20 हजार घरों में मीटर बंद, बत्ती चालू
वाराणसी (ब्यूरो)। अगर आप भरपूर मात्रा में बिजली का इस्तेमाल करते हैं और बिल आपका बिल बेहद कम आता है तो अब आपकी मुसीबत बढ़ सकती है। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम ने ऐसे उपभोक्ताओं पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। दरअसल बिजली विभाग को बनारस के तमाम ऐसे घरों की सूचना मिली है, जहां मीटर रीडिंग के बाद बिल महज 50 यूनिट की ही बन रही है, जबकि उन घरों में बिजली का इस्तेमाल भरपूर मात्रा में हो जा रही है। इस तरह के उपभोक्ता शक के घेरे में आ चुके है। विभाग के मुताबिक ऐसे एक-दो नहीं 20 हजार से ज्यादा उपभोक्ता है। विभाग अब इन सभी घरों के मीटर की जांच कराने जा रहा है.
चोरी से बिजली उपयोग का शकबिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शहरी क्षेत्र के करीब-करीब हर घर में दो से चार बल्ब, मोटर पंप, पंखा, कूलर और फ्रीज मिल ही जाते हैं। ऐसे में इन सब अप्लाइंसेस इस्तेमाल करने के बाद भी यदि किसी घर में मीटर रीडिंग के बाद सिर्फ 50 यूनिट ही बिल जनरेट हो रहा है तो ऐसे उपभोक्ताओं पर शक गहराने लगता है। आखिर इनका बिल इतना कम क्यों आ रहा है, ऐसे लोगों की वास्तु स्थिति जानने के लिए यह प्लान तैयार किया गया है.
एक पंखा और दो बल्ब में 50 यूनिट वैसे यह माना जाता है कि अगर किसी घर में एक पंखा और दो बल्ब भी जलता है तो उनका बिल 50 यूनिट तक आता है। ऐसा तब होता है जब वह उपभोक्ता आर्थिक रूप से कमजोर हो और वह भारी भरकम बिल अफोर्ड नहीं कर पाता, लेकिन 20 हजार लोगों में ऐसे लोगों की संख्या बेहद कम है। वैसे भी इतनी भीषण गर्मी में कम ही ऐसे लोग मिलते है, जो इतनी बिजली बचाने की सोचते हैं. वजह जानने का होगा प्रयासपीवीवीएलएल के अधिकारियों की मानें तो बिजली चोरी रोकने का एक और नया आइडिया लाया गया है। विभाग को शक है कि जिन लोगों के घर का बिजली बिल 50 यूनिट से कम आ रहा है, वहां चोरी की संभावना ज्यादा है। ऐसे सभी उपभोक्ताओं की अब जांच कराई जाएगी। जिससे विभाग को यह पता लग सके कि आखिर उनके घर का बिल इतना कम क्यों और किस वजह से आ रहा है। हालांकि इसमें सभी के लिए यह नहीं कहा जा सकता कि सभी चोरी कर रहे हैं। यह भी हो सकता है कि कुछ उपभोक्ता उस घर में न रहते हों, या कोई सिर्फ एक ही कमरे मेंं बिजली का इस्तेमाल करते हैं.
ऐसे करते हैं बिजली चोरी का खेल ऐसे उपभोक्ताओं के बिल कम आने की कई वजह हो सकती है। एक तो वे कम से कम बिजली का इस्तेमाल करते हो और दूसरी वजह चोरी है। दरअसल कुछ लोग बिल को कम करने के लिए मीटर से छेड़छाड़ करते हैं तो कुछ कटिया कनेक्शन करते है। अब तो आईपीडीएस होने के बाद कई उपभोक्ता अंडरग्राउंड केबलिंग में जुगाड़ के साथ मीटर बायपास कर भरपूर मात्रा में बिजली चोरी कर एसी, फ्रीज और कई अप्लाइंसेस का इस्तेमाल कर रहे है। लगातार ऐसी केस सामने आ रहे हैं, जिनमें बिल 50 यूनिट के करीब का बन रहा है। जबकि इन घरों में बिजली का उपयोग भरपूर हो रहा है। ऐसे हजारों उपभोक्ता है। इन सब की जांच कराई जाएगी. एके वर्मा, एसई-2-पीवीवीएनएल