आईआईएमटी एकेडमी में बच्चों को दी एटीएल से संबंधित जानकारियां हजारों वर्ष पूर्व ही ऋषि-मुनियों ने कर ली थीं विज्ञान की आधुनिक खोजें


मेरठ ब्यूरो। आईआईएमटी एकेडमी गंगा नगर में कक्षा सात से कक्षा बारह तक के बच्चों के चहुंमुखी विकास के लिए अटल ट्रिंकलिंग लैब से संबंधित आवश्यक ज्ञानवर्धक जानकारी बच्चों को दी गई। कार्यक्रम में सीएसआईआर रुड़की के जिओफिजिस्ट डॉ।पीकेएस चौहान ने 'जिज्ञासा -एक नई सोचÓ के अन्र्तगत भूकंप, लैंडस्लाइड आदि के विषय में बच्चों को आवश्यक और ज्ञानवर्धक जानकारियां प्रदान कीं।हजारों साल पहले ही खोज की थी वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि विज्ञान के क्षेत्र में जिन खोजों को हम आज देखते है जैसे रोबोटिक्स, एटॉमिक थ्योरी, मोमेंट्स ऑफ प्लैनेट्स, चुंबकीय शक्ति आदि का आविष्कार हमारे ऋषि-मुनियों ने हजारों साल पहले ही कर लिया था जिसका प्रमाण हमें आज भी मिलता है। कल्पना चावला की कहानी सुनाई
सीएसआईआर की प्रोजेक्ट एसोसिएट श्रेया नेगी ने विमेन एंपावरमेंट इन साइंस के अंतर्गत कल्पना चावला जैसी अनेक महिलाओं का उदाहरण देकर बच्चों को जागरूक किया। एकेडमी की प्रिंसिपल सीमा जैन ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया तथा बच्चों के मानसिक विकास और जागरूकता के लिए ऐसे कार्यक्रमों को आवश्यक बताया।ये लोग रहे मौजूद कार्यकम को सफल बनाने में एकेडमिक कोऑर्डिनेटर पीयूष भटनागर, सीनियर विंग कोऑर्डिनेटर विधि राघव, सुमित, नेहा, हिमांशी आदि शिक्षक-शिक्षिकाओं व मीडिया प्रभारी सुनील शर्मा का सहयोग रहा।

Posted By: Inextlive