सीवर लाइन डालने में 11 साल लगा दिए, पर कनेक्शन करना भूल गए
मेरठ (ब्यूरो)। दरअसल, इसे प्लानिंग की कमी ही कहेंगे कि मेन सीवर से कनेक्ट कर लाइन डालने का काम गांव में किया ही नहीं गया। बस, लाइन डालकर खानापूर्ति कर दी गई। और तो और इस काम में भी 11 साल लग गए। जिस कारण से कभी घरों का इस्तेमाल किया गया पानी तो कभी बारिश में सीवर का गंदा पानी उल्टा घरों में भर जाता है। पिछले पांच से जारी बारिश में तो पूरा इलाका ही तालाब में तब्दील हो गया है। एक स्थानीय नागरिक प्रेम कुमार ने इस समस्या को ट्वीट कर जल निगम से समाधान की मांग की है।
सीवर लाइन कनेक्ट ही नहीं
दरअसल, नगर निगम के दायरे में शामिल होने के बाद भी शहर के कई प्रमुख गांवों की हालत आज भी बदत्तर है। स्थिति यह है कि गढ़ रोड स्थित औरंगशाहपुर डिग्गी गांव जो नगर निगम के वार्ड 16 में शामिल है, वहां जल निकासी की व्यवस्था ही नहीं है। नगर निगम ने साल 2011 में इस पूरे गांव में सीवर लाइन डालने का काम शुरू किया था, जो दो माह पहले 2022 में पूरा हुआ। मगर सीवर लाइन को मेन रोड स्थित मुख्य लाइन से जोड़ा ही नहीं गया है।
घरों में भरा गंदा पानी
स्थिति यह है कि दो माह से सीवर लाइन में घरों का गंदा पानी भरकर अब ओवरफ्लो होने लगा है। बची-कुची कसर पांच दिन से जारी बरसात ने पूरी कर दी है। अब सीवर का पानी ओवर फ्लो होकर गलियों से लेकर घरों में भर रहा है। सीवर का गंदा पानी लोगों के बाथरूम और शौचालयों से भी वापस आने लगा है। इस संबंध में स्थानीय लोगों ने कई बार नगर निगम के आला अधिकारियों को समस्या से अवगत कराकर निस्तारण की मांग भी की लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हो सकी है।
प्रेम कुमार, एडवोकेट इस मामले में जल निगम के अधिकारियों का कहना है कि दो तीन महीने में सीवर लाइन जोड़ दी जाएगी। जबकि यह काम दो तीन माह का है ही नहीं। जल निगम की लापरवाही है।
नरेश कुमार
जल निगम ने पहले तो सीवर लाइन का काम ही 11 साल में पूरा किया। अब सीवर लाइन जैसे-तैसे पूरी हुई तो कनेक्शन नहीं हुआ। इससे क्षेत्र में जलभराव की समस्या बढ़ गई है।
यादराम
रोबिन सिंह औरंगशाहपुर डिग्गी गांव का मामला संज्ञान में आया है। इस मामले मेें जल निगम के अधिकारियों से वार्ता कर जल्द से जल्द से समस्या का निस्तारण किया जाएगा।
ब्रजपाल सिंह, सहायक नगरायुक्त