सज गए बाजार, उम्मीदें हजार
आíटफिशियल फूल, फोटो फ्रेम से लेकर डिजाइन वॉच की भरमार
त्योहार के मद्देनजर सज गया डेकोरेशन का सामान Meerut। कोरोना काल के बाद इस दीपावली पर बाजारों की खोई रौनक वापस आने वाली है। ऐसे में दीपावली को रौनक रखने वाले हर प्रकार के साजो सामान से बाजार सज गए हैं। फिर चाहे वह रंग-बिरंगी झालर हों या आíटफिशियल फ्लॉवर और दीए सब कुछ बाजार की रौनक बढ़ा रहे हैं। अभी दीपावली को तीन सप्ताह का समय बाकी है, लेकिन अभी से ही सभी दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ उमड़ रही है। सोशल डिस्टेंसिंग और सेनेटाइजेशन के साथ दुकानदार अपने ग्राहकों का बाजार में स्वागत कर रहे हैं। फूलों से सजे बाजारभारतीय संस्कृति और हिन्दू परंपराओं में वंदनवार (तोरण) का अत्यधिक महत्व है। सभी त्योहारों, शुभ अवसरों, धाíमक आयोजनों के दौरान घर या आयोजन स्थल को वंदनवार से सजाया जाता है। एक धागे में फूल व आम या अशोक के वृक्ष की पत्तियों को पिरोकर बनाई गई वंदनवार हो या स्वास्तिक, कलश, शुभ-लाभ, पान आदि की आकृतियों के साथ क्रोशिया से बनी रंग-बिरंगी ऊन, वस्त्र पर धागे से डिजाइन, रंगीन क्रिस्टल और मोतियों की ट्रेंडी वंदनवार जहां महिलाएं घरों में ही तैयार कर लेती हैं, वहीं बाजार में आíटफिशियल फूल-पत्ती, नग, मोती, कांच व कपड़े की डिजाइनर वंदनवार की खूब मांग है। ऐसे में आíटफिशियल वंदनवार और फूलों की भरपूर रेंज बाजार में सज गई है। इसके साथ ही फ्लॉवर पॉट, लडि़यां, झूमर, रंगोली, लक्ष्मी जी के पैर के स्वरूप, फाउंटेन, पेंटिंग, प्रतिमाएं आदि आइटम बाजार में आ चुके हैं।
लाइटिंग झूमर भी तैयार दीपावली पर झूमर के बिना सजावट अधूरी लगती है। बाजार में देसी और लाइटिंग वाले झूमरों की दीपावली पर खूब बिक्री होती है। यह साइज व लंबाई के हिसाब से बिकता है। इनमें सुविधा यह है कि इन्हें घर के दरवाजे व अंदरूनी हिस्सों में लगा सकते हैं। इन झूमरों में एलईडी लाइट की डिमांड भी हर साल बढ़ती जा रही है। लोग झूमर के साथ साथ पर पारंपरिक कंडील भी जमकर खरीदते हैं। ये कागज व प्लास्टिक के बने होते हैं। मिटटी पर भारी रेजिन की मूíतयांदीपावली पर लक्ष्मी गणेश की मूíतयों के साथ हर साल अपने घर की सजावट कार्नर के लिए लोग मूíतयों की खरीद करते हैं। इसके लिए अब बाजार में मिट्टी समेत रेजिंग पॉलिस्टोन, मार्बल और मसाले की मूíतयों की खूब मांग है। ये मूíतयां दिखने में जितनी आकर्षक लगती हैं, उतनी ही मजबूत भी होती हैं। इनकी साफ सफाई आसान होती है और वॉशेबल होने के बाद रेजिन व मार्बल की मूíतयों की डिमांड मिटटी की मूíतयों से अधिक हो गई है। इसलिए बाजार में चार चार फुट तक लंबी मूíतयों की भरमार सज गई है।
कीमतों पर नजर वंदनवार 50 से 2000 लडि़यां 50 से 200 झूमर 50 से 1000 मूíतयां 200 से 10000 आíटफिशियल फूल 50 से 500 दीपावली पर डेकोरेटिव आइटम्स की काफी डिमांड होती है। ऐसे में हर साल की तरह इस साल भी परंपरागत आइटम जैसे फूल, फ्लावर पॉट, रेजिन मूíतयां, फोटो फ्रेम आदि सभी प्रकार के डेकोरेटिव आइटम आ चुके हैं। कोरोना के बाद ग्राहक भी अब खरीदारी करने का मन बना चुका है। इसलिए इस दीपावली बिक्री अच्छी होने की उम्मीद है। गौतम दीपावली पर हर साल की तरह इस साल भी आíटफिशियल फूल, वंदनवार, झूमर, लाइट कैंडिल आदि बाजार में उपलब्ध हैं। कोरोना के कारण अब तक बाजार पर काफी असर रहा है, लेकिन दीपावली पर उम्मीद है कि बाजार सही रहेगा और खूब बिक्री होगी। सोहितफोटो फ्रेम, पेटिंग, कैंडिल, आíटफिशियल रंगोली आदि की डिमांड दिपावली पर अधिक होती है। इस बार कोरोना के कारण बाजार बहुत डाउन रहा है इसलिए व्यापारी अधिक माल ला नही पा रहे हैं। इसलिए जो आइटम अधिक डिमांड में रहते हैं उनको ही लाया गया है।
सुरेश