ट्रेडिशनल के साथ वोकेशनल कोर्स का भी कर सकते हैं चुनाव करियर काउंसलर ने इंटर पास स्टूडेंट्स को सुझाए कई विकल्प

वाराणसी (ब्यूरो)सभी बोर्ड के रिजल्ट आने के बाद 12वीं पास आउट हुए स्टूडेंटस में अब अपने करियर से रिलेटेड कोर्स को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है। कौन से यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में एडमिशन लिया जाए, किस तरह का कोर्स किया जाए जिससे उनके करियर को धार मिल सके। एडमिशन से पहले इस तरह की कई चीजें स्टूडेंटस को परेशान कर रही है। इनकी इन समस्याओं का समाधान करने के लिए हमारे एजुकेशन एक्सपर्ट और करियर काउंसलर ने अपने सुझाव साझा किए। एक्सपर्ट की माने तो इंटर के बाद करियर को लेकर कंफ्यूज स्टूडेंट्स की राह में करियर से रिलेटेड कई सारे ऑप्शन्स मौजूद है। स्टूडेंटस अपने समय का जरा भी बर्बाद न करके ट्रेडिशनल के साथ वोकेशनल कोर्स की तरफ भी रूख कर रहे है। इसमें उनका इंट्रेस्ट भी बढ़ रहा है।

पैसा कमाना उद्देश्य नहीं

मोटिवेशनल ट्रेनर अशोक मिश्रा बताते हैं कि कोर्स कोई भी हो, उसमें अनुशासन व समर्पण की जरुरत पहले होती है। किसी भी कोर्स से पढ़ाई करने का उद्देश्य सिर्फ पैसा कमाना नहीं, बल्कि एक सुदृढ़ संस्कारिक इंसान बनने का होना चाहिए। 12वीं के बाद बच्चों के लिए अपने पसंद की राह चुनना जितना कठिन होता है उतनी ही जरूरी भी है। ग्यारहवीं में साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स में से उपयुक्त चुनाव करने के बाद बच्चों का करियर के प्रति पर्याप्त व्यक्तित्व विकास हो चुका होता है। उसे इतनी समझ आ जाती है कि आगे क्या करना है। ऐसे में या तो वह अपने इस पहले से चुने हुए स्ट्रीम में आगे बढऩा चाहते हैं या फिर कुछ अलग करने की चाह रखते हैं.

कर सकते हैं ये कोर्स

साइंस का चयन करने वाले बच्चे बैचलर्स करके इंजीनियर, आर्किटेक्ट, डेटा साइंटिस्ट, कल्चरल साइंटिस्ट, डॉक्टर, वेटिरिनेरियन, बायो मेडिकल, नर्सिंग का कोर्स कर सकते हैं। ये कोर्स उन्हे सरकारी नौकरी की तैयारी करने के लिए सहायक होते हैं या किसी अच्छे पैकेज के साथ प्राइवेट में स्थापित होते हैं। इन सभी कोर्सेस के लिए अलग अलग परीक्षाएं होती है। यदि दूसरी फील्ड में जाना चाहते हैं कॉमर्स या फिर आर्ट्स की स्ट्रीम को समझने की कोशिश करें। कॉमर्स से आगे बढऩे पर अकाउंटेंट, फाइनेंशियल एनालिस्ट, इनवेस्टमेंट बैंकिंग एनालिस्ट, सीए, सीएस, ह्यूमन रिसोर्सेज़, टैक्स ऑडिटर कंसल्टेंट, इवेंट मैनेजर, बैंकिंग जॉब या अपना व्यवसाय भी शुरु कर सकते हैं।

मैनेजमेंट कोर्स भी ऑप्शन

आर्ट्स लेने के बाद होटल मैनेजमेंट, कंटेंट राइटर, क्रिएटिवडायरेक्टर, मीडिया मैनेजर, जर्नलिस्ट, सोशल वर्कर, फोटोग्राफर, इवेंट मैनेजमेंट में से चुनाव कर सकते हैं। कुछ पारा मेडिकल कोर्स भी ग्रेजुएशन के बाद किए जा सकते हैं जैसे की रेडियोलॉजी, नर्सिंग, ऑडियोलॉजी, स्पीच थैरेपी, बैचलर ऑफ़ फिजियोथैरेपी, ऑपरेशन थियेटर टेक्नोलॉजी, नेत्र प्रौद्योगिकी, प्राकृतिक चिकित्सा, डायलिसिस थैरेपी, फिजियोथेरेपी में डिप्लोमा आदि।

भारतीय सेना का करें कोर्स

12वीं के बाद एनडीए के माध्यम से भारतीय जल, थल, नभ सेना में सीधे अफसर बनने की एक सुनहरा अवसर है। इसकी इसकी परीक्षा साल में दो बार होती है। लिखित परीक्षा पास करने के बाद एसएसबी बोर्ड से गुजरना पड़ता है। उसमें पास करने के बाद 3 साल की पढ़ाई कराई जाती है, फिर भारतीय सेना में सीधे अफसर के पोस्ट से ज्वाइन करवा दिया जाता है।

वोकेशनल कोर्स की तरफ झुकाव

आजकल के जनरेशन में कोई भी होनहार बच्चा अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहता। जैसे ही उसे स्कूल कॉलेज से किसी तरह की छुट्टी मिलती है, वह कहीं ना कहीं अपने आपको व्यवसायिक दृष्टिकोण से आगे बढऩे के लिए कुछ वोकेशनल कोर्स के तरफ बढ़ जाता है। समय के बदलाव के संग, तमाम वोकेशनल कोर्स आ गए हैं जिसके सहारे बच्चा अपना भविष्य सुरक्षित कर सकता है।

ऐसे हैं वोकेशनल कोर्स

लोक प्रशासन, एच आर प्रबंधन, कानून, लेबर रिलेशन, राइटिंग एंड डिज़ाइन, विदेशी भाषाएं, कॉरपोरेट कम्यूनिकेशन, कम्प्यूटर साइंस, मास मीडिया, मास कम्युनिकेशन, डिजिटल प्रोडक्शन, मल्टीमीडिया (मीडिया प्रोग्रामिंग), टेलिकम्यूनिकेशन, वेब डिजाइनिंग, डिजिटल विपणन, ग्राफिक, एनिमेशन, संचार और आईटी., रोबोटिक। इसके अलावा इवेंट मैनेजमेंट, टूरिज्म, पर्यटन प्रबंधन।

ट्रेडिशनल कोर्स भी ट्रेंड में

यूटीशियन, मेकअप आर्टिस्ट, आभूषण डिजाइन, हेयर डिजाइन, कॉस्मेटोलॉजी, फैशन डिजाइन, बुटीक प्रबंधन। हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट, इवेंट मैनेजमेंट, केटरिंग मैनेजमेंट, होटल मैनेजमेंट, हाउसकीपिंग, होम केयर, आतिथ्य प्रबंधन पाठ्यक्रम, होटल रिसेप्शन, खानपान सेवाएं, मिष्ठान्न बनाना, फ़ूड प्रोडक्शन, किचन वर्क, रेस्तरां, काउंटर सेवा, कुकरी, खाद्य और पेय सेवाएं, बेकरी और कन्फेक्शनरी, खाद्य उत्पादन में क्राफ्ट कोर्स, रसोई का काम, गृह व्यवस्था। सिलाई कटाई, पेंटिंग, ड्राइंग, हेंडीक्राफ्ट, धातु शिल्प, एग्रीकल्चर, प्लम्बिंग, गेम डिजाइनिंग और पोषण।

स्पेशल कोर्स

बीएचयू में कई स्पेशल कोर्स भी कराए जाते हैं। जिनमें डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट कोर्स शामिल होते हैं। इनके लिए निर्धारित योग्यता के आधार पर डायरेक्टर एडमिशन होता है। जिसके लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया जारी है और आधिकारिक वेबसाइट बीएचयूऑनलाइन.इन पर जाकर आवेदन किया जा सकता है.

यहां जरूरी है कि स्टूडेंट्स पूरी तरह से तैयारी करें और अपने आपको पढ़ाई में समर्पित कर दें। यह सभी कोर्सेस चुनौतीपूर्ण हैं। इसलिए खुद को अपडेटेड रखना बेहद जरुरी है। बनारस के करीब-करीब सभी कॉलेजों में इन कोर्स के अलावा ट्रेडिशनल और वोकेशनल कोर्स उपलब्ध है।

अशोक मिश्रा, मोटिवेशनल ट्रेनर, कॉरपोरेट एडवाइजर

12वीं पास स्टूडेंट्स पहले से ही खुद को समझे और यह निर्धारित करें वे किस क्षेत्र में करियर बनाना चाहते है। अपने पैशन औश्र इंट्रेस्ट के आधार पर एक लक्ष्य तय करें। प्रमुख कॉलेजों व विवि में एडमिशन के लिए आवेदन करें। उक्त किसी भी कोर्स को करने से पहले पता करें कि किस क्षेत्र में जॉब अच्छे है।

रविन्द्र सहाय, करियर काउंसलर एंड मोटिवेटर

Posted By: Inextlive