी इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति लोगों का क्रेज बढ़ा है। यही वजह है कि सड़कों पर प्रति दिन ईवी की संख्या भी बढ़ रही है। जिस रफ्तार से ईवी की संख्या बढ़ रही है। एक अनुमान के तहत छह महीने के अंदर शहर में ई वाहनों की संख्या 20 हजार से अधिक हो जाएगी। इसलिए डीजल, पेट्रोल व सीएनजी स्टेशनों की तर्ज पर शहर में 25 स्थानों पर ई-वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन खुलेंगे, जहां लगभग 20 हजार वाहनों के चार्जिंग की सुविधा होगी। वहीं शहर को प्रदूषण मुक्त रखने में भी मदद मिलेगी।

हर 10वां नंबर ईवी का

महंगे पेट्रोल, डीजल और सीएनजी के विकल्प के रूप में इलेक्ट्रिक वाहनों को देखा जा रहा है। इलेक्ट्रिक वाहनों के मुरीद दिनोंदिन बढ़ भी रहे हैं। यही वजह है कि शहर में 100 वाहनों की बिक्री में 10 फीसद ईवी भी शामिल है। जिस तरह डीजल और पेट्रोल, सीएनजी वाहनों के फ्यूल स्टेशन खोले गए हैं, ठीक उसी तर्ज पर ई-वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन भी खुलेंगे। कैंट बस स्टैंड पर बन रहे चार्जिंग स्टेशन का 75 फीसद काम पूरा हो चुका है। अन्य स्थानों पर भी निर्माण कार्य को लेकर रूपरेखा तैयार की जा रही है। वाराणसी सिटी ट्रांसपोर्ट लिमिटेड के प्रस्ताव को मुख्यालय से भी हरी झंडी मिल गई है।

यहां खुलेंगे चार्जिंग स्टेशन

सिटी ट्रांसपोर्ट ने 25 स्थानों पर चार्जिंग स्टेशन के लिए जगह उपलब्ध कराने के लिए नगर निगम को पत्र लिखा है। इसके बाद से ही नगर निगम की टीम जमीन चिह्नित करने में जुटी हुई है। नगर निगम की टीम शिवपुर, पुलिस लाइन चौराहा, कैंट रोडवेज, मड़ुवाडीह, लंका, रामनगर, सिगरा, महमूरगंज, कमच्छा, बेनिया, मैदागिन, सारनाथ, राजघाट, अखरी बाईपास की तरफ स्टेशन खोलने के लिए जमीन चिह्नित करने में जुटा है.

रास आ रहा ईवी

वाहन निर्माता कंपनियों के मुताबिक पेट्रोल, डीजल और सीएनजी वाहनों की बिक्री में कोई कमी न आने के बावजूद ई वाहनों की मांग में अप्रत्याशित तेजी से साफ है कि चार पहिया वाहनों का नया तबका बाजार में आ गया है। ये तबका मध्यम वर्गीय है जिसके पास बाइक और स्कूटी है। दोपहिया वाहनों के मेंटेनेंस खर्च से भी कम पर चार पहिया ई वाहन इस वर्ग को सबसे ज्यादा रास आ रहे हैं। इसके अलावा प्रदेश में युवाओं का रुझान भी ई वाहनों की तरफ बढ़ा है। इसकी एक वजह ई वाहन बाजार में वैरायटी, तकनीक और डिजायन में आमूल-चूल बदलाव भी है। वाहन बाजार के लिए इसे अच्छा संकेत माना जा रहा है क्योंकि महज तीन साल में ई वाहनों की बिक्री करीब दस गुना बढ़ गई है.

चार्ज होने में कितना समय

घरों में वाहन चार्ज करने पर 8-10 घंटे लगते हैं। कमर्शियल या फास्ट चार्जिंग स्टेशन में समय 1 से 1.5 घंटा रह जाता है। सौर चार्जिंग स्टेशन पर ई-कार की फास्ट चार्जिंग दो घंटे से कम समय में हो जाती है। 400 से 450 रुपए खर्च आता है। टू-व्हीलर को 20 मिनट में चार्ज कर सकते हैं। इस पर 50 रुपए खर्च होंगे।

शहर में 25 चार्जिंग स्टेशन बनाने की तैयारी चल रही है। कैंट बस स्टेशन पर निर्माणाधीन चार्जिंग स्टेशन का काम लगभग 75 फीसद पूरा हो चुका है। अन्य स्थानों पर जमीन मिलने के बाद ई-स्टेशन बनाने की तैयारी है। नगर निगम से जमीन मांगी गई है।

गौरव वर्मा, एमडी वीसीटीएसएल

Posted By: Inextlive