5 गोल्ड मेडल के साथ दिव्यांश बने प्रेसीडेंट गोल्ड मेडलिस्ट
वाराणसी (ब्यूरो)। आईआईटी-बीएचयू में शुक्रवार को 12वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। स्वतंत्रता भवन में आयोजित इस समारोह में संस्थान के विभिन्न पाठ्यक्रमों के 1660 मेधावी छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की गई। इसमें 954 बीटेक, 247 आईडीडी, 223 एमटेक-एमफार्मा और 44 एमएससी छात्रों को उपाधियों से सम्मानित किया गया। दीक्षांत समारोह में कुल 66 विद्यार्थियों को 108 मेडल (106 स्वर्ण एवं दो रजत) और पुरस्कार प्रदान किए गए और 192 से अधिक शोधार्थियों को डॉक्टरेट की डिग्री दी गई.
ये संस्थान के मेडलिस्ट
संस्थान में बीटेक स्तर पर शैक्षणिक क्षेत्र में संपूर्ण उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए दिव्यांश चंद्र रॉय, बीटेक, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग को प्रेसीडेंट्स गोल्ड मेडल समेत 5 गोल्ड और दो पुरस्कार से सम्मानित किए गए और सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन तथा संगठनात्मक व नेतृत्व क्षमता प्रदर्शित करने के लिए राघव सोनी, बीटेक, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग को डाइरेक्टर्स स्वर्ण पदक से विभूषित किया गया।
चेयरमैन ने किया सम्मानित
समारोह के चीफ गेस्ट डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस (आरएंडडी) के सचिव और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के चेयरमैन डॉ। समीर वी। कामत ने स्टूडेंट्स को मेडल और अवार्ड से सम्मानित किया। इस दौरान चीफ गेस्ट ने स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए कहा कि डीआरडीओ ने यंग साइंटिस्ट प्रयोगशाला का शुभारंभ किया है, जिसमें जो भी निदेशक होगा उसकी उम्र 35 वर्ष से कम है। इमर्जिंग टेक्नोलॉजी पर काम करने के लिए यह प्रयोगशाला प्रतिबद्ध है। जैसे साइबर फिजिकल सिस्टम, क्वांटम टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग, स्मार्ट मैटेरियल्स और सिमेट्रिक टेक्नॉलॉजी। हमारा प्रयास है कि यह प्रयोगशाला एक स्टार्टअप की तरह काम करे.
डीआरडीओ में चुने भविष्य
उन्होंने कहा कि डीआरडीओ देश के शिक्षण संस्थानों में 15 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खोल रहा है, जहां इनोवेशन और कटिंग एज टेक्नोलॉजी पर फोकस किया जाएगा। पीएम के विजन Óआत्मनिर्भर भारतÓ और टेक्नोलॉजी लीडर के तौर पर देश का भविष्य उच्च्वल है। मैं चाहता हूं कि संस्थान से शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र डीआरडीओ में भी अपने करियर और भविष्य का ऑप्शन चुनें। साइंस और टेक्नॉलॉजी के चलते ही हमने कोरोना से बचने के लिए को-वैक्सिन, कोविड-19 वैक्सिन, मिशन शक्ति, चंद्रयान-3, आदित्य एल 1 मिशन जैसी उपलब्धि हासिल की। आज युनाइटेड स्टेट और चाइना के बाद हम तीसरी बड़ी शक्ति बन कर उभरे हैं जो पूरी दुनिया में स्टार्ट इकोसिस्टम बन गए हैं। दुनिया बहुत तेजी से बदल रही है और चलैंजिंग बनती जा रही है। सभी विद्यार्थी बहुत अच्छे समय पर स्नातक हो कर देश की सेवा के लिए तैयार हो रहे हैं। जितना अधिक चैलेंज मिलेगा उतना ही काम करने में मजा आएगा।
माल्यार्पण से शुभारंभ
पुरस्कार वितरण का संचालन शैक्षणिक कार्य के अधिष्ठाता प्रो। श्याम बिहारी द्विवेदी ने किया। इस दौरान मंच पर बोर्ड ऑफ गवर्नर के चेयरमैन पद्मश्री डॉ। कोटा हरिनारायन, संस्थान के निदेशक प्रो। प्रमोद कुमार जैन और कुलसचिव (प्रभार) राजन श्रीवास्तव उपस्थित रहे। इससे पहले समारोह का शुभांरभ मालवीय जी की प्रतिमा पर माल्यापर्ण, दीप प्रज्ज्वलन, वैदिक मंत्रोच्चार और कुलगीत के साथ हुआ। दीक्षांत समारोह के आरंभ की घोषणा संचालक मंडल के अध्यक्ष पद्मश्री डॉ कोटा हरिनारायन ने की। इसके बाद संस्थान के निदेशक प्रो। प्रमोद कुमार जैन ने संस्थान की उपलब्धियों की आख्या पढ़ी.
नौ पूर्व छात्र भी सम्मानित
समारोह में 9 पूर्व छात्रों को प्रतिष्ठित एलुमिनस/एलुमिना छात्र पुरस्कार 2023-24 से सम्मानित किया गया। इनमें घनश्याम प्रसाद (इलेक्ट्रिकल-88) को प्रोफेशन क्षेत्र में, प्रो। आलोक गुप्ता (माइनिंग-88) को एकेडमिक क्षेत्र में, सुधीर सिंह (सिविल-93) को उद्योग/उद्यमिता क्षेत्र में, मानू के वोरा (केमिकल-68) को पब्लिक लाइफ, विकास अग्रवाल (केमिकल-95) एवं सौम्य सरकार (मैकेनिकल-79) को संस्थान में विशिष्ट सेवा देने के लिए और प्रतीक माहेश्वरी (मैकेनिकल-11), डॉ। अक्षय कुमार राठौर (इलेक्ट्रिकल-03) और अभिलाष श्रीधरन (मेटलर्जी-08) को यंग अलुमिनस एचीवर अवार्ड से सम्मानित किया गया। समारोह में घनश्याम प्रसाद, डॉ। अक्षय कुमार राठौर एवं प्रतीक माहेश्वरी उपस्थित रहे, जिन्हें निदेशक द्वारा प्रतिष्ठित पूर्व छात्र पुरस्कार 2023-24 से सम्मानित कर 51 हजार रुपये का चेक दिया गया। पुरस्कारों की घोषणा अधिष्ठाता (संसाधन एवं पूर्व छात्र) प्रोफेसर राजीव श्रीवास्तव ने की.
इनकी रही उपस्थिति
समारोह में अनुसंधान एवं विकास के अधिष्ठाता प्रो। विकास कुमार दूबे, अधिष्ठाता, छात्र कार्य, प्रो। एलपी सिंह, शैक्षणिक कार्य के एसोसिएट डीन, डॉ। आरके सिंह, सीनेट के सदस्य, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, समन्वयक, संचालक मंडल के सदस्यगण, शिक्षक, अधिकारी, छात्र एवं उनके अभिभावक उपस्थित रहे.