वाह! एक साल में बढ़ गए 100 उद्यमी
वाराणसी (ब्यूरो)। यकीन मानिए पिछले एक साल में खाद्य प्रसंस्करण इंडस्ट्री लगाने के लिए तेजी से यूथ उद्यमियों का रुझान बढ़ा है। पिछले साल नए एंटरप्रन्योर की संख्या 40 थी इस बार बढ़कर 100 के आंकड़े को पार कर गया है। यह सब प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की देन है कि उन्होंने खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा देने के लिए खुली छूट दे रखी है। बार 1 से 3 दिसंबर को लखनऊ में होने वाली इंडिया फूड एक्स्पो में सिर्फ वाराणसी जोन के सौ नए इंटरप्रेन्योर अपने नए आइडिया के साथ भाग ले रहे है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति से वाराणसी मंडल के नए एंटरप्रेन्योर काफी उत्साहित हैं, क्योंकि उनको आगे बढऩे के लिए एक नया मार्केट मिल रहा है.
चार साल पहले कोई नहीं जानता था
हैरान करने वाली बात है कि खाद्य प्रसंस्करण के बारे में चार साल पहले बहुत कम ही लोग जानते थे लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस फिल्ड से जोडऩे के लिए कई तरह की योजनाओं का इंप्लीमेंट किए। इसके बाद लोग इसके बारे में जानना शुरू किए.
वाराणसी मंडल के 40 उद्यमी
आईआईए की राष्ट्रीय फ़ूड प्रॉसेसिंग व ऐग्री बेस बिजनेस कमेटी के चेयरमैन दीपक कुमार बजाज ने बताया कि पिछली बार फूड एक्स्पो में वाराणसी जोन के 40 नए उद्यमी शामिल हुए थे। इस बार यह संख्या बढ़कर सौ के करीब पहुंच गया है। इस सेक्टर में काफी स्कोप में है प्रदेश ही नहीं देश में कई तरह के उत्पादन होते है। आलू, मक्का, गन्ना से निर्मित उत्पाद बेचकर अपने उद्योग को बढ़ा सकते है। एग्रीकल्चरल फिल्ड में सबसे अधिक स्कोप है। नए टेक्नालॉजी का यूज कर नए एंटरप्रेन्योर इस फिल्ड को आगे ले जा सकते है क्योंकि इसमें अपार संभावनाएं है।
6 कंट्री के लोग आएंगे
इंडिया फूड एक्स्पो में इस बार 6 कंट्री के लोग भी शामिल होंगे। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित होने वाले फ़ूड एक्स्पो में युगांडा, रवांडा, उज्बेकिस्तान व वियतनाम सहित कई विदेशी कंपनियां इसमें शामिल होंगी और नए एंटरप्रेन्योर के नए-नए टेक्नालाजी को देखेंगे इसके बार उन्हें इसके लिए आर्डर भी देंगे। इंडिया फूड एक्स्पो से यहां नए एंटरप्रेन्योर को नया मार्केट मिलेगा.
टेक्निक से भरपूर होगा
इंडिया फूड एक्स्पो में देश एवं विदेश से खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों से संबंधित मशीन निर्माता, कच्चे माल के उत्पादन कर्ता व आपूर्तिकर्ता, किसान, डिस्ट्रीब्यूटर, ट्रेडर्स, उद्योग सलाहकार, टेस्टिंग लैब, बैंकिंग व फाइनेंस कंपनी, पैकेजिंग, गवर्नमेंट प्रोत्साहन पॉलिसी के सलाहकार, पेस्ट कंट्रोल, एक्सपर्ट एक्सपोर्ट प्रमोशन, कोल्ड स्टोरेज, वेयरहाउसेज कंपनिया, पोल्ट्री, डेयरी,नमकीन सभी तरह के खाद्य पदार्थ प्रोड्यूसर्स, हेल्थ एंड फिटनेस प्रोडक्ट, स्टार्टअप, अपने उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे।
बढ़ रही खाद्य प्रसंस्करण की मांग
आईआईए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरके चौधरी का कहना है कि आज की व्यस्त जीवनशैली व भागदौड़ भरी जिंदगी में डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ की मांग दिन प्रतिदिन बढती जा रही है और आने वाले वर्षो में यह मांग और तेजी से बढ़ेगी। हमे भविष्य की जरूरतों को देखते हुए इस क्षेत्र में क्वालिटी प्रोडक्ट वाले नवीन उद्योग स्थापित करने की जरूरत है ताकि इस फिल्ड से जो नए एंटरप्रेन्योर है वह जुड़ सके। एक ही छत के नीचे खाद्य प्रसंस्करण उद्योग से जुड़ी हुई सभी जानकारियां दी जाएगी।
प्रवेश नि:शुल्क
इस एक्सपो में विजिटर के लिए प्रवेश नि:शुल्क है। बड़ी संख्या में एग्जिविटर व विजिटर ने अपना रजिस्ट्रेशन कराना प्रारंभ कर दिया है। इनमें से सबसे अधिक यूथ उद्यमी है जो खाद्य प्रसंस्करण इंडस्ट्री से जुडऩा चाहते है।
प्रदेश सरकार की फूड प्रसंस्करण की नीति से वाराणसी के उद्यमी काफी उत्साहित है। इस बार सौ नए उद्यमी फूड एक्स्पो में शामिल होंगे.
दीपक बजाज, आईआईए की राष्ट्रीय फ़ूड प्रोसेसिंग व ऐग्री बेस बिजनेस कमेटी के चेयरमैन
नए उद्यमियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछली बार 40 उद्यमी शामिल हुए थे इस बार संख्या बढ़कर 100 हो गयी है। एग्रीकल्चर के प्रति नए उद्यमियों का उत्साह बढ़ रहा है.
आरके चौधरी, उपाध्यक्ष, आईआईए