शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उददेश्य से मेडिकल कालेज में शुक्रवार से तीन दिवसीय एनबीएसयू ट्रेनिंग सेशन का शुभारंभ किया गया। इस ट्रेनिंग में विभिन्न जिलों के 40 डॉक्टर्स और स्टाफ नर्सों को एक्सपर्ट ने ट्रेनिंग दी।


मेरठ (ब्यूरो)। मेडिकल कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉ वी।डी पांडेय ने बताया कि इस प्रशिक्षण में शिशु मृत्यु दर को घटाने के लिए सरकार की एक परियोजना है। इसमे बीमार पैदा होने वाले बच्चों, पैदा होते ही जिनको तकलीफ है। उनको समय रहते इलाज प्राप्त करने से उनकी जान को खतरा ना बने और उनका स्वास्थ्य बेहतर रहे। इसके लिए ही चिकित्सकों को एवं स्टाफ नर्सों को ट्रेनिंग दिया गया है।दी जा रही ट्रेनिंग
ट्रेनिंग का शुभारंभ डॉ। आर सी गुप्ता प्रधानाचार्य लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज मेरठ ने किया। बाल रोग विभाग के हेड डॉ विजय जायसवाल ने बताया कि प्रदेश में शिशु मृत्यु दर इस प्रकार के प्रशिक्षण से कम की जा सकती है। इस प्रकार के प्रशिक्षकों द्वारा विभिन्न पीएचसी सीएचसी पर भी बच्चों को उचित सुविधाएं दी जा सकती हैं। ट्रेनिंग प्रभारी डॉ अभिषेक सिंह ने बताया कि इस प्रकार की ट्रेनिंग हमारे यहां समय -समय पर होती रहती है। एक साल में तीन से अधिक ट्रेनिंग इस चिकित्सा महाविद्यालय द्वारा कराई गई है। ये लोग रहे मौजूद इस मौके पर डॉ। अरुण कुमार आचार्य एसपीएम विभाग ने इसमें अपना अमूल्य योगदान दिया इसमे विकास अग्रवाल, आचार्य, डॉ नवरत्न गुप्ता, सहायक आचार्य एवम विभाग के रेजिडेंट डॉक्टर उपस्थित रहे।

Posted By: Inextlive