पूरे दिन ट्रैफिक जाम के हवाले रहा शहर
- बसों में भी भीड़, छतों पर बैठकर छात्रों ने किया सफर
- ट्रेनों में भी रहा बुरा हाल, सिटी स्टेशन पर भी देखी गई भीड़ - स्टेशन रूट पर रिक्शा चालकों ने छात्रों से वसूले मनमाने रुपए Meerut : चकबंदी लेखपाल की पहली पाली का एग्जाम देकर दोपहर एक बजे जब स्टूडेंट्स सिटी की सड़कों पर आए तो पूरा शहर ट्रैफिक जाम के हवाले हो गया। शहर की मेन सड़कों के अलावा रेलवे स्टेशन और दोनों बस अड्डों पर भीड़ देखी गई। बसों में भीड़ का आलम ये था कि बच्चों को बसों की छतों पर सफर करके जाना पड़ा। वहीं रिक्शा चालकों ने स्टूडेंट्स की मजबूरी का फायदे उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनसे मनमाने रुपए वसूले। दिन से शुरू हो गया था जामचकबंदी लेखपाल का एग्जाम दो पालियो में था। सुबह 11 से एक बजे तक सिटी में किसी तरह का ट्रैफिक एग्जाम नहीं देखने को मिला, लेकिन जैसे एक बजे पहली पाली का एग्जाम खत्म हुआ सड़कों पर बच्चों के आने भीड़ का आलम देखने लायक था। पूरे शहर में 75 सेंटर्स बनाए गए थे। गढ़ रोड, हापुड़ रोड, दिल्ली रोड, रुड़की रोड, सरधना रोड, हापुड़ रोड, बेगम ब्रिज रोड, बागपत रोड पूरी तरह से ट्रैफिक जाम की चपेट में आ गए।
शाम को भी जाम ने छुड़ाए पसीने दिन के ट्रैफिक जाम को थोड़ा बहुत कंट्रोल किया ही था कि दूसरी पाली का एग्जाम भी खत्म हो गया। शाम को पांच बजे के बाद तो शहर की स्थिति और भी ज्यादा बुरी हो गई। खासकर दिल्ली रोड, बेगमपुल, बेगम ब्रिज रोड हापुड़ रोड पर देखने को मिली। सड़कों पर तैनात ट्रैफिक पुलिस के जाम को खुलवाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। बसों ट्रेनों में भीड़ अगर बात ट्रांसपोर्टेशन की करें तो बसों और ट्रेनों में काफी भीड़ देखने को मिली। दोपहर और शाम दोनों ही समय पर सोहराब और दिल्ली रोड बस अड्डों पर खासी भीड़ देखने को मिली। स्टूडेंट्स को बसों पर लटककर जाना पड़ा। वहीं सैंकड़ों स्टूडेंट्स को बसों की छतों पर सफर करते हुए देखा गया। अगर बात रेलवे स्टेशनों की करें तो दिल्ली और सहारनपुर की ओर जाने वाली ट्रेनों में काफी भीड़ देखने को मिली। प्लेटफॉर्म और टिकट काउंटर्स पूरी तरह से भरे हुए थे, जिन्हें जीआरपी और आरपीएफ को कंट्रोल करने में मुश्किल हो रहा था। रिक्शा चालकों की मनमानीबसों और ट्रेनों के अलावा रिक्शा चालकों की काफी मनमानी देखने को मिली। जिन लोगों ने सेंटर्स से बस अड्डा और रेलवे स्टेशन या फिर बेगमपुल पहुंचने के लिए रिक्शा लिया। उससे मनमाने रुपए वसूले। फैज-ए-आम इंटर कॉलेज से एग्जाम देकर निकले मुजफ्फरनगर के राकेश कुमार ने बताया कि मैंने रिक्शा चालक को स्टेशन चलने को कहा उसने मुझसे 50 रुपए मांगे। वहीं कुछ रिक्शा चालकों ने 60 और 70 रुपए की भी डिमांड की।
एनसीसी कैडेट्स ने संभाली कमान जहां एक ओर ट्रैफिक माह चल रहा है। वहीं एग्जाम के दौरान ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए एनसीसी कैडेट्स को भी कमान दी गई। शहर के मुख्य चौराहों पर एनसीसी कैडेट्स ट्रैफिक कंट्रोल करते देखे गए।