- कुख्यात सतीश गिरी समेत 5 को मेरठ पुलिस ने हत्या की साजिश बनाते दबोचा

- कारोबारी राजीव काले की हत्या के प्रयास के आरोप हैं कुख्यात अपराधी

- अक्टूबर माह में तहसील के गेट पर रंगदारी पर देने पर कर दी थी कानूनगो की हत्या

Meerut: कुख्यात सतीश गिरि मेरठ के सबसे बड़े कारोबारी संगठन संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता की हत्या की फिराक में था। रविवार को गिरफ्तारी पर एसपी सिटी की प्रेसवार्ता में कुख्यात ने ऐलान किया तो सनसनी फैल गई। मौजूद कारोबारी नेता नवीन गुप्ता के चेहरे से पसीना छूट गया तो वहीं पुलिस के माथे पर बल पड़ गए। कुख्यात अपने गैंग (4 अन्य) के साथ रंगदारी न देने पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य रामजीवन लाल की सोमवार को हत्या की योजना बना रहा था। ये वहीं कुख्यात गिरी है जिसने एक कारोबारी विवेक गोयल की निशानदेही पर ब्रह्मापुरी के पार्षद राजीव गुप्ता उर्फ काले पर रंगदारी न देने पर फायरिंग कर दी थी।

कानूनगो की हत्या भी की

10 लाख की रंगदारी न देने पर 22 अक्टूबर को तहसील सदर के गेट पर कानूनगो दीनदयाल आर्या का मर्डर करने वाले हिस्ट्रीशीटर सतीश गिरी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सतीश ने अपने साथी सुरेंद्र राणा के साथ मिलकर हत्याकांड को अंजाम दिया था। बता दें कि गिरफ्तार हत्यारोपी सतीश फर्रुखाबाद की फतेहगढ़ सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। सतीश 4 अक्टूबर को पेशी के दौरान सिटी रेलवे स्टेशन से पुलिस को गच्चा देकर फरार हो गया था।

रंगदारी न देने पर हत्या का प्रयास

ब्रह्मापुरी के पंजाबा मोहल्ला निवासी भाजपा पार्षद राजीव गुप्ता उर्फ काले पर 50 लाख की रंगदारी ने देने पर 15 नवंबर को कुख्यात गिरी ने गोली मारकर घायल कर दिया था। हत्या की नीयत से पति को घायल करने के बाद गिरी के गुर्गो ने काले की पत्‍‌नी ममता को 19 नवंबर को रंगदारी दोहराते हुए धमकी दी। फतेहगढ़ जेल में रहते हुए भी गिरी ने काले को फोन कर हत्या की धमकी दी थी। इससे पहले 18 अप्रैल को भावनपुर के भट्टा मालिक अमित कुमार से रंगदारी मांगी थी, यहां सेटेलमेंट हुआ था।

बच गए पूर्व जिला पंचायत सदस्य

एसपी सिटी आलोक प्रियदर्शी ने प्रेसवार्ता में बताया कि काले से रंगदारी वसूलने पर नाकाम सतीश गिरी ने मेरठ के कारोबारियों को रंगदारी भरे पत्र और फोन शुरू कर दिए। गैंग में शामिल कारोबारी विवेक गोयल की निशानदेही पर गिरी ने मेरठ के दर्जनों कारोबारियों को रंगदारी वसूलने के लिए फोन किए और लेटर भेजे। नौचंदी के कारोबारी ओर पूर्व जिला पंचायत सदस्य की हत्या की साजिश गैंग बना रहा था, रंगदारी न देने पर सोमवार को उन पर हमले की प्लानिंग थी तो वहीं संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता और विकास ठेकेदार हिट लिस्ट में थे।

अंकित लाला देता था नंबर

मेरठ एवं ब्रह्मापुरी क्षेत्र में कारोबारियों के बीच घुसपैठ बना चुका विवेक गोयल उर्फ अंकित लाला कुख्यात को 'शिकार' का नंबर देता था। लाला के घर पर कुख्यात का आना-जाना था तो वहीं अंकित से सतीश की मुलाकात सोनू उर्फ चिंगा ने कराई थी। रंगदारी वसूली पर सतीश लाला को 3-4 लाख रुपये देता था।

गिरफ्तार अभियुक्त

1-सतीश गिरी पुत्र बालेश्वर गिरी, ग्राम-स्याल, थाना-भावनपुर, मेरठ।

फोटो-

कुख्यात 2004 से जरायम की दुनिया में है और हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा सेंट्रल जेल फतेहगढ़ में काट रहा था। पुलिस अभिरक्षा से फरारी के बाद 15 हजार के ईनामी सतीश ने गत दिनों एक कानूनगो की हत्या के अलावा आरोपी ने कई वारदातों को अंजाम दिया। विभिन्न थानों में सतीश के खिलाफ 7 मुकदमे दर्ज हैं।

2-सुरेंद्र राणा पुत्र भगवत सिंह, वैराफिरोजपुर, थाना-स्याना, बुलंदशहर, हाल पता-रिठानी।

सतीश का दायां हाथ और 2015 से जरायम में शामिल सुरेंद्र गैंग का शार्प शूटर है। हत्या के आरोप समेत मेरठ के विभिन्न थानों में 8 मुकदमे दर्ज हैं। काले पर हमले में सुरेंद्र राणा शामिल था।

3-सोनू पुत्र अतराज त्यागी, ग्राम-रावण उर्फ बड़ा गांव, थाना-खेकड़ा, बागपत, हाल निवासी-गाजियाबाद।

शार्प शूटर सोनू सतीश गैंग का गुर्गा है और 2006 से बागपत में अपराध की 4 वारदातों में वांछित है। हत्या के आरोप समेत गैंग द्वारा अंजाम दिए जा रहे अपराधों में सोनू शामिल है।

4-विवेक गोयल उर्फ अंकित लाला पुत्र प्रमोद गोयल, निवासी-1463, ब्रह्मापुरी, मेरठ।

कारोबारी लाला सतीश गैंग के लिए मुखबिरी का काम करता है। 2016 में अपराध में दुनिया में सक्रिय लाला पर हत्या, हत्या के प्रयास समेत विभिन्न धाराओं में मेरठ के विभिन्न थानों में 5 मुकदमे दर्ज हैं।

5-सोनू उर्फ चिंगा भैया पुत्र सुनील कुमार, निवासी-जयदेवीनगर, थाना नौचंदी मेरठ।

सतीश गैंग का सक्रिय सोनू कारोबारी विवेक और सरगना के बीच लाइजनर का काम कर रहा है। काले पर हमले में सोनू की भूमिका प्रकाश में आई है तो वहीं निशाने पर कारोबारी रामजीवन लाल का नंबर सोनू ने ही उपलब्ध कराया।

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बरामदगी

-4-तमंचे, 315 बोर, भारी मात्रा में कारतूस।

-स्विफ्ट कार, बिना नंबर की।

-फरारी और कानूनगो की हत्या में प्रयुक्त पल्सर बाइक।

-चोरी की एक अपाचे बाइक

-धमकी के लिए प्रयोग में लाए गए 8 मोबाइल और सिम।

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10 हजार इनामएसपी सिटी ने बताया कि आईजी अजय आनंद ने बड़ी सफलता के लिए मेरठ पुलिस टीम को बधाई दी और 10 हजार रुपये ईनाम की घोषणा की। टीम में सदर थाना पुलिस, एसटीएफ और क्राइम ब्रांच की टीम शामिल थी।

3 दिन पहले पकड़ा था

प्रेसवार्ता में शामिल एसपी सिटी, एएसपी सिद्धार्थ मीणा और सीओ ब्रह्मापुरी धर्मेद्र चौहान ने बताया कि सदर थाना पुलिस ने ईनामी समेत पांचों बदमाशों को सदर थाना क्षेत्र में सोफिया तिराहे से चेकिंग के दौरान पकड़ा। जबकि पुलिस सूत्रों के मुताबिक शनिवार को पुलिस ने गाजियाबाद से सुरेंद्र राणा को पकड़ा। सुरेंद्र की निशानदेही पर बागपत के समीप सोनू त्यागी और कुख्यात सतीश को पकड़ा। जमकर हंगामा भी हुआ था।

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संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष की हत्या करने की धमकी पुलिस अभिरक्षा में कुख्यात ने दी है। मामले की जानकारी मिली है, एसएसपी के वापस लौटने पर गंभीर विषय पर चर्चा होगी।

-आलोक प्रियदर्शी, एसपी सिटी

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हथकड़ी लगे, पुलिस की मौजूदगी में मुझे मारने की धमकी कुख्यात दे गया है। प्रकरण की पुलिस अधिकारियों को जानकारी दे दी गई है। सुरक्षा की मांग पुलिस से की गई है।

-नवीन गुप्ता, अध्यक्ष, संयुक्त व्यापार संघ, मेरठ

Posted By: Inextlive