कार्यशाला में अंतरिक्ष और जलवायु परिवर्तन पर रखे विचार
मेरठ (ब्यूरो)। सीसीएस यूनिवर्सिटी के मूट कोर्ट हॉल में भारतीय अंतरिक्ष सप्ताह जागरूकता कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को एलक्यूशन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बीएएलएलबी, एलएलबी एवं एलएलएम के 20 स्टूडेंट्स ने प्रतिभाग किया।
परिस्थितिकी तंत्र के लाभप्रतियोगिता में स्टूडेंट्स द्वारा अंतरिक्ष से संबंधित विभिन्न विषयों जैसे भारतीय अंतरिक्ष शिक्षा प्रणाली, अंतरिक्ष और जलवायु परिवर्तन, भारतीय अंतरिक्ष शिक्षा, परिस्थितिकी तंत्र, अंतरिक्ष अंवेषण के लाभ आदि विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए। प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल डॉ। कुसुमा वती, डॉ। विकास कुमार व डॉ। सुशील कुमार शर्मा शामिल रहे। प्रतियोगिता में बीएएलएलबी की छात्रा संजीवनी गुप्ता प्रथम, रोहन स्वरूप द्वितीय एवं प्रथम वर्ष की छात्रा अमरीशा तृतीय स्थान पर रही।
कानून की जानकारी जरूरी
विभाग के समन्वयक डॉ। विवेक कुमार ने अपने भाषण में शिक्षकों व छात्र-छात्राओं की भूरि-भूरि प्रशंसा की तथा विद्यार्थियों द्वारा अंतरिक्ष में कचरा, चंद्रयान, एआई विषयों की सराहना की। साथ ही कहा कि विधि विषय किसी भी सीमा में बंधा हुआ नहीं है। विज्ञान, कला और साहित्य इन सभी विषयों में कानून का अपना स्थान है। उन्होंने बताया कि कानून के बारे में पूरी जानकारी रखना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि कानून के स्टूडेंट्स को हमेशा नए-नए विषयों का अध्ययन करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि कानून के सभी एक्ट की बारीकी से जानकारी लेना और उनको समझना बहुत ही जरूरी है। कानून के नियमों के प्रति एक्ट के बारे में अधिकारों के बारे में दूसरों को भी जागरूक करने की जरूरत है। नॉलेज के बिना कुछ नहीं।
उन्होंने कहा कि आज की प्रतियोगिता में यह बात सिद्ध हो गई है कि संस्थान के छात्र बहुआयामी प्रतिभा के धनी है, उनके वक्तव्य इस बात का प्रमाण है। इसी क्रम में उन्होंने अपने शिक्षक साथियों और छात्रों को अध्य्यनशील बने रहने की प्रेरणा दी तथा छात्र-छात्राओं को इस प्रकार के आयोजनों में प्रतिभाग करने के लिए प्रेरित किया। इस आयोजन में समस्त छात्र-छात्राएं और शिक्षक उपस्थित रहे।