सीसीएसयू और उससे जुड़े कॉलेजों में होंगी पहल फंक्शन सेमिनार आदि का मैनेजमेंट संभालेंगी लड़कियां। यूजीसी के निर्देशों को लेकर यूनिवर्सिटी ने जारी किए दिशा-निर्देश।

मेरठ (ब्यूरो)। सीसीएसयू और उससे जुड़े कॉलेजों में अब फंक्शन, सेमिनार या फिर किसी स्पेशल प्रोग्राम में सारी कमांड लड़कियों के हाथ में होगी। शासन ने गर्ल्स को आगे बढ़ाने व उनके योगदान के लिए कई एक्टिविटी शुरू की है। यूजीसी ने इस बाबत यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों को निर्देश दिए हैं। इसके बाद सीसीएसयू के वीसी ने सभी कॉलेजों, विभागों को इस बारे में नोटिस दिया है।

आत्मनिर्भर बनाने की प्रेरणा
यूजीसी के अनुसार अक्सर लड़कियां अपनी बात कहने से हिचकिचाती हैं। सरकार भी अब बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने में तत्पर है। गल्र्स के टैलेंट बाहर आए, इसी मकसद से बेटियों के हाथ में ही सारी कमान देने का फैसला लिया गया है। वूमेंस डे पर स्पेशल तौर पर ये निर्देश दिया गया है कि कार्यक्रम की कमांंड गल्र्स को दी जाए। वीसी प्रो।संगीता शुक्ला ने कॉलेजों व विभागों से कहा है कि कॉलेजों व विभागों के प्रोग्राम, सेमिनार, कार्यशाला या फिर कन्वोकेशन आदि के संचालन में गल्र्स को ही कमांड दी जाए। ताकि वो अपने तरीके से कार्यक्रम आयोजित कर सकें।

सिर्फ बढ़ावा देने से कुछ नहीं होता, बेटियों सुरक्षा को लेकर कैम्पस में या कॉलेजों में खास करना जरुरी है, सुरक्षा के इंतजाम पर यूनिवर्सिटी की तरफ से खास किया जाए।
जैबा

बहुत ही अच्छा है इससे बहुत फायदा होगा। कई बार ऐसी लड़कियां जो लड़कों को देख किसी प्रोग्राम में भाग लेने से हिचकिचाती है वो अब आगे बढ़ पाएंगी।
रिचा

ये बहुत ही अच्छा है, यूजीसी ने इस बारे में सोचा है। बेटियों को अहसास होगा कि वो भी मैनेजमेंट कितना अच्छा कर लेती है, उनकी प्रतिभा सामने आएगी।
आशिता

यूजीसी का यह सार्थक प्रयास है। इससे गल्र्स को न सिर्फ अनुभव मिलेगा, बल्कि वो बेहतर तरीके से कार्यक्रम भी आयोजित करा सकेंगी।
धीरेंद्र कुमार वर्मा, रजिस्ट्रार

Posted By: Inextlive