सीसीएसयू की नई वीसी ने दिसंबर में कार्यभार ग्रहण किया था. उन्होंने अपनी पहली मीटिंग में सीसीएसयू में लगे पेड़ों पर बार कोड लगाकर उनके प्रयोग के बारे में जानकारी देने की योजना बनाई थी. इस योजना को दो सप्ताह यानि जनवरी 2022 में शुरू किया जाना था.


मेरठ (ब्यूरो)। सीसीएसयू की नई वीसी ने दिसंबर में कार्यभार ग्रहण किया था। उन्होंने अपनी पहली मीटिंग में सीसीएसयू में लगे पेड़ों पर बार कोड लगाकर उनके प्रयोग के बारे में जानकारी देने की योजना बनाई थी। इस योजना को दो सप्ताह यानि जनवरी 2022 में शुरू किया जाना था। लेकिन, अप्रैल शुरू होने के बाद भी अभी तक ये योजना परवान नहीं चढ़ सकी है। हालांकि अब यूनिवर्सिटी इस योजना को अमलीजामा पहनाने की तैयारियों में जुट गई है। जल्द ही आपको बार कोड स्कैन कर पेड़ के बारे में पूरी जानकारी उपलब्ध होगी।

करीब एक करोड़ बजट
कोड ट्री नॉलेज योजना के लिए मीटिंग के दौरान वीसी प्रो। संगीता शुक्ला ने करीब एक करोड़ का खर्च लगने की बात कही थी। हालांकि इसमें कितना खर्च आएगा इस बारे में कुछ क्लियर नहीं किया गया था। योजना के तहत पेड़ों पर बार कोड लगाकर पेड़ कब लगाया गया, किसके सहयोग से लगा और उसका क्या महत्व है। इस बारे में जानकारी उपलब्ध कराना था। इस योजना उद्देश्य स्टूडेंट्स की पर्यावरण के प्रति रुचि बढ़ाना है।

20 के बाद होगी शुरुआत
वीसी प्रो। संगीता शुक्ला ने बताया कि इसकी प्लानिंग हुई थी, किसी कारणवश थोड़ा सा लेट हुआ है। लेकिन, 20 अप्रैल के बाद काम शुरू किया जाएगा। यूनिवर्सिटी के सभी पेड़ों पर चरण वाइज बारकोड लगाया जाएगा। स्टूडेंट्स बार कोड स्कैन करके पेड़ों के बारे में संपूर्ण जानकारी ले सकेंगे। बार कोड के जरिए आसानी से पता लग सकेगा कि पेड़ कब और किसने लगाया था। उस पेड़ का क्या महत्व है।

इनका है कहना
पेड़ों की जानकारी अगर पेड़ों से मिलेगी तो बहुत अच्छा होगा। लेकिन, इससे पहले जो पेड़ सूख रहे हैं। उनको सुरक्षित रखना जरूरी है।
प्रिया

पेड़ों की जानकारी देने की प्लानिंग तो बन गई पर हुआ कुछ नहीं। योजना को अमलीजामा पहनाया जाना चाहिए। सिर्फ योजना बना देने से कुछ नहीं होने वाला है।
शेरा जटा

यूनिवर्सिटी योजना बना दे और उसको समय से पूरा कर दे। ऐसा संभव नहीं है। अच्छा तब होगा, जब यह योजना धरातल पर उतरे।
विजित

पेड़ों की जानकारी देने वाली योजना वाकई काबिले तारीफ है। लेकिन, इसको लागू किए जाने के बाद ही स्टूडेंट्स को कुछ फायदा होगा।
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Posted By: Inextlive