अब पानी में बेईमानी
वाराणसी (ब्यूरो)। 1 लाख 75 हजार कनेक्शनधारी पिछले पांच साल में 112 करोड़ रुपए का मुफ्त का पानी गटक गए। यह सच नगर निगम द्वारा कराए जा रहे जीआईएस सर्वे में उजागर हुआ है। इनमें सबसे अधिक 11 वार्ड के कनेक्शनधारी बताए जा रहे हैं। इनमें काशी जोन वार्ड की भी जनता मुफ्त का पानी पीने में पीछे नहीं रही। विभाग ने सबसे पहले एक करोड़ से ऊपर के बकाएदारों की सूची तैयार की है। इसके बाद कम राशि वालों की लिस्ट तैयार कर नोटिस जारी किया जाएगा.
48 करोड़ की करेंट डिमांडजलकल विभाग के जीएम की मानें तो बड़े बकाएदारों के खिलाफ 48 करोड़ की डिमांड निकाली गई है। इन पर पांच साल से पानी का टैक्स बकाया है। बीच-बीच में विभाग में थोड़ी बहुत राशि जमाकर पीछा छुड़ा लेते थे। यही करते-करते अब करोड़ों की डिमांड खड़ी हो गई है। ऐसे लोगों की संख्या करीब 50 परसेंट के आसपास बताई जा रही है.
अवैध कनेक्शन भीजलकल विभाग की मानें तो शहर में 1 लाख 75 हजार कनेक्शनधारी हैं। इनमें से दस हजार कनेक्शन ऐसे हैं, जो अवैध है। इनको भी विभाग वैध कराने में जुटा हुआ है। विभाग के अफसरों की मानें तो करीब 10 से 15 करोड़ रुपए का पानी अवैध कनेक्शनधारी गटक गए हैं। जलकल विभाग ने ऐसे लोगों को चिह्नित किया तो यह सच सामने आया.
चार जोन में बकाएदार जलकल विभाग के अधिकारी की मानें तो शहर को चार जोन में विभाजित किया गया है। इसमें उत्तरी, मध्य, दक्षिणी और जोन-4 शामिल है। सबसे अधिक बकाएदार नगर निगम सीमा का विस्तार करने के बाद जो वार्ड जुड़े हैं, वे बताए जा रहे हैं। इनसे सरचार्ज वसूली की तैयारी की जा रही है। सभी जोन में नवसृजित वार्ड जुड़े हैं। सभी को भेज रहे बिल 112 करोड़ का फिगर जीआईएस सर्वे के दौरान जलकल विभाग को पता चला है। जोनवार सभी को बिलिंग भेजी जा रही है। 112 करोड़ रुपए के बकाएदारों में कई लोगों के बिल को संशोधन की प्रक्रिया चल रही है। इनमें से कई ऐसे हैं, जो बिल का भुगतान कर दिए हैं। ऐसे लोगों को चिह्नित करने की प्रक्रिया की जा रही है. बड़े बकाएदारों की सूचीजलकल विभाग के अफसरों का कहना है कि बड़े बकाएदारों की सूची में सबसे अधिक 11 वार्ड के बकाएदार हंै। इनमें भेलूपुर, नगवा, चेतगंज, दशाश्वमेध, चौक, आदमपुर, कोतवाली, जैतपुरा, सारनाथ, शिवपुर, सिकरौल वार्ड के शामिल हैं। प्रारंभ में सौ बड़े बकाएदारों में से 66 को चिह्नित किया जा चुका है, बाकी की प्रक्रिया जारी है। इन सभी पर करोड़ों रुपए का बकाया है। इनको सबसे पहले नोटिस भेजकर बकाया वसूली की जाएगी। एक महीने के अंदर टैक्स जमा नहीं करते हैं तो इनके खिलाफ आरसी जारी की जाएगी.
जीआईएस के सर्वे में 112 करोड़ का फीगर सामने आया है। इनमें सबसे अधिक वरुणापार जोन और काशी जोन के बकाएदार शामिल हैं। इसके अलावा नवसृजित क्षेत्र के भी लोग शामिल हैं। इनकी अभी जांच की प्रक्रिया जारी है। किस वार्ड में कितने मकान हैं, यह भी सर्च किया जा रहा है। वसूली के लिए जल्द ही सभी को नोटिस जारी किया जाएगा. सिद्धार्थ, सचिव, जलकल कई वार्डों में सीवर नहीं गया है। उनके भी नाम जीआईएस के सर्वे में आ गए हैं। ऐसे लोगों के नाम में संशोधन किया जाएगा। कई ऐसे भी हैैं, जो बिल का भुगतान किए हैं। उनके भी नाम बकाएदारों में आ गए हैं। ऐसे लोगों के नाम भी संशोधन किए जा रहे हंै. अरुणेन्द्र कुमार राजपूत, जीएम, जलकल