क्या मुसीबत है! हाईस्कूल वाले पढऩे लगे... एलएलबी वाले बिगडऩे लगे
मेरठ (ब्यूरो). सीसीएसयू व संबंधित कॉलेजों में इन दिनों नकल करने वालों की संख्या बढ़ रही है। गुरुवार तक की परीक्षाओं में यूपी बोर्ड में जहां केवल दो ही नकलची पकड़े गए हैं। वहीं, यूनिवर्सिटी की चार टीम अब तक 223 नकलचियों को पकड़ चुकी है। सचल दस्तों की छापेमारी में स्टूडेंट्स स्मार्ट वॉच, मोबाइल व पर्चियों से नकल करते पकड़े जा रहे हैं। हाथ पर लिखकर नकल करते हुए भी काफी स्टूडेंट्स पकड़े गए हैं। नकल पर नकेल लगाने के लिए यूनिवर्सिटी ने एडेड कॉलेजों में भी छापेमारी शुरू कर दी है। खास बात यह है कि एमबीबीएस, बीएएमएस व लॉ के स्टूडेंट्स को नकल करते हुए अधिक पकड़ा गया है। कानून की पढ़ाई करने वाले ही कानून तोडऩे का काम कर रहे हैं।
सर्वाधिक एलएलबी के नकलची
गुरुवार को सीसीएसयू के सचल दस्ते ने मवाना के आरवीसी इंस्टीट्यूशन ऑफ एजुकेशन में छापा मारा। इस दौरान दूसरी पाली में तीन नकलची पकड़े गए। जिन्होंने अपने हाथ पर लिखा हुआ था। अब तक पकड़े गए 223 नकलचियों में से 120 एलएलबी के हैं और 97 एमबीबीएस और उससे जुड़े विभिन्न कोर्स के स्टूडेंट्स हैं। यूएफएम में भी इन दोनों ही विषयों में सर्वाधिक स्टूडेंट्स पर कार्रवाई हुई है। यूनिवर्सिटी की टीम स्मार्ट वॉच, मोबाइल, नोट्स के साथ नकल करते स्टूडेंट्स के हाथों की फोटो तक खींच रही है।
पहले यूपी बोर्ड परीक्षा में नकलचियों का तांता लगा रहता था। लेकिन, पिछले कुछ समय से स्थितियां बदली हैं। अब बोर्ड परीक्षा में सहारनपुर, मेरठ मंडल के नौ जिलों में गिने चुने ही स्टूडेंट्स नकल करते पकड़े गए हैं। मेरठ मंडल में केवल दो ही नकलची पकड़े गए हैं। वहीं, यूनिवर्सिटी में फरवरी से चल रहीं प्रोफेशनल कोर्स की विषम सेमेस्टर की परीक्षाओं में 223 नकलची पकड़े जाना गंभीर स्थितियां पैदा कर रहे हैं।
एमबीबीएस में पहले भी मिले नकलची
-2017 में भी एमबीबीएस में दो नकलची मोबाइल के साथ पकड़े गए थे।
-2018 में दो कॉपियों की अदलाबदली का मामला सामने आया था जो ऑलरेडी एसआईटी की जांच में चल रहा है।
-2019 में कॉपियों में हैंडराइंटिंग चेंज का मामला सामने आया था। जिसकी एसआईटी जांच कर रही है।
पिछले साल भी पकड़े 211
यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं में नकलची पकड़ा जाना अब आम बात सी हो गई है। पिछली बार की परीक्षाओं में भी एमबीबीएस व एलएलबी के 211 नकलची पकड़े गए थे। इससे जाहिर है कि लॉ व डॉक्टर की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स अधिक नकल करने लगे हैं।
अबतक 223 स्टूडेंट्स को नकल करते पकड़ा जा चुका है। यूनिवर्सिटी की टीम लगातार छापेमारी कर रही है। कॉलेजों की भी जांच के निर्देश दिए गए हैं।
प्रो। शिवराज सिंह पुंडीर, समन्वयक, केंद्रीय सचल दल