भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने गुरुवार को भाईदूज के अवसर पर महिला क्रिकेटर्स को खास तोहफा दिया है। इसके तहत अब महिला और पुरुष क्रिकेटर्स को बराबर मैच फीस मिलेगी। बीसीसीआई के इस फैसले से मेरठ की महिला क्रिकेट कोच और महिला क्रिकेटर्स ने खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि इससे महिलाओं की प्रतिभागिता और बढ़ेगी। यह अच्छा कदम है।

मेरठ (ब्यूरो)। बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने कहा है कि हम अब लैंगिक समानता के एक नए युग में एंट्री कर रहे हैं। इसके तहत महिला व पुरुष दोनों को एक ही समान मैच फीस मिलेगी। उनको टेस्ट क्रिकेट के एक मैच के 15 लाख रुपए, वनडे के 6 लाख रुपए और एक टी 20 मैच के 3 लाख रुपए मिलेंगे। जो अब पुरुष टीम के समान होंगे।
पहले मिलते थे इतने रुपए
यदि औसतन तुलना की जाए तो अबतक सीनियर महिला क्रिकेटर्स को घरेलू क्रिकेट मैच के प्रतिदिन के 20 हजार रुपए, यह किसी अंडर 19 पुरुष क्रिकेटर के लगभग बराबर थी। जबकि सीनियर पुरुष खिलाड़ी को प्रतिदिन के औसतन 60 हजार रुपए मिलते थे। यह काफी बड़ा अंतर था। इससे यह भेदभाव होगा।

मेरठ में 80 महिलाएं हो रही तैयार
मेरठ में महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए एक ही एकेडमी चल रही है। एकेडमी की हैड कोच छाया कराना ने बताया कि उनके यहां पर करीब 40 महिलाएं क्रिकेट सीख रही हैं। बाकी महिलाएं एक दो या तीन करके अलग- अलग ग्राउंड पर पुरुष कोच से ही सीख रही हैं। उन्होंने बताया कि उनके यहां कुछ लड़कियां ऐसी भी आती है जो फीस नहीं दे पाती हैं। उनको वह फ्री सिखाती है, बाकी एक महीने की आठ सौ रुपए फीस है।

तीन साल पहले शुरू की एकेडमी
कोच छाया ने बताया कि उन्होंने 2019 से टीम हरियाणा में रणजी खेला है। वो अंडर 19 भी खेल चुकी हैं। उनकी ही एकेडमी की प्लेयर अनम राणा इस समय तमिलनाडु अंडर 19 में खेल रही हैं। वहीं अर्शी चौधरी सीनियर वर्ग से खेल रहीं हैं। उन्होंने बताया कि उनके यहां से 2020-21 में यूनिवर्सिटी लेवल पर तीन खिलाड़ी निकली हैं। वहीं स्टेट लेवल पर पांच कैम्प कर चुकी हैं।

इससे महिला क्रिकेटर्स को बढ़ावा मिलेगा। पहले भेदभाव था तो शुरूआती दौर में ही क्रिकेट में लड़कियां कम इंट्रेस्ट लेती थीं। अब इस पहल से जरूर परिवर्तन आएगा। बराबरी का दर्जा मिलने महिला क्रिकेट भी नए युग में प्रवेश करेगा।
छाया कराना, महिला क्रिकेट कोच

यकीनन यह बहुत ही अच्छा है इससे कहीं न कहीं महिला क्रिकेटर्स की खेल के प्रति उदासीनता खत्म होगी वो भी आगे आएंगी, उनको प्रोत्साहन मिलेगा।
अर्शी चौधरी, प्लेयर

बोर्ड के इस फैसले से महिला क्रिकेटर्स वाकई ही खुश है, हमें लग रहा हैं कि अब हमें वास्तविक में बराबरी का दर्जा मिलेगा, हमारा मनोबल भी बढ़ेगा जिससे अच्छा खेलने की क्षमता आएगी।
अनम राणा, प्लेयर

ये बहुत ही बड़ा फैसला है, इससे महिला प्लेयर्स बहुत ही खुश है जो बहुत सराहनीय कदम है, महिला पुरुष का भेदभाव बीसीसीआई ने खत्म कर महिला क्रिकेटर्स को कहीं न कहीं पंख दे दिए हैं कि वो उड़ सकें।
रिया भाटी, प्लेयर

Posted By: Inextlive