जैन धर्म के संस्कारों के बारे में बताया
मेरठ । श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर असोड़ा हाउस में श्री श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर के तत्वावधान में संस्कार का ज्ञान कार्यक्रम चल रहा है। इसके तहत शनिवार को बच्चे एवं बड़ों ने बहुत ही प्रमुखता से भाग लिया। इस मौके पर शिविर के माध्यम से धर्म की आराधना के बारे में अभिषेक शास्त्री घुवारा ने बताया। उन्होंने छहढाला का अध्ययन कराते हुए बताया कि जीव निगोद से निकल के एक इन्द्रिय स्थावर बना एवं वहां से चिंतामणि रत्न के समान बड़ी दुर्लभता से त्रस पर्याय को धारण किया जिस प्रकार हमें वर्तमान में चिंतामणि रत्न को प्राप्त करना मुश्किल है। तीर्थकरों का परिचय कराया
वहीं संयम जैन शास्त्री गढ़ाकोटा ने तीर्थंकरों का परिचय कराते हुए उनके नाम को याद कराया। उनकी धार्मिक शिक्षाओं के बारे में बताया। जैन धर्म की गिनती को बच्चों को याद कराया। इस प्रकार संस्कार को ग्रहण करते हुए सभी छोटे बच्चे एवं सभी साधर्मीजन। मौके पर विनोद जैन,रचित जैन,मनोज जैन,नवीन जैन, सुरेश जैन आगम जैन अमित जैन आभा जैन शोभा जैन अलका जैन सुनीता जैन सारिका जैन आदि उपस्थित रहे।